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Hindi kahaniya new | Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 75

Hindi kahaniya new | Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 75

नीलू ने अपने पापा को जाने के लिए हाँ कह दिया था , अब ओमकार जी ने कार्तिक के पापा यानि राजेश जी को कॉल करके बता दिया की नीलू मान गयी है और वो भी उसके साथ जाना चाहती है ||

बस फिर क्या था , दोनों के घर वालो ने उन्हें एक बार मिलने और कुछ वक्त एक साथ बिताने का सही प्लान बना दिया था |


लेकिन एक तरफ कार्तिक की मर्जी ये थी की वो अकेला कुछ दिन स्पेंड करना चाहता था क्युकी वो ऊब चुका था , उसने सुना था की पहाड़ो और प्रकृति के करीब जाने से शांति और सुकून दोनों ही मिलते है | इसलिए वो कुछ दिनों तक मेंटली स्ट्रांग होने के लिए अकेला हिल स्टेशन जाना चाह रहा था ||

लेकिन उसकी ये मंसा पूरी होने में उसके पापा ने अड़चन डाल ही दी थी ||

उन्होंने जबरन बिना कार्तिक की मर्जी के उसके साथ जाने के लिए नीलू को तैयार कर लिया था ||


अगली सुबह जब कार्तिक उठ कर अपने रूम से बाहर निकला तो देखा उसके पापा और मम्मी दोनों बैठे किसी से फ़ोन पर बात कर रहे थे | उसने आकर पूछा "क्या पापा सुबह सुबह ही किससे बाते चल रही है "

राजेश जी ने मुस्कराते हुए उसे कुछ देर रुकने के लिए इशारा किया , वो इसलिए क्युकी वो कॉल पर थे ,

जब कार्तिक ने ध्यान से सुना तो उसे भी मालुम हुआ की वो किसी ट्रेवल एजेंसी से बात कर रहे थे , और टूर पैकेज के बारे में जानकारियां ले रहे थे |


कुछ देर बाद जब राजेश जी ने कॉल डिसकनेक्ट किया तो कार्तिक ने उनसे कहा "पापा आप भी न क्यों इतना टेंशन ले रहे हो , मैं कर लूंगा सब मैनेज "

राजेश जी ने मुस्कराते हुए कहा "तू बेटा है न मेरा इसलिए ले रहा हूँ टेंशन , और पता है न तुझे पहली बार अकेला जाने दे रहा हूँ तुझे "

अपना मुँह मरोड़ते हुए कार्तिक ने कहा "कहाँ पापा , कहाँ जाने दे रहे हो आप मुझे अकेला , वो लगा दिया न एक लगेज मेरे साथ "

इतने में पास खड़ी शीला जी यानि कार्तिक की माँ ने कार्तिक के सर पर हाथ फेरते हुए कहा "बेटा ऐसे नहीं बोलते , वो अब लगेज नहीं तेरी जिम्मेदारी है , तेरी होने वाली जीवन संगिनी है "

"इसका अभी बचपना नहीं जा रहा है " कहते हुए राजेश जी और शीला जी जोर से हसने लगे ...


कार्तिक को गुस्सा तो आ ही रहा था लेकिन साथ ही उसे अच्छा भी फील हो रहा था चलो उसकी ही बजह से सही कम से कम माँ और पापा खुश हो रहे हाँ न ||


कार्तिक एक तरफ जा कर सोफे पर बैठ गया और अपना फ़ोन निकल कर उसके कुछ करने लगा ...

चाय नास्ता करते करते राजेश जी ने टिकट बुक करने के लिए बोला तो कार्तिक ने उन्हें बताया "पापा मैं आलरेडी बुक करा चुका हूँ आप कुछ मत कीजिये "

रहेश जी ने कहा "तो हमे रात को ही बता देना चाहिए था "

कार्तिक ने कहा "पापा जी आप बोलने का चांस ही कहाँ देते हो , इसलिए "

राजेश जी ने कहा "अच्छा ठीक है ये बताओ जा कहाँ रहे हो , अपनी मंगेतर को लेकर "

कार्तिक ने बताया "पापा मैंने पढ़ा है की नेचर के जितने करीब जाओगे उतना ही मन शांत और प्रशन्न होता है , इसलिए मैं पहाड़ो में जा रहा हूँ , मैं ऋषिकेश और फिर वहां से शिमला मनाली जाउगा "


"अरे वाह भैया क्या चॉइस है आपकी , हमे तो लगा था की आप भाही को ले के गोवा या फिर किसी रोमेंटिक प्लेस पर जा रहे होंगे " फिरकी लेते हुए रिया ने कहा 

कार्तिक ने कहा "मुझे तो बस वहां जा कर केबल मैडिटेशन ही करना है "

रिया ने कहा "वो तो आप घर की छत पर भी कर सकते हो "

कार्तिक ने कहा "हम्म लेकिन वहां का तो एक्सपीरियंस ही अलग होता है "


बात चल ही रही थी की राजेश जी के पास नीलू के पापा का कॉल आ रहा था ..

जब कॉल रिसीव किया तो उन्होंने पूछा "भाई साहब बिटिया को कब और कितने बजे छोड़ने आना है "

राजेश जी ने कहा "दोपहर में २ बजे की ट्रैन है इनकी , तो उसी हिसाब से निकलना होगा , निकलते टाइम एक बार कॉल कर लेना "


नास्ते के बाद कार्तिक ने अपनी बाइक निकली और बाहर जाने लगा तो उसकी माँ ने उसे पूछा कहाँ जा रहे हो , पैकिंग बगैर करली अपनी , 

कार्तिक ने जवाव दिया "हाँ माँ , कुछ सामान खरीदना है इसीलिए मार्ट जा रहा हूँ "

शीला जी ने चिंता जताते हुए कहा "जल्दी आना , थोड़ा आराम भी कर लेना नहीं तो रस्ते भर तो थक ही जाना है तुम्हे "

जी माँ जल्दी ही आउगा कह कर कार्तिक घर से निकल गया ...

थोड़ी दूर ही चला होगा की उसका फ़ोन घनघना उठा .. उसने बाइक रोकी तो देखा .. नीलू ...

उसने कॉल रिसीव किया "हाँ , क्या हुआ "

उधर से अबाज आयी "यार कैसे बात करते हो ??, मैं तो बड़े प्यार से कॉल कर रही हूँ और तुम हो के नाक पे गुस्सा लिए हुए हो "

कार्तिक ने कहा "नाम पे नहीं , मैं अभी बहार हूँ इसलिए बताओ "

नीलू ने पूछा "कब निकलना है "

कार्तिक ने कहा "मैं अभी मार्ट जा रहा हूँ , कुछ लेना हो तो बताओ , निकलना होगा तब कॉल कर लूंगा "

नीलू ने कहा "अच्छा मार्ट जा रहे हो तो कुछ चॉकलेट्स ले लेलेना मुझे बहुत पसंद है "

कार्तिक ने कहा "ठीक है और कुछ "

नीलू ने कहा "हाँ "

कार्तिक ने कहा "बताओ "

नीलू ने बड़े प्यार से कहा "एक दो kg प्यार लेलेना अगर मिल जाये तो "

नीलू की बात सुन कर कार्तिक के फेस पर स्माइल आ गयी ...

कार्तिक ने कहा "इधर तो नहीं मिलेगा अगर तुम्हारी तरफ मिल जाये तो पैक करा लेना "

नीलू ने कहा "ठीक है हम करा लेंगे "

कार्तिक ने कहा "बड़ी शरत सूझ रही है "

दोनों मुस्कराने लगे ..


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