षणयंत्र - भाग - 10 - Hindi kahani
Hindi kahani - षणयंत्र
अब तक आपने पढ़ा की गीत ने अपने पुराने प्रेमी के साथ मिल कर अपने नए प्रेमी दीप की हत्या करदी और फिर उसे भी राज की ही तरह ठिकाने लगा दिया , लेकिन पुलिस ने उसे शक के आधार पर उठा लिया और पुलिस स्टेशन ले गयी |
अब आगे ---
सुबह जब अमन और सोनम सो कर उठी तो उन्होंने देखा उनके घर के आगे लोगो का ताँता लगा हुआ है , और लोग तरह तरह की बातें कर रहे है | सोनम ने जा कर देखा तो रंजीत और गीत दोनों ही घर में नहीं है | सोनम ने अमन से पूछा - कहाँ हो सकते है ये लोग , लेकिन जहाँ सोनम थी वही अमन भी थी तो दोनों को कुछ पता नहीं |
अमन ने सोनम से कहा जल्दी से मेरा फोन उठा कर लाना , सोनम जल्दी गयी और मोबाइल उठा के लायी और कॉल किया तो गीत का नंबर बंद आ रहा था | अमन और सोनम दोनों परेशान होने लगी , न जाने कहा गयी , कही अपने पुराने आशिक़ के साथ भाग तो नहीं गयी ?
तभी एक पड़ोस बाली आंटी उनके घर आयी और पूछने लगी - सोनम तुम्हारी भाभी के साथ वो कौन मर्द था , दोनों को पुलिस उठा के ले गयी है | पुलिस उठा के ले गयी है सुनकर दोनों बहने हक्की बक्की रह गयी | पुलिस क्यों ??
और उन्हें पता भी नहीं कब और क्यों उठा के ले गयी पुलिस ??
पड़ोस बाली आंटी को तो विस्वास ही नहीं हो रहा था की इन दोनों को पता भी नहीं , और पुलिस आयी और इनकी भाभी को ले के भी चली गयी | अब वो आंटी कुछ बुदबुदाते हुए चली गयी , दोनों बहाए आश्चर्य में पड गयी , अब दोनों डरने लगी , न जाने क्या होने वाला है , पुलिस क्यों ले के गयी गीत को ??
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इधर रात को भी दीप घर नहीं गया और उसका फोन भी नहीं लग रहा था , तो उसकी बहन और माँ को भी चिंता होने लगी , और बैसे भी पुलिस भी तो दीप की तलाश में थी ही , लेकिन अब उसका कुछ अता पता नहीं चल रहा था |
दीप की बहन ने बंटी को कॉल किया की उसके भाई दीप का कुछ पता नहीं चल रहा है रात से , क्या तुम्हे कुछ पता है ??
दीप ने कहा - नहीं मुझे तो दो दिन से मिला ही नहीं , मैंने भी कल कॉल किया लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था | हालाँकि बंटी को शक था की दीप गीत के यहाँ गया होगा , लेकिन गीत को तो पुलिस ले के गई है किसी और लड़के के साथ |
हिंदी कहानी - लव म्यूजिक एंड कनेक्शन
दीप की माँ बुजुर्ग और बीमार रहती थी , दीप के अलावा उसकी जवान बहन ही थी , बंटी को बहाना मिल चुका था उसके घर जाने का , बंटी ने अपनी बाइक निकली और निकल गया दीप के घर की ओर | करीब आधे घंटे में बंटी दीप के घर पहुंच गया , तब उसकी बहन(सीमा) और उसकी माँ घर में थी ,
बंटी ने सीमा को कॉल किया - हेलो मैं तुम्हारे घर के आगे खड़ा हूँ , गेट खोलो |
सीमा - पागल हो क्या ? घर में माँ भी है , और भाई भी कभी भी आ सकता है |
बंटी - इसीलिए तो आया हूँ , दीप से भी मिलना है
सीमा ने गेट खोला - आजाओ अंदर |
बंटी अंदर घुस गया और उसने घुसते ही सीमा को जोर से दबोचते हुए गले लगा लिया और उसे चुंबन करने लगा
सीमा ने जोर लगते हुए थोड़ा सा खुद को दूर किया ओर धीरे से बोली - थोड़ा तो सब्र करो , घर में माँ है ,
इतने में उसकी माँ ने आवाज लगाई - बिटिया को है ?
सीमा - कोई नहीं अम्मा , गेट खुला था तो एक कुत्ता घुस आया था , भगा रही हूँ , कह कर धीरे से मुस्करा दी
ये सुन कर बंटी ने उसकी नाक पकड़ के दवाते हुए बोला - रुको बताता हु तुम्हे |
फिर बंटी ने सीमा को गेट के बराबर बाले कमरे में ले गया - सीमा ने चिंता जताते हुए कहा - यार भाई कल से नहीं आया है , कभी भी आ सकता है , हम पड़के जा सकते है , इसलिए अभी ऐसा बैसा कुछ मत करो |
बंटी - सीमा के होठो पर चुंबन करते हुए बोला - तुम चिंता मत करो , कुछ नहीं होगा , बस मेरा साथ दो |
सीमा - माँ आजायेगी
बंटी - अजाने दो , कुछ नहीं होगा , और बंटी एक एक करके सीमा के सभी सवालो को ख़ारिज करता चला गया और साथ ही अपने हाथो की हरकत जारी रखी , थोड़ी ही देर में एक एक करके सीमा के सारे कपड़े उतर दिए और अपने भी कपड़े उतर फेके | और दोनों काम की उत्तेजना में लिप्त होते चले गए ओर दोनों ने एक दूसरे को आत्मसमर्पण कर दिया , दोनों रति क्रिया में लीं हो गये , जब दोनों एक दूसरे से संतुस्ट हो गए , तब जा कर अपने अपने कपड़े ढूंढने लगे और कपड़े पहने |
अपनी कपड़े पहनते हुए सीमा बोली - तुमने ने आज जबरदस्ती करके बहुत बुरा किया |
बंटी - क्यों ? ऐसे क्यों बोल रही हो , पता है तुमसे मिलने के लिए कितना बेताब रहता हूँ |
सीमा - वो सब तो ठीक है , पता है ये टाइम सही नहीं चल रहा है , मैं प्रेग्नेंट हो सकती हूँ |
बंटी - मुस्कराते हुए - फिर तो हम पापा बन जायेगे |
सीमा - हम कोई जोक नहीं मार रहे , जो हस रहे हो |
बंटी - हम भी मजाक नहीं समझ रहे |
सीमा - तब क्या करोगे ?
बंटी - पहले होने तो दो , क्या करेंगे तभी पता चलेगा |
सीमा - तुम हमे धोका तो नहीं दोगे न ?
बंटी - कैसी बात कर रही हो , तुम टेंशन न लो |
सीमा बंटी के गले लगी रही , ओर फिर थोड़ी देर बाद बंटी बाहर जाने लगा |
सीमा बोली - भैया से मिल के नहीं जाओगे ?
बंटी - कब तक आएगा न जाने ?
सीमा - यार टेंशन हो रही है , कल से फ़ोन स्विच ऑफ आ रहा है , कुछ करो यार ||
बंटी - पुलिस को इन्फॉर्म कर दो , बाकि मैं भी जा रहा हूँ , ओर पता करता हूँ , कुछ पता चलेगा तो बताता हूँ |
सीमा ने हां में सर हिलाते हुए जाने की इजाजत देदी |
बंटी बाइक स्टार्ट करके जाने लगा , सीमा गेट पर खड़ी , उसे निहारती रही , जब तक उसे नजर आता रहा वो उसे निहारती रही |
बंटी के चले जाने के थोड़ी ही देर बाद पुलिस दीप का घर तलाशती हुयी आयी , गांव के एक बुजुर्ग से उसका घर का पता पूछा ?
पुलिस - बाबा ये दीप का घर कोनसा है ? कहा रहता है ?
बाबा - उठ के खड़े हुए ओर कमर पर हाथ रख के - क्या हुआ साहिब , कोई कांड बांड कर दिया क्या ? बड़ा उदंड बालक है |
पुलिस - हाँ बाबा , कांड किया है उसने , साले को बंद करना पड़ेगा |
बाबा - अरे बो सामने बाली गली को कोने में पीले रंग का घर उसी का है |
अच्छा धन्यबाद बाबा जी - पुलिस ने अपनी गाड़ी आगे बढ़ाते हुए कहा |
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पुलिस दीप के घर के आगे पहुंच चुकी थी , एक सिपाही ने गेट खटखटाया - अंदर से आवाज आयी रुको खोलती हूँ , सीमा को दीप होगा |
जैसे ही सीमा ने दरवाजा खोला उसके सामने पुलिस के सिपाही खड़े थे , उसकी आंखे खुली रह गयी |
सूखे गले के साथ उसने पूछा - जी बताइये ?
एक सिपाही बोला - ये दीप यही रहता है |
सीमा - जी भैया यही रहते है |
सिपाही - कहा है वो उसे बोलो बहार आए |
सीमा - भइया तो कल से घर नहीं आए है |
सिपाही - झूठ बोल रही हो , कड़क अबाज में बोला |
सीमा तेज अबाज सुन कर डर गयी - बोली नहीं हम सच बोल रहे है |
सिपाही - घर की तलाशी लेंगे , नहीं तो , जल्दी से बाहर ले के आओ उसे |
सीमा - भगवन कसम हम सही बोल रहे है , उनका नंबर भी नहीं मिल रहा है , हम पुलिस को बताने ही बाले थे ,
सिपाही - उसने पता है तुम्हे कांड कर दिया है |
सीमा - क्या कांड किए है वो |
दूसरा सिपाही - मर्डर किया है उसने |
सीमा - नहीं नहीं वो ऐसा नहीं कर सकते |
इतने में दीप की बूढी माँ खासते हुए बाहर आयी और पूछने लगी , कौन है बिटिया ?
सीमा ने उन्हें बताया - पुलिस आयी है
माँ ने पूछा क्यों ?
सीमा ने बताया - ये कह रहे है की भैया ने कोई कांड किया है |
आगे की कहानी जानने के लिए बने रहिये हमारे साथ
माँ - कांड , कैसा कांड , माँ तो लगभग बेहोश ही हो गयी |
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