Love Story Hindi : Hindi Love Story : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 53
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कुछ देर बाद करीब ११ बजे नीलू ने कार्तिक को कॉल लगा दिया ....
ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग ....
ओह्ह इतनी रात को कौन कॉल कर रहा है , पूरी नींद ख़राब कर दी ,
रिंग होते फ़ोन की वेल सुन कर कार्तिक इरिटेट हो रहा था , उसकी आंख बस लगी ही थी , उसे बहुत ही प्यारी नींद आ गयी थी |
उसने टेबल पर रखा फ़ोन उठाया तो देखा ... नीलू ......
कार्तिक की नींद अब कम हो चुकी थी , उसने सोचा अब क्यों कॉल कर रही है अभी अभी तो बात की थी फिर क्यों ....
शायद इसे नींद नहीं आ रही होगी इसलिए कॉल कर रही है ||
उसने कॉल रिसीव किया ..
सोते हुए जैसी आवाज में कहा "हेलो , क्या हुआ "
नीलू भी लगभग रो ही दी थी बोली "यार मेरा दिमाग ख़राब है "
कार्तिक ने पूछा "क्या हुआ बाबा अब रो क्यों रही हो "
नीलू ने कहा "यार प्रिया मुझसे टकरा गयी और मेरे लिप्स पर दांत से घाव हो गया है , अब मैं क्या करू "
कार्तिक ने फनी मूड में कहा "तो क्या हुआ , हम कल बस ingage हो रहे है , किश थोड़े न करेंगे जो तुम्हे प्रॉब्लम हो रही है "
पहले से ही ख़राब मूड में खड़ी नीलू को कार्तिक की बात सुन कर फ़ोन तोड़ देने का मन किया , उसे बहुत गुस्सा आया
और रोने लगी .......... रोते रोते उसने कॉल कट करदी ......
कार्तिक को लगा नीलू ने गुस्से में कॉल कट किया है तो उसने दुवारा कॉल किया
"हाँ , अब क्या है , तुम्हे तो कोई फिक्र ही नहीं है मेरी , अब क्यों कर रहे हो कॉल " नीलू ने एक साँस में ही कई सारे सवालो के तीर कार्तिक की और छोड़ दिए |
कार्तिक की अब नींद जा चुकी थी अब उसने बोला "यार मेरा मतलब ये नहीं है , मैं तो मजाक कर रहा था , बताओ मैं क्या कर सकता हूँ तुम्हारे लिए "
नीलू ने गुस्से में कहा "आपके बस का कुछ है भी नहीं , रहने ही दो , करोगे भी क्या "
कार्तिक ने कहा " फिर ठीक है मुझे सोने दो , "
कॉल कट हो गया था .. नीलू गुस्से चीखती रह गयी
अगली सुबह कार्तिक की आंख तब खुली जब उसे रिया ने उसकी चादर खींच के उसे अबाज दी ,
उठो भैया कितना टाइम हो गया है तुम्हे पता भी है , आज बहुत काम है हम सब को , जल्दी उठो तैयार हो जाओ ,मुझे पार्लर जाना है चलो मुझे ड्राप करना है तुम्हे और फिर पिक भी करना है , मम्मी पापा दोनों कब के गए हुए है किसी जरुरी काम से , और शायद मंदिर भी हो के आएंगे |
कार्तिक ने दुवारा से चादर ओढ़ ली और कहा - ठीक है तू चल रेडी हो मैं आता हूँ
रिया वहां से चली गयी , और कार्तिक अपने सपनो में खो गया |
कार्तिक की फिर से आंख लग गयी और सो गया ,
इस बार कार्तिक का फ़ोन बजा और उसकी आंख खुल गयी , बो जल्दबाज़ी में उठा और उसने फ़ोन देखा तो अमन उसे कॉल कर रही थी
कार्तिक सोच में पड़ गया की कॉल रिसीव करे या फिर अपने काम में लग जाये |
फिर उसने कॉल रिसीव कर ही लिया |
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कार्तिक - हाय , गुड मॉर्निंग
उधर से बिलकुल बीमार जैसे आवाज में अमन ने कहा "गुड मॉर्निंग "
कार्तिक "क्या हुआ , सब ठीक तो है , ये तुम्हारी आवाज को क्या हुआ "
अमन ने कहा "कुछ नहीं बस ऐसे ही "
कार्तिक ने पूछा "ऐसे ही मतलब "
अमन ने कहा "खैर छोड़िये , क्या करोगे जान के "
कार्तिक ने कहा "देखो सुबह सुबह झगडे बाली बाते न करो "
अमन ने बड़ी ही शालीनता से कहा "झगड़ा और हम और वो भी तुमसे , न हमसे न हो पायेगा "
कार्तिक ने कहा "कैसी बचकानी बाते कर रही हो , हुआ क्या है ये बताओ "
अमन ने कहा "तुम तो एक बार कॉल करके मेरी तबियत के बारे में भी नहीं पूछते हो "
कार्तिक ने कहा "अच्छा तो ये प्रॉब्लम है मेडम की "
अमन ने कहा "नहीं प्रॉब्लम ये नहीं है , मेरा कल एक्सीडेंट हो गया है और मैं रात भर हॉस्पिटल में थी "
कार्तिक चौक गया और पूछा "तो तुमने कॉल क्यों नहीं किया , बताया होता मुझे "
अमन ने कहा "क्या फायदा बताने का तुम तब भी न आते "
कार्तिक ने कहा "इतना भी खुदगर्ज न हूँ मैं "
अमन ने कहा "तो अब आ आजाओ "
कार्तिक कुछ सोचने लगा
अमन ने फिर कहा "नहीं नहीं रहने दो , तुम्हारी ऑफिस छूट जाएगी , तुम्हे बॉस से डर जो लगता है "
कार्तिक ने कहा "अमन प्लीज , मुझे और न उकसाओ , तुम्हे ज्यादा चोट तो नहीं आयी , और ये सब कैसे हुआ "
अमन ने बताया "वो जब कैब से उतर कर अपने हॉस्टल की और जा रही थी तो एक गाड़ी ने उसे पीछे से मार दिया "
कार्तिक ने कहा "उसका नंबर बगैर लिया था "
अमन ने कहा "कैसी बात कर रहे हो यार मैं जोर से जमीन पर जा गिरी मेरे दर्द के मरे जान जा रही थी , नंबर कहाँ से लेती , उस इडियट ने कार रोकी भी नहीं "
कार्तिक ने कहा "तुम्हारे ज्यादा चोट नहीं लगी "
अमन - हाँ ज्यादा नहीं है लेकिन घुटने और कुहनी छिल गयी है ड्रेसिंग करवाई हुई है |
कार्तिक ने कहा "घबराओ नहीं मैं शाम को आउगा तुम्हारे हॉस्टल , किसी को भेज देना मुझे पिक कर लेगा "
अमन ने कहा "ओके , कार्तिक आई नीड यू "
कार्तिक ने कहा "ठीक मैं आता हूँ "
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जैसे ही फ़ोन कटा , कार्तिक ने नाक फुलाए गुस्से से घूरते हुए रिया को पाया , वो घबरा सा गया
रिया ने पूछा "कौन थी ये जिसके हॉस्टल जाने बाले हो भैया जी ..."
कार्तिक ने बात बदलते हुए कहा "अरे मैं तो भूल ही गया तुम्हे पार्लर ले जाना था , तुम तैयार हो न चलो मैं बाइक निकलता हूँ "
रिया ने कहा "बात न काटो , मुझे जल्दी बताओ , कौन है वो "
कार्तिक ने अनजान बनते हुए पूछा "कौन वो "
रिया ने इशारा किया और कहा "वही जिससे बात हो रही थी "
कार्तिक ने बनाओ चेहरा किया और हस्ते हुए कहा "अच्छा वो , अरे तो मेरे ऑफिस में है न कल उसका एक्सीडेंट हुआ तो बता रही थी की आज ऑफिस नहीं आएगी "
रिया ने कहा "वो आएगी नहीं और तुम उसके हॉस्टल जाओगे हाँ न "
कार्तिक ने हाथ जोड़े और बोला "मेरी बहन चले अब या ऐसे खड़ी रहोगी "
रिया उसे घूरती रही और फिर अपना हैंड बैग उठाया और बाहर कार्तिक के आने का इंतजार करने लगी ....
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