Hindi Kahani New : Arrange Marriage Part - 36 | Love Story Hindi

 



Hindi Kahani New : Arrange Marriage Part - 36 | Love Story Hindi

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नायरा अपनी शीट पर आ कर बैठ गयी और हेड डाउन करके सिसकारियां लेने लगी , उसकी आंखे अविरल आंसू बहा रही थी |

उस टाइम कार्तिक अपनी शीट पर नहीं था , वो सुहानी और अमन कौर के साथ गप्पे लड़ा रहा था , और टॉपिक आज का एक ही था पूरे के पूरे ऑफिस में , आज भी अमन कौर किसी भी एंगल से नायरा से काम खूबसूरत नहीं  लग रही थी , वो काफी हसीं और खूसूरत लड़की थी , वैसे तो उसके बहुत चाहने वाले थे , लेकिन कही न कही वो भी अब कार्तिक को चाहने लगी थी , तभी तो कोई बहाना मिलते ही या वो कार्तिक की शीट पर पहुंच जाती थी या फिर कार्तिक के इर्दगिर्द पहुंच ही जाती थी |

"आज शाम का प्रोग्राम क्या है फिर " सुहानी ने कार्तिक से नायरा की और देखते हुए पूछा 

कार्तिक ने हलकी सी मुस्कान के साथ कहा "चलो आज बार चलेंगे , थोड़ा सा एंटरटेनमेंट करेंगे "

कार्तिक की बात सुनके अमन के चेहरे पर मुस्कान आ गयी उसे तो मानो इसी दिन का इंतजार हो 

अमन ने ख़ुशी से उछालते हुए कहा "सच्ची में , हम बार चलेंगे आज "

सुहानी ने भी उसकी ख़ुशी में ख़ुशी जताते हुए कार्तिक को कहा "ठीक है चलते है लेकिन जल्दी फ्री हो जाना अपने काम से नहीं तो आधे घंटे तक तुम अपने सिस्टम में ही लगे रहते है "

कार्तिक ने कहा "नहीं आज मेरा काम हो चुका है , जल्दी ही निकलेंगे "

फिर सुहानी ने कहा "हम चलेंगे कैसे "

कार्तिक ने कहा "बाइक है न मेरी "

सुहानी ने कहा "अरे यार , उस पर तो केबल दो ही लोग जा सकते है , तीन कहाँ आएंगे वहां "

कार्तिक ने कहा "तो फिर कैसे किया जाये "

सुहानी ने कहा "अरे सावन को भी बोले क्या चलने के लिए "

कार्तिक ने आश्चर्य से पूछा "सावन ??"

सुहानी "अरे अपना वही ग्राफिक्स डिज़ाइनर , दोस्त है मेरा अच्छा "

अमन ने चुटकी लेते हुए पूछा "दोस्त ही हाँ न "

सुहानी ने कहा "क्या यार तुम भी न शक करने लगते हो , दोस्त है बस ,अच्छा लड़का है "

कार्तिक ने कहा "देखो मैं तो उससे कभी ज्यादा इंटरेक्ट हुआ नहीं हूँ , देख लो अगर तुम्हे कम्फर्ट लगे तो "

अमन ने कहा "अगर सुहानी को जनता है , तो कोई प्रॉब्लम नहीं है चलते है "

सुहानी ने कहा "कार्तिक तुम बताओ , अगर तुम्हे ठीक लगे तो "

कार्तिक ने कहा "मुझे क्या दिक्कत होगी , दिक्कत तो तुम्हे नहीं होनी चाहिए "

तीनो बात कर ही रहे थे , तब तक चार लोग , सुमन , दीप्ति , आयुष और मनीष भी अपनी अपनी शीट छोड़ के वही आ गए , क्योंकी उन्होंने कार्तिक को पहली बार यू लड़कियों के साथ खड़ा पाया था , उन्हें भी शक होने लगा था की आज एक ही शीट से चुपके रहने वाला कार्तिक इन सुन्दर सी लड़कियों के पास क्या कर रहा है |


सभी ने कार्तिक को हाथो हाथ ले लिए सब उसकी खिल्ली उड़ने लगे , एक ने तो यह तक कह दिया की मुझे तो लगता था की कार्तिक कही गे तो नहीं है , वो कभी किसी लड़की के साथ ही खड़ा नहीं होता है |

कार्तिक शर्मा गया तब उसका पक्ष अमन और सुहानी ने लेते हुए कहा "ऐसा नहीं है , जिसे ऐसा लगता है वो कार्तिक के साथ प्राइवेसी शेयर कर सकता है "

और फिर सब हसने लगे थे |


फिर से बात मुद्दे की होने लगी थी , और उन चारो को भी प्लान में शामिल कर लिया गया था , अब बार जाने के लिए सात लोग तैयार हो गए थे | बात करते करते टाइम निकल गया और ऑफिस ओवर होने वाला था तो सबने अपने काम फिनिश करने के लिए अपनी अपनी शीट पर चले गए |


जैसे ही कार्तिक अपनी शीट पर आया तो उसने देखा , नायरा का हाल बुरा हो रहा है , उसकी शक्ल देखते ही कोई भी बता सकता था की नायरा का फेस नार्मल नहीं था | वो हेड डाउन करके बैठी हुई थी , उसकी आंखे कुछ फूली सी लग रही थी , उसके आंसू वह रहे थे जिसकी बजह से उसका मेकअप भी धुल गया था |

कार्तिक ने देखा तो उससे रहा नहीं गया , उसने पूछा "नायरा सब ठीक तो है न "

नायरा ने अपना सर ऊपर किया और झूठी मुस्कान चेहरे पर लाते हुए कहा "हाँ , बस थोड़ा सा सर में दर्द हो रहा है "

कार्तिक ने कहा "तो रिसेप्शन से जाकर डिस्प्रिन ले लो , आराम मिल जायेगा "

नायरा ने कहा "हाँ , जाती हूँ , ले आउंगी"

कार्तिक ने फिर कहा "रुको मैं लाता हूँ "

नायरा ने कुछ नहीं कहा "एक टक जाते हुए कार्तिक को निहारते रही , और सोचने लगी , ये जीवन नाम का ग्रहण न लगे हमारे बीच तो कार्तिक में कोई बुराई नहीं है , और वैसे भी तो आज हम साथ में इवनिंग एन्जॉयमेंट के लिए जाने बाले थे , लेकिन अब क्या करू , क्या बोलू इस जीवन के बच्चे को , कैसे मना करू "


थोड़ी देर बाद , कार्तिक ने एक पैन किलर ला कर नायरा को दी और कहा लो खा लो आराम मिल जायेगा |

नायरा ने उसके हाथ से टेबलेट लेते हुए कहा "थैंक यू सो मच कार्तिक , तुम मेरा कितना ध्यान रखते हो "

कार्तिक ने कहा "ध्यान मैं नहीं कोई और ही रखता है "

नायरा ने मुँह बिगड़ते हुए कहा "कार्तिक मुझे अब और परेशान न करो , हम पहले से ही परेशान है "

कार्तिक ने कहा "एक बात बताओ , एक घंटे पहले तक तो सब ठीक था , अचानक से तबियत कैसे बिगड़ गयी "

नायरा नीचे की और देखने लगी और बोली "कार्तिक , कुछ भी हो सकता है अगले पल , हमे कुछ पता नहीं होता , फ्यूचर में क्या होगा , क्या आप जानते हो ?"

कार्तिक ने टोंड मरते हुए कहा "हाँ मुझे पता है , टकलू बॉस के साथ आज शाम को तुम जा रही हो न इसलिए ये सब हो रहा है "

नायरा ने अपनी आंखे बड़ी करते हुए कार्तिक से कहा "कार्तिक , तुम ऐसा कैसे सोच सकते हो किसी के बारे में , क्या पता है तुम्हे मेरे और उस टकले के बारे में "

इसबार नायरा के शब्दों में जोर और जोश दोनों ही थे , मालूम पड़ता था की नायरा को इस नाम से अब चिढ़ हो गयी है | और कार्तिक ने पहली बार इस अंदाज में नायरा को बात करते हुए देखा था |

कार्तिक ने कहा "कूल डाउन यार " मैं तो मजाक कर रहा था तब तुम हमारे साथ चल रही हो न चिल करने "

इस बात पर नायरा चुप रह गयी , कार्तिक ने फिर से पूछा "बताओ क्या करना है "

नायरा ने कहा "रुको अभी बताती हूँ "

कार्तिक ने गुस्से से कहा "दस दिन पहले से तुम मुझे रोज तैयार करती थी चलने को आज जब में तैयार हूँ तो तुम ना नुकुर कर रही हो "

नायरा मायूस चेहरे के साथ सब सुनती रही और रोने जैसा चहरे बनाये बैठी रही |||



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