google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 हिंदी कहनी अरेंज मैरिज भाग -8 | Hindi Kahani Arrange Marriage

हिंदी कहनी अरेंज मैरिज भाग -8 | Hindi Kahani Arrange Marriage

हिंदी कहनी अरेंज मैरिज  भाग -8 | Hindi Kahani Arrange Marriage



Rochak Hindi Kahani 

नायरा और कार्तिक दोनों ऑफिस से निकल चुके थे । कार्तिक की बाइक की स्पीड लगातार बढ़ती जा रही थी , बाइक की स्पीड का लुत्फ़ उठाते हुए नायरा ने कार्तिक  पूछा "कार्तिक कहा ले जा रहे हो हमे " 


कार्तिक ने कहा " जहा तुम चलो , वही चल पडूगा "


नायरा  ने कहा " अगर तुम्हारे पास मेरे लिए टाइम हो तो , कॉफ़ी पीने चले " 

कार्तिक ने कहा " हाँ आज तो चल सकता हूँ "



नायरा ने थैंक यू कहा और एक्ससिटेड होकर मस्ती करने लगी 


थोड़ी ही आगे चलने पर कॉफ़ी शॉप थी तो कार्तिक वही अपनी बाइक रोक दी ।


दोनों coffee पीने के लिए कॉफ़ी शॉप में अंदर चले गए ।


coffee का आर्डर कर  था , तब तक दोनों टेबल पर बैठ  बातें करने लगे थे , 

नायरा कार्तिक को देख कर लगातार मुस्कराये जा रही थी ।


कार्तिक ने भी मुस्कराते हुए पूछा "क्या हुआ , क्यों मुस्करा रही हो "

नायरा ने सर हिलाते हुए मना करते हुए कहा " बस ऐसे ही " 

कार्तिक ने भी एक प्यारी सी स्माइल पास की कहा " बिना किसी बात के तो पागल हसते है " 

नायरा  ने उत्तर दिया " ऐसा ही मान लो बरखुरदार "


कार्तिक ने फिर से कहा "ऐसी  क्या बजह है जो पागल भी बनने को भी तैयार हो "

नायरा ने बड़ी ही सादगी से उत्तर दिया "डिअर बजह तुम हो "

कार्तिक का अगला सवाल था "मतलब मैं समझा नहीं "

तो नायरा ने कॉफ़ी का सिप लेते हुए कहा "तुम नहीं समझोगे रहने दो "

कार्तिकं  ने फिर से कहा "क्या बोले जा रही हो नायरा तुम , मैं कुछ नहीं समझ नहीं पा रहा हूँ "

नायरा ने कहा "चलो छोडो , तुम नहीं समझोगे , अच्छा ये बताओ कल कहाँ जाना है , कल की क्यों छुट्टी ले रहे हो "


कार्तिक ने अपने सर पर हाथ फेरते हुए सोचा नायरा को इतनी जल्दी सच नहीं बताना चाहिए नहीं तो ये या तो मेरा मजाक बनाएगी या फिर पूरे ऑफिस में कल ही ढोल पीट देगी , 


नायरा ने चुटकी बजाते हुए कहा " अरे मिस्टर , किस ख्याल में खो गए , तुमसे ही पूछ रही हूँ "

कार्तिक ने नार्मल सा रिएक्शन देते हुए कहा "अरे कुछ नहीं बस घर में कोई पूजा रखी है मम्मी ने तो इसलिए "

नायरा ने कहा "ओह तो ये बात है "


कार्तिक ने कहा "hmm"

नायरा ने फिर से कहा "तो कल भगवान से क्या मागोगे पूजा के बाद "

कार्तिक ने मजाकिया अंदाज में कहा "एक सुन्दर सी पूजा "

फिर दोनों हसने लगे , और अब तक कॉफ़ी भी ख़तम हो चुकी थी , कार्तिक ने बिल पे किया और वहां से दोनों चल दिए ||


नायरा ने कार्तिक को बाय बोलते हुए कहा "अच्छा कार्तिक मैं यहां से ऑटो लेलेती हूँ तुम चले जाओ "

कार्तिक ने कहा "अच्छा मेरी इतनी फ़िक्र हो रही है तो घर तक क्यों नहीं ड्राप कर देती "

नायरा हसने लगी और अपना हाथ आगे बढ़ते हुए कहने लगी लाओ दो चाबी बाइक की , अभी ड्राप करके आती हूँ "

कार्तिक ने भी अपना हाथ अपनी पॉकेट में डाला और बाइक की चाबी नायरा के हाथ में रख दी ||


नायरा ने बाइक चाभी ली ओर बाइक पर बैठ कर बाइक को स्टार्ट करने लगी , फिर कार्तिक को इसारे से बैठने को कहा 

कार्तिक बाइक पर नायरा के पीछे बैठ गया , और बोलने लगा "मेडम चलो "

नायरा ने बाइक चलने की कोशिश की , लेकिन नायरा से बाइक नहीं चलायी जा रही थी , तो कार्तिक ने कहा चलो मैं तुम्हे बाइक चलना सिखाता हूँ ||


नायरा ने आश्चर्य से पूछा "कार्तिक , आज तुम्हारे पास इतना टाइम कैसे है मेरे लिए "

कार्तिक ने कहा "डिअर ऐसी बात नहीं है , मैं तो हमेशा ही तुम्हारे लिए टाइम रखता हूँ "


अब कार्तिक नायरा को बाइक चलना सीखने लगा था , कार्तिक ने नायरा को कैसे गियर और किलच का उसे करना है बताया और फिर पीछे बैठ कर नायरा को बाइक का हैंडल पकड़ कर चलवाने लगा , कार्तिक बाइक का हैंडल ऐसे पकड़े हुए था की नायरा उसके बहो के बीच में उसकी मजबूत बाहो की जकड़न नह्सूस कर रही थी , नायरा का ध्यान बाइक पर न हो कर कार्तिक के छूटे शरीर पर थी , नायरा अपनी पीठ पर कार्तिक की छाती का स्पर्श महसूस कर रही थी , नायरा थोड़ी थोड़ी देर के लिए अपनी आंखे बंद कर रही थी ,


ये सिलसिला काफी देर तक चलता रहा , नायरा सोचने लगी काश ये लम्हा यही थम जाये , ओर कार्तिक उसे अपनी बाहो के बीच रख कर यु ही बाइक की सवारी करता रहे , लेकिन ये सिर्फ फैंटसी ही थी ,

थोड़ी ही देर बाद कार्तिक ने कहा , नायरा तुम्हारा घर आने वाला है ऐसा करो तुम अब पीछे बैठ जाओ , मैं तुम्हे ड्राप करके अपने घर के लिए निकल जाता हूँ |


नायरा कुछ नहीं बोली , और कार्तिक के पीछे बैठ गयी , कार्तिक ने नायरा को उसके pg के गेट पर ड्राप कर दिया , और अपने घर के लिए निकल गया |


नायरा की फ्रेंड्स उसका आज तो मजाक उड़ने लगी , आज तो आखिर कार्तिक को pg  तक ले ही आयी ,


नायरा ने उन्हें चुप कराते कहा "ऐसा कुछ नहीं है , वो बहुत ही अच्छा लड़का है "


नायरा की फ्रेंड्स उसे चिढ़ाते रही और तरह की तरह की बाते करती रही , 


खाना खाने के बाद जब नायरा बिस्तर पर गयी और अपनी आंखे बंद करके लेट गयी , आंखे बंद करते ही उसके सामने एक बार फिर से वही सीन चलने लगा , बाइक , कार्तिक , और नायरा ,,,,,,,,,,,,,,


फिर नायरा ने ख्वाव से बापस आते हुए सोचने लगी , न जाने आज कार्तिक के लिए इतना क्यों सोच रही हूँ ??

सिर्फ मैं ही सोच रही हूँ , या फिर कार्तिक भी ??

 कुछ पता नहीं , वो ऐसा नहीं सोचता , वो तो बस अपने काम में व्यस्त रहता है , टकलू से डरता है , फट्टू है, न जाने नायरा क्या क्या लगातार सोचे जा रही थी , 

 तभी अचानक से उसका ध्यान टूटा , उसका फोन आवाज कर रहा था , उसमे मेसेज आने की आवाज आ रही थी ,


उसने उठा कर देखा तो कार्तिक का मेसेज था , वो पूछ रहा था , खाना खाया ??

नायरा की ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं रहा , मेसेज का रिप्लाई देने की बजाय बो सोचने लगी , क्या मैं जो सोच रही थी , वो कार्तिक भी सोच रहा था , उसके चेहरे पर मुस्कान बिखरी हुयी थी |||

 

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