Hindi Kahaniya | Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 84
Hindi Story -
जब कार्तिक नहा कर बाथरूम से निकला तो उसके नैन एक बार फिर से नीलू पर जा कर टिक गए थे लेकिन इस बार आश्चर्य के साथ ....
उसने नीलू से कहा "अरे ये क्या तुमने तो ड्रेस ही चेंज कर दी , ऐसा क्यों "
नीलू ने आईने के सामने खड़े हो कर खुद को देखते हुए कहा "क्यों , इस ड्रेस में क्या मैं ठीक नहीं लग रही हूँ "
कार्तिक ने कहा "नहीं नहीं , ऐसा किसने कहा , तुम तो हो ही हॉट , इसमें ड्रेस का कोई रोल नहीं है "
नीलू ने कार्तिक की ओर देखते हुए पूछा "ऐसा क्या , मैं इतनी हॉट हूँ "
कार्तिक ने मुस्कान लाते हुए कहा "हाँ"
नीलू ने मजाक करते हुए कहा "तब तो बाहर सभी लोग मुझसे ही चिपकेंगे , क्योंकी यहां ठण्ड है और मैं हॉट "
कार्तिक "क्यों मैं क्या कम हूँ जो दुसरो को चिपकाओगी "
नीलू अब कातिक को क्या ही बोले , कार्तिक ने तो नीलू को अपना इरादा साफ साफ कह दिया था |
नीलू ने बाद बदलते हुए कहा "तुम जल्दी से अपने कपड़े पहन लो ,बरना ठण्ड लग जाएगी , ओर मुझे जोरो की भूख लगी है , जल्दी से खाना आर्डर करदो"
कार्तिक ने कहा "मैं तैयार हो रहा हूँ तब तक तुम रिसेप्शन पर कॉल करके खाना आर्डर कर दो , अपनी पसंद का "
नीलू ने ऐसा ही किया , जब तक कार्तिक ने अपने कपडे और बाल संभाले तब तक उसने खाना आर्डर कर दिया था |
कुछ देर बाद , खाना आ चुका था , दोनों ने मिल कर खाना खाया ,
फिर नीलू ने पूछा अब क्या प्लान है , तो कार्तिक ने कहा "प्लान साफ है , होटल की तरफ से ही कैब मिलेगी और हम घूमने जायेगे .."
आज पहली बार कार्तिक नीलू को देख कर मोहित हो रहा था , वो चोरी छुपे नीलू को निहारने लगा था |
और ये सब नीलू भी नोटिस कर रही थी की कार्तिक की नजरे क्या देख रही है |
नीलू ने कार्तिक से पूछा "ऐसे क्या देखना चाह रहे हो "
कार्तिक ने कहा "कुछ नहीं बस तुम्हे देख रहा हूँ "
नीलू ने रोमांटिक मूड में पूछा "सिर्फ मुझे या कुछ और "
कार्तिक सोचने लगा , अरे साला ये तो वाइल्ड होती जा रही है , लगता है इसने मुझे ताड़ते हुए देख लिया है |
और वैसे भी हम रोमांटिक प्लेस पर तो आये ही है , तो ये सब तो होना लाजमी है |
कार्तिक ने कहा "मेडम तुम कुछ ज्यादा रोमांटिक नहीं हो रही हो "
नीलू ने कहा "क्यों अब इस पर भी पाबंदी लगाओगे , तुम्हारे साथ तो हो सकती हूँ न "
कार्तिक ने अब कुछ नहीं कहा और दोनों बिलकुल पास में आईने के सामने खड़े रहे ,
हालाकिं कार्तिक नीलू को हग कर लेना चाहता था , उसके मन में उसे लेकर आज कुछ कुछ फीलिंग्स आ रही थी , उसका साथ और उसके साथ टाइम स्पेंड करना आज उसे पसंद आ रहा था | आज उसका इर्रिटेशन लेबल कम था | लगभग दो दिन से वो ऑफिस और घर के फालतू के चोचलो से दूर होने की बजह से आज कुछ बेटर फील कर रहा था | शायद अवसाद से दूर जा रहा था | और वैसे भी जब से उसके साथ नीलू थी तब से उसने न तो नायरा को याद किया और न ही सुहानी और अमन को |
सबसे बड़ी बात उसे नीलू के आस पास रहना रास आ रहा था ,ये उसके लिए सबसे बड़ी बात थी |
अब वो अपने पापा का उसके लिए लिया गया डिसीजन सही मान रहा था और मन ही मन पापा को थैंक यू बोल रहा था |
वो ये सब सोच ही रहा था की नीलू ने उससे कहा "किस सोच में पड़ गए "
कार्तिक अपनी ख्यालो की दुनिया से बाहर आया और बोला "कुछ नहीं , बस ऐसे ही "
नीलू ने कार्तिक की ओर देखा और कहा "क्या ऐसे ही , क्यों मेरे साथ शेयर नहीं कर सकते क्या "
कार्तिक भी नीलू की ओर देखने लगा ... बाथरूम से निकलने के बाद , कार्तिक और नीलू की पहली बार नजरे मिली थी , दोनों की आँखों में एक अलग ही कसक थी ,,
दोनों एक दूसरे को काफी देर तक देखते रहे .. फिर नीलू ने शर्म मह्सूस करते हुए अपनी नजरे झुका ली ..
अब कार्तिक को ग्रीन सिग्नल मिल चुका था , बस उसे एक बहाना चाहिए था जिसके चलते कार्तिक नीलू को स्पर्श कर सके |
ये पहली मर्तबा था की कार्तिक नीलू को प्यार से और करने के इरादे से छूना चाहता था |
और वो पल अब दूर नहीं था .. कार्तिक ने अपना हाथ नीलू के गालो को छूटे हुए बोला "वो कुछ लगा है तुम्हारे आंख के नीचे "
कार्तिक के हाथ का स्पर्श पाते ही नीलू समझ गयी थी की कार्तिक ने जानबूझ उसे टच करने की तरकीब ढूंढी है .. चलो थोड़ा आगे बढ़ा तो सही ... नीलू ने आंखे बंद करली और बोली "क्या है , हटा दो नहीं तो आंख में चुभ सकता है "
नीलू अभी भी आंखे बंद ही किये हुए थी ,, अब कुछ होता तो कार्तिक उसे साफ करता ..
कार्तिक अब नीलू को चूम लेना चाहता था ..
कार्तिक झुका और अपने होठ नीलू के होठो के पास ले जा कर रुक गया ...
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सोचने लगा .. नहीं नहीं ,, नीलू मना नहीं करेगी लेकिन अभी ये जल्दबाजी हो जाएगी , कही इसे भी नायरा की तरह ये सब गलत लगा तो दिक्कत हो जाएगी ...
उसने अपने आप को रोक लिया ...
इतने में नीलू ने अपनी आंखे खोल दी थी ,,, कार्तिक घबराते हुए ,,, नीलू की आंख के नीचे मुँह से फूक मारते हुए बोला "लो जी हट गया "
नीलू ने कार्तिक हाथ पकड़ा और कहा "थैंक यू जी .. तुम मेरा कितना ध्यान रखते हो "
नीलू अभी भी कार्तिक का हाथ थामे हुए थी ...
कार्तिक की निगाह अभी भी नीलू के सुन्दर से हलके पिंक होठो पर ही थी ..
इस सब को नीलू भी भांप चुकी थी ,, वो कार्तिक के इरादों को समझ रही थी ,, लेकिन उसे भी इस बात का अच्छे से एहसास था की ये सब अभी जल्दबाजी होगा |
उसने कार्तिक का हाथ छोड़ दिया और बेड के एक कोने पर जा कर बैठ गयी ..
कार्तिक स्तम्भ की भांति अभी भी उसे स्थान पर खड़ा हुआ था |
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तभी डोरबेल बजती है ...
कार्तिक ने दरवाजा ओपन किया
एक हाउसकीपर था बोला "सर आपकी गाड़ी रेडी है . आप कहो तो मैं आपका रूम साफ करदू"
कार्तिक ने नीलू की ओर देखा और कहा "हाँ ठीक है , हम जाते है , तुम रूम साफ़ करके लॉक कर देना "
कार्तिक और नीलू अपना एक छोटा सा बेग जिसमे जरुरी सामान था लेकर बाहर निकल गए ...
दोनों चुपचाप चलते रहे .. और मैं गेट पर पहुंच गए ...
गेट पर पहुंच कर कार्तिक को तो ख़ुशी हो रही थी लेकिन नीलू के चेहरे की लालिमा गायब हो चुकी थी ..
उसके चेहरे पर टेंशन और जेलेसी साफ़ साफ़ दिख रही थी ..
कहानी अभी जारी रहेगी ...
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