google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 हिंदी कहानिया | हिंदी कहानी कुसुम एक अनसुलझी पहेली -भाग - 32 | Hindi kahaniya new | Romantic Story

हिंदी कहानिया | हिंदी कहानी कुसुम एक अनसुलझी पहेली -भाग - 32 | Hindi kahaniya new | Romantic Story

 हिंदी कहानिया | हिंदी कहानी कुसुम एक अनसुलझी पहेली -भाग - 32 | Hindi kahaniya 


रियान अब शर्मिंदा होता हुआ दूर खड़ा हो गया और बोला "चलो तो फिर मैं चलता हूँ , कल मिलेंगे अभी मुझे जाना है "

अपने चेहरे पर मुस्कान बिखेरते हुए शीतल ने कहा "ठीक है , कल मिलते है "

शीतल वही बैठी रह गयी , और रियान वहां से चला जाता है , रियान ने अपनी बाइक स्टार्ट की और फिर नीलम को कॉल करते हुए चला गया , नीलम के बताये हुए जगह पर वो उससे पहले ही पहुंच गया , और नीलम का इंतजार करने लगा , अब उससे रहा नहीं जा रहा था, उसकी ठरक चरम पर थी , क्युकी वो शीतल के साथ ही सब कुछ कर लेना चाहता था |

यह भी पढ़े : सात दिनों में बजन कम करे >>>

थोड़ी देर इंतजार करने के बाद नीलम वहां आ गयी , पहले तो रियान ने नीलम को पूछा इतनी देर कहा लगा दी तुमने कब से इंतजार कर रहा हूँ तुम्हारा |

नीलम ने कहा "मुझे थोड़ा टाइम लग गया आने में "

रियान ने नीलम को कस के गले से लगा लिया और दोनों थोड़ी देर तक ऐसे ही खड़े रहे , साथ ही रियान नीलम को लगातार इधर उधर छूता रहा , इसलिए दोनों की उत्तेजना बढ़ती रही ||

रियान ने नीलम को  कही रूम में चलने के लिए कहा तो नीलम ने शुरुबात में तो मना किया , लेकिन रियान के फाॅर्स करने पर उसे जाना पड़ा ||


रियान के रूम वहां से ज्यादा दूर नहीं था , दोनों बाइक से १५ मिंट में ही रियान के रूम पर पहुंच चुके थे | रियान से अब सब्र नहीं हो रहा था , उसके अंदर काफी देर से तड़प थी , इसलिए उसने जल्दी से नीलम को बेड पर ले जा कर धक्का दिया , नीलम सीधा जाकर बेड पर गिर गयी , और रियान उसके ऊपर भूखे शेर की तरह टूट पड़ा ||


"उफ़ यार , कितने भूखे हो तुम इसके लिए " नीलम ने अपने कपड़े सही करते हुए कहा 

साइड में लेटते हुए रियान ने कहा "यार तुम्हे देखकर रहा नहीं जाता , हो ही जाता है "

"अब मुझे छोड़ के आओ , मुझे जाना है " नीलम ने कहा 

रियान ने कहा "इतना भी क्या जल्दी है , चले जाना , अभी रुको थोड़ा देर और "

"नहीं अब नहीं रुकना , नहीं तो तुम फिर से शुरू हो जाओगे " नीलम ने कहा 

रियान ने कहा "नहीं यार , ऐसा नहीं है अब नहीं करुगा , थोड़ी देर मेरे पास प्यार से बैठ जाओ "

नीलम ने उसके पास बैठ कर अपने बाल ठीक किये , और फिर दुवारा जाने के लिए कहा 

तो रियान ने उसे अपनी बाइक से उसके घर के पास तक ड्राप किया , 


रोहित ने नीलम को कॉल किया 

"हेलो कहाँ है बहन , कब से तुझे कॉल कर रहा हूँ तेरा नंबर ही नहीं लग रहा है "

नीलम ने कहा "भाई मैं मेरी फ्रेंड के घर आयी थी , आ रही हूँ थोड़ी देर में "

रोहित ने कहा "जल्दी आओ , मुझे कुछ काम है तुमसे "

ओके कह के नीलम ने कॉल काट दी और रियान को बाय बोल के अपने घर के लिए निकल गयी |

कुसुम ने आज कई दिन बाद रोहित को कॉल लगया |

रोहित ने कॉल रिसीव किया 

हेलो ,

कुसुम बोली "हेलो , कैसे हो "

"मैं ठीक हूँ , तुम बताओ " रोहित ने पूछा 

"मैं कैसी हो सकती हूँ , अब तुम्हे तो मेरी कोई चिंता ही नहीं है " कुसुम ने कहा 

अपने माथे पर हाथ फेरते हुए रोहित ने पूछा "कोई प्रॉब्लम है क्या , यार मैं पापा के चक्कर में बहुत ही परेशान हूँ "

कुसुम ने पूछा "क्यों पापा जी अभी ठीक नहीं है क्या ?"

रोहित ने कहा "ठीक तो है लेकिन अभी भी बहुत से झंझट है मेरे लिए "

कुसुम ने फिर कहा "थोड़ी से परवाह मेरी भी करलो , नहीं तो मैं कही की नहीं रहूगी "

रोहित ने कहा "यार तुम परेशान न हो , अब सब ठीक हो जायेगा , बस दो महीने की बात है , एक बार इलेक्शन में पापा जीत  जाये फिर सब हो जायेगा "

कुसुम ने कहा  "आपको पता भी है तब तक मुझे ४ महीने हो जायेगे , लोग क्या क्या कहेगे "

रोहित को बार बार कुसुम की एक ही बात इरिटेट करने लगी थी , वो गुस्से में बोला "तो उसे ख़तम क्यों नहीं कर देती  "

रोहित की बात सुन कर कुसुम का मुँह खुला का खुला ही रह गया , उसे जिस बात की शंका थी वही हुआ , रोहित भी अब यु टर्न लेने लगा है , 

कुसुम की आँखे अब पानी बरसाने लगी थी , और अपने आप को कोशने लगी थी , क्यों वो एक रात उसके साथ गुजारी उसने ??

कुसुम ने रोते हुए सिर्फ एक ही बात कही "चाहे कुछ हो जाये हम ऐसा नहीं करेंगे "

और कॉल कट करदी ...

कुसुम रोती रही , रो रो कर उसका बुरा हाल हो चुका था ... उसे रोहित बात करते हुए उसकी भाभी ने सुन लिया था , वो उसे चुप तो कराना चाहती थी , लेकिन कुसुम को और भी बुरा  लगेगा , सोच कर उन्होंने उसके पास जाना सही नहीं समझा ..

रोहित ने कुसुम से बात करके और उसके साथ ऐसा व्यबहार करके अच्छा नहीं किया , ऐसा वो खुद सोच ही रहा था की उसकी बहन नीलम आ चुकी थी , 

नीलम ने उसे पूछा "क्या हुआ क्यों फ़ोन कर रहा था , और ये मुँह लटकाये हुए क्यों खड़ा है "

रोहित ने कहा "मुझे न तुझसे बात करनी थी , तब तक यार कुसुम का कॉल आ गया था , रो रही थी की उसकी प्रेगनेंसी को दो महीने होने जा रहे है "

नीलम ने कहा "हाँ यार , ये प्रॉब्लम भी बढ़ ही रही है , तो तूने क्या बोला उसे "

रोहित ने कहा "क्या बोलता यार , कुछ नहीं बोला "

नीलम ने कहा "तो अब क्या करना है , करले फिर उससे शादी "

रोहित ने कहा "पापा अभी तैयार नहीं है "

नीलम बोली "तो पापा से बात तो करनी ही पड़ेगी  नहीं तो बात बिगड़ जाएगी "

रोहित ने कहा "क्या पापा मानेगे , प्रेगनेंसी बाली बात सुन कर "

नीलम ने कहा "यार पापा को मानना बहुत टेडी खीर है वो मुश्किल मानेगे भाई , तूने न बहुत बड़ा शियाप्पा किया है , ऐसा कर आज माँ को सब बात बता दे "

रोहित ने कहा "बहन प्लीज मेरा साथ देदे , माँ को तू बता दे "

नीलम ने कहा "मार खाने वाले काम तूने किये है और पिटवाना मुझे चाहता है "

रोहित "प्लीज "

नीलम "चल देखती हूँ , अगर हो सका तो बात करुँगी "



Reactions

Post a Comment

0 Comments