गलतफहमी हिंदी कहानी - भाग 1 | Romantic love story in hindi | Rochak Hindi Kahani
और भी रोचक हिंदी कहानिया पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे >>>>
For Read more Hindi Kahani Please click here >>>>
बहुत देर रोने की बजह से आँखे सूज सी गयी थी और दिन भर कुछ खाया पिया भी नही था.. इसकी बजह से थकान बहुत ज्यादा हो रही थी मगर न चाहते हुए भी खाने पीने का मन नही हो रहा था..
वो बिस्तार पे बैठी बही पुरानी बाते याद कर रही थी, मन ही मन खुद को कोष रही थी, क्यों उसने कबीर को गुस्सा दिलाया , क्यों बिना बजह के शक के घेरे में लिया , वो ऐसा नही कर सकता , कभी नही ........
थोड़ी देर बाद ....... फिर से ,,,,, आखिर वो ऐसा क्यों करेगा, ऐसी जद्दो जहद में उसकी कब आंख लग गयी उसे पता ही नही चला,,,,,, दिन भर की थकन होंजाने की वजह से उसकी नींद ज्यादा गहरी लग गयी ,
उधर कवीर का भी मन ऑफिस में नही लग रहा था , वो अपने केविन में अपने लैपटॉप के सामने अनमना सा बे सुध सा बैठा था, सोच रहा था, किरण आखिर इतनी लापरवाह कैसे हो सकती है,
बिना किसी बात के खामखां मुझपे आरोप लगा रही है,................. कैसे,, ऐसा बो कभी नही करती थी ,,,,,,,,,
बो यही सोच ही रहा था ..... तभी दरबाजा खटखटाने की आवाज आयी, सामने देखा तो ऑफिस बॉय खड़ा था ,,,,, सर चाय ,,,,
हाँ लाओ पिला दो भाई चाय,
क्यों सर जी आज ऐसे क्यों,,,, क्या हुआ कुछ परेसान दिख रहे हो?
नही कुछ नही बस ऐसे ही ,,, थोड़ा,,,
कोई नही सर चाय पियो सब ठीक हो जायेगा,
और भी रोचक हिंदी कहानिया पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे >>>>
For Read more Hindi Kahani Please click here >>>>
Read more interested article - https://mytripura.info>>>>
होठो पे हलकी सी मुस्कान लेट हुए चाय को होठो पे लगया ही था के फ़ोन में sms आने की आवाज आती है, सोचने लगता है , किरण का ही होगा.......
जेब सी फोन निकल के देखा ...........
मगर sms किसी और का था , कवीर को बहुत बुरा लगा ,,, जैसे उम्मीद ही टूट गयी हो ,,, और सोचने लगा के आज उसने कोई कॉल भी नही किया, ........ इतनी लापरबाह कैसे हो सकती है ..
इतने में फोन बजने की आवाज अति है ,,,,, किसका हो सकता है.
आशा ... डिस्प्ले होरहा था ....
हेल्लो कवीर कैसे हो ,,
मै ठीक हु ,, तुम बताओ ,, कैसा रहा कल तुम्हारा इंटरव्यू ,,,
मै थोड़ा बिजी था तो पूछ भी नही सका,,,,
ठीक रहा ,,
२५ से बुलाया है ,,,,
अच्छा है ,, अब तुम्हे ज्यादा दिक्कत नही होगी,
हाँ ,,,, यही बताने को कॉल किया था .. ठीक है,
और कॉल कट जाती है,
फोन काटता ही है की एक मैसेज आता है ,,
" हाँ मुझसे बात करने का कहा टाइम है"
ये पढ़के कवीर के होंठो पे बुदबुदाहट आयी, क्योंकि ये मैसेज किरन का था,
कवीर ने कॉल किया ,,,
हेल्लो ,,,, क्या हुआ ये मैसेज क्या लिख रही हो,
सही तो लिखा है, गलत ही क्या है, अब मै कौन रह गयी हू तुम्हारे लिए ,
कवीर - किरन समझने की कोशिश करो , ऐसा कुछ नही है, वो मेरी कॉलेज फ्रेंड है, बस इससे ज्यादा कुछ नही है, मै तो उसकी हेल्प कर रहा हू, वो परेसानी मै है ,
बीच मै बात काटते हुए किरन बोली ,,, खाक परेसानी मै है ,, तो हमे क्यों परेसान कर रही है
कवीर - चिल्लाते हुए ! शट उप .....तुम्हे पता भी है क्या बोल रही हो,
दोनों मै झगड़ा चालू होगया फिर से ...और कॉल कट होजाती है ..
शाम को कवीर घर पहुँचत है देखता है , घर का हल बेहाल है ,,, किचन मै खाना नही बनाया गया,
बेड रूम मै पहुच के देखता है ,,, किरन सो रही है, ,,,,,,, उसे देखने से इस लग रहा है के आज उसने
खाना नही खाया और सारे दिन शायद रोती रही है,
ये सब देख के कवीर बहुत दुखी होजाता है सोचता है छोटी सी बात को इतना बड़ा करने की क्या जरुरत थी, ........
बो किरन को जगाता है और मानाने की कोशिश करता है, मगर बात बनाने बजाये बहुत आगे बढ़ जाती है ,,, किरन बहुत ही जिद्दी है, इसलिए उसने ये सारा मामला अपने घर तक पंहुचा दिया ,,,
इस बात को लेकर दोनों मै हुए झगडे की जड़े और भी गहरी होती चली गयी ...
झगडे का असर यह तक था के दिनों मै अब बात होना बन्द हो गयी ,, एक ही छत के निचे होते हुए भी दूरिया बढ़ती चली गयी,,,,,
इसी बीच एक दिन आशा ने कवीर को मिलने आने को कॉल किया ये बात किरन को पता चल जाता है ! ये जान कर तो मनो उसके शरीर मै आग ही लग गयी हो,, उसे इतना ज्यादा गुस्सा आया की उसने एक ऐसा फैसला लेलिया जो नही लेना चाहिए था,
बो बिना बताये अपने घर चली जाती है ,,,,
और भी रोचक हिंदी कहानिया पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे >>>>
For Read more Hindi Kahani Please click here >>>>
ब्लॉग क्या है , ब्लॉग कैसे और कहाँ बनाते है ??click here >>>
0 Comments