कॉल सेंटर (भाग - 14 )
नोट - कहानी के सभी भाग पढ़ने पर ही समझ आएगी
अब तक अपने पढ़ा की माया डेविड के फार्महाउस पर उससे मिलने जा पहुंची थी , और डेविड उसके साथ इंटीमेट होने लगा , अब आगे -
डेविड माया के साथ और भी ज्यादा इंटीमेट होना चाह रहा था , लेकिन माया बुल्किल निढाल सुस्त पड़ी हुयी थी , वो डेविड के मन मुताबिक उसके साथ प्रतिक्रिया नहीं कर रही थी , उसकी बॉडी अभी भी कांप रही थी , उसके रोंगटे खड़े थे ,
डेविड ने माया से पूछा "माया सब कुछ ठीक तो है न "
माया ने अपनी आंखे खोलते हुए कहा "सर अभी मैं मानसिक रूप से तैयार नहीं हूँ इसलिए आपका साथ नहीं दे पा रही हूँ "
डेविड ने माया के होठो पर चुंबन देते हुए पूछा "लेकिन ऐसा क्यों "
माया ने अपने होठो को दांतो से दवाते हुए कहा "actully उस डीके ने मेरे साथ कल कुछ ज्यादा ही ज्यातीय कर दी थी , इसलिए मन ख़राब हो गया है "
डेविड पहले तो हँसा फिर पूछा "अरे ऐसा क्या कर दिया डीके ने आखिर इंसान ही तो है "
माया ने मुँह बनाते हुए कहा "हाँ सही कहा इंसान की खाल में जानबर है वो , पता है उसने मेरे साथ क्या क्या किया "
डेविड ने फिर से माया को किस किया और पूछा अच्छा बताओ क्या किया किया
माया ने कहा "रहने दो सर , मुझे शरम आ रही है बताने में "
डेविड ने भी माया को मूड चेंज होते देख बात को ख़त्म करना ही सही समझा और अपने काम में व्यस्त हो गया |
शाम हो चुकी थी , नैना ने डेविड का कई बार फोन लगाया था , लेकिन कोई रिप्लाई नहीं आया था , इसलिए उसने परेशान हो कर खुद ही उसके फार्महाउस जाने के लिए कैब बुक कराई और निकल गयी
कुछ ही देर में नैना डेविड के फार्महाउस पर पहुंच गयी थी , जैसे ही नैना ने डेविड के फार्महाउस के गेट में एंटर किया तो उसने देखा की डेविड और माया दोनों एक ही गाड़ी से फार्महाउस से बहार जा रहे है , नैना ने हालाँकि आवाज भी लगाई लेकिन , डेविड ने उसे आवाज नहीं सुनी क्युकी उसकी गाड़ी कुछ ज्यादा ही तेजी से वहां से निकल चुकी थी |
अब नैना की टेंशन बढ़ चुकी थी , माया ने एक बार फिर से डेविड को अपने चंगुल में फसा लिया था , माया की अगली चाल क्या हो सकती है किसी को नहीं पता था , नैना अपना सर पकड़ के बैठ गयी , क्युकी जो जाल उसने माया के लिए बिछाया था उसमे वो खुद फसती नजर आने लगी थी , अब उसे साँस लेना भी बुरा लगने लगा था |
माया और डेविड गाड़ी के बैक शीट पर एक दूसरे के बाहो में थे ,
डेविड ने माया के होठो पर जोरदार चुंबन करते हुए कहा "डार्लिंग आज तुमने बहुत दिनों बाद दिल खुस कर दिया है "
माया ने एक हलकी सी मुस्कान चेहरे पर बिखेरते हुए डेविड से कहा "क्या सर आपको उस अनाड़ी नैना से फुर्सत मिले तब तो हमे सेवा करने का मौका दो "
डेविड ने माया के कूल्हे पर चपत मरते हुए कहा "माया तुम भी न , उसे तो अपनी बिजनेस के लिए इस्तेमाल कर रहा हूँ, वो कल की छोकरी है , वो क्या जाने डेविड के काम करने के तरीके के बारे में "
अब माया खुस हो चुकी थी , मन ही मन सोचने लगी , चलो अपना तीर तो सही ठिकाने पर जा कर लगा है , अब किसी तरह सोमेश को निकलना है , फिर देखती हूँ इस नैना की बच्ची को |
माया ने डेविड से पूछा "सर हम कहा जा रहे है "
डेविड ने कहा "बस बैठी रहो , सब समझ आ जायेगा "
माया ने मुस्कराते हुए कहा "आप कसीनो पर जा रहे हो न "
डेविड ने फिर से माया को चुंबन दिया और कहा "अपनी नई सेक्रेटरी से मिलबाने ले जा रहा हूँ तुम्हे "
माया ने अपने चेहरे पर हाथ फिरते हुए पूछा "एक और नयी सेक्रेटरी "
डेविड ने कहा "हाँ , हमारा नया बिजनेस संभालेगी "
माया ने पूछा "और मैं "
डेविड ने कहा "तुम हमारा पुराना काम "
माया अब चुप थी ,
डेविड ने कहा और हाँ मैं एक बात ओर बताना भूल गया , हम जहा जा रहे है वहां मेरे कुछ अजीज दोस्त आये हुए है , उन्हें खुस करने का जिम्मा वैसे तो मैं नैना को देने बाला था लेकिन अब सोच रहा हूँ , तुम उनकी खुसामद करो |
माया ने डेविड की छाती पर हाथ फेरते हुए किस करते हुए कहा "जैसी आपकी इच्छा , मैं वही करुँगी "
डेविड ने अपना फोन निकला और कॉल किया , और १० मिंट में पहुंचने का कह कर कॉल काट दिया
करीब १० मिंट गाड़ी चलने के बाद डेविड और माया एक आलीशान होटल में पहुंचे ,
वहां पहले से ही कुछ कमरे और हॉल की बुकिंग थी , वहां चार अधेड़ उम्र के आदमी और एक लड़की जो की सुनहरे बाल और पहनावे से कोई बिलायती महिला लग रही थी , उम्र कोई २८ - ३० साल रही होगी |
डेविड ने जाते ही सबसे हाथ मिलाया और फिर माया की और इशारा करते हुए उसे भी उन सब से मिलवाया ,
सब लोग हाल में बैठ कर डेविड के साथ ड्रिंक के साथ मीटिंग करने लगे थे , १५ मिंट की मीटिंग ख़तम होजाने के बाद
एक आदमी ने डेविड को उस लगकी के साथ होटल के एक कमरे तक छोड़ दिया और फिर उनमे से एक ने माया का हाथ पकड़ा और चूमते हुए उसे भी एक और कमरे में ले जाने लगा |
माया ये सब समझ नहीं पा रही थी , फिर उसे याद आया डेविड ने उसे एक काम बताया था , उनकी खुसामद करने वाला काम शायद यही काम तो नहीं |
माया के माथे पर गुस्से के भाव दिखने लगे , वो सोचें लगी , ये काम था तो इसके लिए तो नैना ही ठीक थी , लेकिन अब क्या करे
अब माया को उस अधेड़ आदमी के साथ जाना ही पड़ा ....
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