google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Hindi kahaniya new | Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 73

Hindi kahaniya new | Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 73

Hindi kahaniya new | Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 73

नायरा का कॉल कट जाने के बाद, 

कॉल क्यों कट कर दिया इसने , क्या कोई आ गया होगा , आया कौन होगा उसके घर में तो उसके अलावा बीमार माँ और एक छोटी सिस्टर ही तो है , तब फिर कौन आया होगा , ऐसा सोचते सोचते कार्तिक ने फिर से कॉल लगा दिया ||

कुछ रिंग बजने के बाद नायरा ने कॉल पिक कर लिया 

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कार्तिक ने पूछा "क्या हुआ नायरा कॉल क्यों काट दिया तुमने "

अपने आँसू साफ करते हुए नायरा ने कहा "नहीं यार अब नहीं होगा मेरे से , मैं तुम्हारे साथ कुछ भी नहीं उम्मीद नहीं कर सकती , अब तुम तो कहते कहते नायरा रुक गयी " 

कार्तिक ने बड़े ही दीन स्वर में पूछा "ऐसे क्यों बोल रही हो यार , अब क्या मैं ... बदला थोड़ी हूँ , मैं तो वही और बैसा ही हूँ "

नायरा ने कहा "नहीं अब तुम किसी और के होने वाले हो "

कार्तिक ने कहा "तो क्या हुआ दो दोस्त बात भी नहीं कर सकते क्या "

"कार्तिक सिर्फ दोस्त बात कर सकते है मगर दो प्रेमी नहीं " नायरा ने कहा 

कार्तिक ने कहा "तुम्हारी ऐसी बाते मुझे और भी डरा देती है "

नायरा ने कहा "कार्तिक यार प्लीज , रहने दो अब इन सब बातो से खुद को परेशान ही करते रहोगे "

कार्तिक "तो बताओ क्या करू"

नायरा ने कहा "कल मिलते है अभी माँ को मेडिसिन देनी है " 

ओके बाय ... कह के नायरा ने जल्दी से कॉल डिसकनेक्ट कर दिया ||

कॉल काटने के बाद नायरा ऐसे ही एक ही मुद्रा में कुछ देर तक खड़ी रही और फिर सोच समझ कर अपने काम में लग गयी ...


कॉल कट ही हुई थी की नीलू का मेसेज था , कहाँ बिजी हो , कब से कॉल लगा रही हूँ , 

कार्तिक ने रिप्लाई किया किसी से बात कर रहा था 

नीलू "किसी से मतलब , उस नायरा से ?? हाँ न "

कार्तिक ने रिप्लाई किया "नहीं कोई और था "

नीलू ने पूछा "कौन नाम बताओ "

कार्तिक ने कहा "तुम इतना गहरा क्यों उतरती हो , यार मेरी ब्यक्तिगत आजादी नाम की भी चीज है "

नीलू ने कहा "हाँ है पर मैं भी तुम्हारी मंगेतर हूँ क्या करते हो किससे बात करते हो पता होना चाहिए "

कार्तिक ने मेसेज में लिखा "हाँ जरूर पता होना चाहिए लेकिन हर चीज की एक लिमिट होनी चाहिए , क्या तुम्हे नहीं लगता की तुम कुछ ज्यादा ही घुस जाती हो मेरे मामलों में "

नीलू ने लिखा "हाँ माना मैं कुछ ज्यादा ही घुस रही हूँ लेकिन तुम्हे एक्सप्लेन करना चाहिए न फिर नहीं घुसूँगी "

कार्तिक ने कहा कॉल करलो मुझे , बताता हूँ ||

कुछ ही पालो में नीलू का कॉल आजाता है ||

नीलू और कार्तिक दोनों अपनी अपनी समस्याओ को लेकर एक दूसरे से आर्गुमेंट करने लगते है , और दोनों में इसी के चलते नौक झौक हो जाती है , और फिर चल पड़ता है नायरा सिलसिला उनकी जिंदगी का , ऐसे ही कुछ दिन बीतते रहे , कार्तिक घर से ऑफिस , ऑफिस से घर कभी नीलू से खुश कभी नीलू उससे नाराज कभी कभी बीच में नायरा भी दोनों के झगड़े की बजह बनाने लगी थी , क्युकी नायरा का भी कार्तिक के साथ काफी गहरा अटैचमेंट हो रहा था ||

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कार्तिक की परेशानियां कुछ ज्यादा ही बढ़ती जा रही थी , क्युकी उसने अगर सुहानी से पीछा छुड़ा लिया था लेकिन अमन कौर तो उसे सुसाइड कर लेने की धमकी दे ही चुकी थी ||

इसलिए ये सब सोच कर कभी कभी कार्तिक डिप्रेशन में चले जाने वाला हो जाता था , सोच कर उसे ऐसा लगता था की क्या बो कोई प्लेबॉय बाली भूमिका निभा रहा है अपनी जिंदगी में ||


कुछ दिन और बीत जाने के बाद , कार्तिक का फ़्रस्टेशन लेबल और भी बढ़ता जा रहा था , ऑफिस का प्रेसर , कथित गिर्ल्फ्रैड का प्रेसर , एक मासूका का प्रेसर ,और ऊपर से उसकी शादी का प्रेसर उसे पिचका और पिघला के संकीर्ण किये दे रहे थे | उसे अब एक ब्रेक की आवस्यकता थी |

इसलिए उसने अब सभी दोस्तों और दुनियादारी से दूरिया बना के कुछ दिनों के लिए छुटियो पर चले जाने का विचार सूझ रहा था ||

लेकिन प्रॉब्लम ये भी थी की छुट्टियों पर जाये तो कहाँ और किसके साथ ....

फिर भी उसने अपनी ऑफिस में कुछ दिन के लिए कही बहार जाने के बहाने से छुट्टी के लिए एप्लीकेशन देदी थी ...

छुट्टी की एप्लीकेशन देते ही पूरे ऑफिस में अफबाह उड़ने लगी , की शायद कार्तिक सर लम्बी छुट्टियों पर जा रहे है कही शादी करने तो नहीं जा रहे ??

कई स्टाफ मेंबर्स ने तो मजाक मजाक में पूछ लिया की क्या शादी करने जा रहे हो सर ??

कार्तिक सबको जवाव देते देते थक गया ....

नहीं भाई कोई शादी वादी करने नहीं जा रहा हूँ ,, अपने फॅमिली प्रोग्राम्स के लिए छुट्टियां अप्लाई की है ... जरुरी तो नहीं की लीव मिल ही जाये ||

 

आज कार्तिक ने सोच लिया की घर पर भी मैं आज बता ही दूंगा की मैं ट्रैवलिंग पर जा रहा हूँ , कहाँ जा रहा हूँ वो तो मुझे भी नहीं पता लेकिन मैं जा रहा हूँ 

लेकिन पापा जरूर पूछ के ही मानेगे की कहाँ जा रहा हूँ और किसके साथ जा रहा हूँ ...तब क्या बताउगा ... उन्हें सेटिस्फाइड कर पाना बड़ा ही कठिन काम है .. माँ तो मान भी जाएगी लेकिन पापा नहीं ... कार्तिक अपनी शीट पर बैठा ये ही सोच विचार करता रहा ...

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शाम को कार्तिक घर पर खाना खाने के बाद बोला - पापा वो मुझे आपसे कुछ बात करनी है ...

राजेश जी ने खाना ख़त्म करते हुए पूछा बोला क्या कहना है ...

पापा मैं ट्रैवलिंग पे जा रहा हूँ ...

शॉकिंग सा फेस बनाते हुए राजेश जी ने कहा "किधर .. और किसके साथ .. अपने उस बिगड़ैल दोस्त के साथ ??"

कार्तिक ने कहा "नहीं पापा अकेला "

"अकेला , मतलब " राजेश जी ने कहा 

कार्तिक ने उन्हें समझाया .. मुझे एक ब्रेक की जरूरत है .. राजेश जी ने कहा जैसी तुम्हारी मर्जी .. जाओ...

कार्तिक ने फिर से पूछा "पापा आप गुस्सा तो नहीं है न "

राजेश जी ने कहा "नहीं मैं तो बस थोड़ा चिंतित हूँ तुम्हारे लिए यू अकेले कहाँ जाओगे .. मैं तो कहता हूँ तुम नीलू के साथ थोड़े दिन के लिए कही हिल स्टेशन पर चले जाओ "

कार्तिक ने कहा  "पापा मैं अकेला जाना चाहता हूँ "

राजेश जी की बात का सहयोग करते हुए शीला जी ने भी कहा "हाँ कार्तिक ये सही तो कह रहे है तुम्हारा एक साथ टूर भी हो जायेगा  और तुम्हे ऑफिस और टेंशन से ब्रेक भी मिल जायेगा "

राजेश जी ने कहा "हाँ मैं ओमकार भाई शाहब को कॉल करके पूछता हूँ "

शीला जी ने कहा "हाँ ये सही रहेगा .. एक बार बात करके देखो "


इधर कार्तिक ने अपना माथा पकड़ लिया ... सोचने लगा टेंशन से दूर जाना चाह रहा था अब टेंशन तो साथ ही जाएगी ... कैसे समझाऊ इन लोगो को मैं ..


राजेश जी ने ओमकार जी को कॉल लगाया ..

हेलो , नमस्कार भाई साहब ,

ओमकार जी - नमस्कार जी नमस्कार , कैसे है आप सब .. बड़ी लम्बी उम्र है आपकी अभी अभी इससे मैं आपकी ही बात कर रहा था ,,

राजेश जी - देखलो आपने याद किया और हमने कॉल घुमा दिया ..

दोनों ओर से हसी के ठहाके लगने लगे थे ..

राजेश जी - घर में सब ठीक है न , बिटिया कैसी है 

ओमकार जी - बस कान्हा जी की कृपा है , सब अच्छे है |

राजेश जी - मैं ये कह रहा था की ये कार्तिक थोड़ा सा परेशान सा हो रहा है , ऑफिस घर और भी आज कल के बच्चो की दिक्कते होती ही है तो ये थोड़ा सा ब्रेक लेना चाहता है ... इसे घूमने जाना है |

अकेले जाने के लिए कह रहा है ..

ओमकार जी ने चिंतित होते हुए पूछा "वैसे स्वास्थ्य बगैरा तो सब ठीक है न "

राजेश जी - न न वैसे सब ठीक है बस थोड़ा मानसिक तनाव है ,,,

अगर आपकी इजाजत हो तो हम इसे नीलू बिटिया के के साथ किसी हिल स्टेशन पर भेज दे ... दोनों का एक साथ टूर भी हो जायेगा ..

ओमकार जी ने कहा - वासी तो हाल कुछ कुछ नीलू का भी ऐसा ही है , बड़ी चिड़चिड़ी हो गयी है आज कल .. नींद भी कम लेती है .. अगर वो मान जाये तो बहुत अच्छा रहेगा .. भाईसाहब एक बार उसे पूछ के बताता हूँ ...

ठीक है बताना ...

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