षणयंत्र भाग - 4 | Hindi Kahaniyan
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लड़की की लाश को एम्बूलेंस में रख कर पुलिस उसे ले गयी | पुलिस अभी राज के बारे में खोज बीन ही कर रही थी की ये गुत्थी और भी उलझ गयी , इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह सोचने लगा , राज के घर वालो ने तो उसकी गुम होने की खबर दी थी , लेकिन ये तो कुछ और ही निकल रहा है , क्या राज को इस लड़की ने मारा होगा , और फिर खुद को ख़त्म कर लिया ?? ऐसे कैसे हो सकता है | अगर खुद को ही मरना था तो राज को क्यों मारा ? मुझे तो पूरा मामला गड़बड़ लग रहा है |
पुलिस यादराम और उनके घर वालो को बुलाया और उस लड़की की लाश दिखाई और पूछा क्या आप जानते हो इस लड़की को ?
यादराम - नहीं हमने तो कभी देखा तक नहीं इस लड़की को |
पुलिस - इस लड़की ने दम तोड़ने से पहले ये नोट लिखा है इसमें अपने ओर राज के समंध होने की खबर दी है ओर खुद को राज की बच्चे की माँ बनाने वाली बता रही है और फिर इसने खुद को और राज को ख़त्म कर दिया है|
यादराम ने इतना सब सुनते ही सोना धोना शुरू कर दिया और कहने लगा अगर ऐसा था तो कम से कम एक बार हमे तो बताना चाहिए था , हम कोनसा उनको घर से निकाल रहे थे | और जोर जोर से रोने लगा |
अब ये बात लगभग हर जगह फ़ैल चुकी थी की राज और उसकी प्रेमिका दोनों निपट चुके है || तो लोगो में सनसनी फ़ैल गयी ऐसा कैसे हो सकता है ?
जब ये खबर फैली तो दीप को सुकून महसूस हुआ उसे लगा की अब तो मतलब ही नहीं बनता की उस पर किसी का शक जायेगा | उसने खुस हो कर गीत को कॉल लगाया और उसे बोला की अपना काम हो गया है अब हम पर कोई शक भी नहीं करेगा | क्युकी अपनी चल सफल हो गयी है | गीत को भी अब चैन में चैन आया |
दीप - आज तो प्रोग्राम बनाना चाहिए ?
गीत - आजाओ |
दीप - जल्दी से एक दो बियर को बोतल खरीदी और निकाल पड़ा गीत के घर की और उस समय गीत घर में अकेली थी , क्यों के अमन और सोनम कॉलेज जा चुकी थी |
जब दीप गीत के घर पंहुचा तो गीत बाथरूम से नहा कर निकली थी , उसके बदन पर केबल तौलिया ही लपेटी हुयी थी | उसके बाल खुले हुए सरसो के खेतो की तरह लहरा रहे थे , दीप ने दरवाजा खटखटाया - गीत समझ चुकी थी की दीप ही होगा उसने जाकर दरवाजा खोला तो दीप के हाथो के बियर की बोतल थी |
गीत - ये सब क्यों ?
दीप बोतल एक तरफ रख कर गीत को बाहो में भाते हुए - डार्लिंग ये हमारे लिए |
गीत - नहीं मैं ये सब नहीं करती |
दीप - आज हमरी दोस्ती की शुरुआत का पहला दिन है इसलिए ये करना पड़ेगा और एक होठो पर चुंबन दिया |
गीत - नहीं मैं ये नहीं करुँगी , बाकि कुछ भी करलो |
दीप ने खुस होते हुए गीत को अपने हाथो में उठा लिया और बेइंतहां चूमता हुआ उसे बिस्तर पर ले पहुंचा | दीप को गीत को निर्वस्त्र करने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी , क्यों की गीत तो पहले से ही निर्बस्त्र थी उसके तन पर केबल एक तौलिया ही लपेटी हुयी थी | दीप ने थोड़ी जल्दबाजी दिखाई तो गीत ने उसे रोका और कहा इतनी भी क्या जल्दी है , आराम से अपना काम निपटाओ |
दीप ने फिर बियर की बोतल उठाई और दो गिलास मगाये दोनों ने फिर मिल कर बियर गटकाई अब दोनों को नशा हो चुका था |
गीत ने पूछा - अबे चूतिये तूने राज को क्यों टपकाया |
दीप - उसने मेरे साथ बहुत बुरा किया था इसलिए |
बाते ही करती रहोगी या फिर मेरा काम भी करोगी ?
गीत - हसने लगी और बोली चल आज तेरा काम ही कर देती हूँ |
उधर बंटी को कुछ सूझा तो वो उसी जगह पहुंचा जहा उस लड़की की लाश मिली थी तो उसने वहां जाकर कुछ लोगो से पूछ ताछ की तो पता चला की इस घर में तो कोई बरसो से नहीं रहता , हाँ कभी कभी कुछ लफंगे दारू बाज़ी करने यहाँ आया करते है , साथ में लड़की भी लाते है | उन्होंने बताया की ये जगह किसी पैसे बालो की है बो यहां रहते नहीं है तो ये ऐसे ही खाली पड़ा रहता है | फिर उसने दीप का फोटो दिखा के पूछा क्या कभी इसको अपने यहां देखा हो | तो उस आदमी ने बताया हाँ इसे तो कभी यहां देखा जा सकता है | अब बंटी की समझ में सब कुछ साफ होता चला गया | अब बंटी और भी जानकारी जुटाने में लग गया | और साथ ही साथ पुलिस भी अपना काम कर रही थी | इधर दीप ने भी अपना काम निपटा लिया था |
अब शाम को दीप अचानक से शेरा से मिला और बोला तुमसे कुछ खास बात करनी है , शेरा बोला बताओ , क्या बात करनी है |
दीप - मेने सुना है तेरी मासूका और नौकरी दोनों छीन ली है किसी ने |
शेरा - तुम्हे कैसे पता |
दीप - मुझे सब पता है |
शेरा - अब क्या चाहते हो |
दीप - कुछ नहीं मैं तो बस ये कह रहा था अगर मैं होता तुम्हारी जगह तो जड़ ही काट देता | और दीप चला जाता है |
अगले दिन सुबह गली के कोने वाले घर के चबूतरे पर भीड़ लगी हुई थी | पुलिस की दो गाड़ियां खड़ी थी , घर की कुछ औरतें गला फाड् फाड् के रो रही थी | कुछ लोगो से पूछ ताछ के बाद पता चला कि श्याम कि किसी ने रात को हत्या करदी है | किस ने की है, इस सवाल का जवाब तो भगवान जाने l पुलिस अपना काम कर रहीं थी l पूछ ताछ का दौर चल रहा था l किसी ने बताया विल्लू के यहाँ शिलायी का काम करता था l पुलिस ने विल्लू को तलब किया, तो जानकारी मिली कि कल काम पर नहीं आया था l ना आने का कोई कारण तो नहीं बताया l पुलिस ने फिलहाल विल्लू को जाने दिया l इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने fir दर्ज करने को कहा l
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