Love story Hindi | Hindi kahani New | Arrange Marriage Part - 14 | अरेंज मैरिज
शाम होने वाली थी , कार्तिक ने अपने कपडे चेंज किये , और अपनी बाइक की चाभी उठायी और बाहर जाने लगा |
राजेश जी ने जाते हुए कार्तिक को पूछा "अरे भाई , कहा चल पड़े "
कार्तिक ने कहा "कही नहीं पापा ,वो एक फ्रेंड के पास जा रहा हूँ "
राजेश जी ने पूछा "कहाँ "
तभी शीला जी ने उन्हें टोका और बोली "अरे जाने दो न , लड़का बड़ा हो गया है , शादी भी होने वाली है , जाने दो ,जा रहा होगा दोस्तों से मिलने जुलने "
राजेश जी ने कहा "अरे भाग्यवान , वो तो मुझे भी पता है , लेकिन मैं तो ऐसे ही पूछ रहा था "
शीला जी ने कार्तिक को कहा "बेटा तुम जाओ , लेकिन टाइम से घर आ जाना "
"ओके माँ "कहता हुआ कार्तिक अपनी बाइक निकाल के चला जाता है
शीला जी बोलने लगती है "तुम भी न , बच्चे बड़े हो गए है , दोस्त यार से मिलने दिया करो , जानने दोगे उन्हें दुनिया दारी के बारे में कुछ या नहीं "
राजेश जी ने भी मजे लेते हुए कहा "जैसे की तुम तो सब कुछ जान के ही आयी थी "
शीला जी ने मुँह बनाते हुए जवाव दिया "और नहीं तो क्या , सब कुछ तो मेने ही सिखाया था तुम्हे "
राजेश जी के चेहरे पर मुस्कान आयी और बोले "हम्म्म सही कह रही हो , आज भी याद है मुझे अपने पहले मिलन की रात की सारी यादे "
शीला जी थोड़ा सा फैलते हुए बोली "रहने ही दो , मत दिलाओ वो याद , जो काम तुम्हे करना चाहिए था , वो सब मुझे करना पड़ा था , बताओ भला कोनसी बीवी अपने पति का पहले ही दिन अपने घूँघट की जगह ......"
बीच में ही टोकते हुए राजेश जी बोले "बस करो यार , कितना जलील करोगी इस बात को लेकर शादी के २५ साल बाद भी जलील कर देती हो तुम "
"तो ठीक है मुझे याद न दिलाया करो वो सब बातें " शीला जी चेतावनी देते हुए कहा
"ठीक है , चलो आज कुछ नहीं बातें करले " राजेश जी थोड़ा रोमांटिक मूड में आते हुए बोले
शीला ने अपनी आंखे चमकाते हुए कहा "क्यों तुम अपनी बेज्जती करवाने पर तुले रहते हो "
राजेश जी ने शीला जी को बाहो में भरते हुए पूछा "ऐसे क्यों बोलती हो डार्लिंग "
शीला जी ने उन्हें दूर धकेलते हुए कहा "वो इसलिए की तुम अब पक चुके हो , "
राजेश जी ने फिर से उन्हें अपनी और खींचा और बोले "आज देखो मेरा कमाल फिर बोलना "
शीला ने कहा "क्यों आज क्या कोई घुटी पी ली है तुमने जो आज कुछ और करने वाले हो , रोज की तरह ढेर हो जाओगे "
राजेश जी ने धीरे से जा कर कमरे का गेट बंद किया और सारी लाइट्स भी ...................
शीला ने हस्ते हुए कहा "अ जी इस सब की कोई जरुरत नहीं है , इन्हे खुला ही रहने दो तो अच्छा है , आज ऐसा कुछ नहीं होने वाला "
राजेश जी ने पूछा "क्यों जी "
शीला ने अपनी ही अदा में बताया तो राजेश जी अपने होठ दवाते रह गए और निराश हो गए ....
शीला जी मुस्करायी और अपने हाथ बढ़ाते हुए राजेश की शर्ट का कल्लोर पकड़ के अपनी और खींचते हुए अपने पास किया ..
और फिर अपने होठो को राजेश जी के होठो पर रख दिया ......
कार्तिक ने नायरा को कॉल किया |
हेलो नायरा कहा हो ?
नायरा "मैं तो अपने पीजी के गेट पर तुम्हारा इंतजार कर रही हूँ "
कार्तिक "ओह्हो , तो एक कॉल तो कर दिया होता,मुझे कैसे पता चलेगा की तुम कहा हो "
नायरा ने बड़े ही प्यार से कहा "कार्तिक कुछ चीजे बताने की नहीं समझने की होती है "
कार्तिक पहले थोड़ी देर चुप रहा फिर बोला "अच्छा चलो तुम वही रुको मैं आता हूँ "
नायरा ने भी कहा "ओके आई एम् वेटिंग "
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करीब पंद्रह मिंट में कार्तिक वहाँ पहुंच गया , तो उसने देखा नायरा आज कुछ अलग ही दिख रही है , वो रोज की तरह जींस और टॉप या टी शर्ट में नहीं बल्कि एक भारतीय परिधान गुलाबी कलर की कुर्ती और सफ़ेद रंग की पजामी में खड़ी उसका इंतजार कर रही थी , ऊपर से उसके खुले लम्बे काले घने बाल उसकी सुंदरता पर और भी चार चाँद लगा रहे थे |
पहले तो कार्तिक उसे खड़ा देखता ही रहा , और देखते देखते न जाने क्या क्या सोचता रहा |
फिर न जाने क्या सोच कर उसने नायरा के पास जाना सही समझा |
"हे नायरा " कार्तिक ने उसे हाथ हिलाते हुए कहा |
"हाय , तो तुम आ गए , बड़ी देर लगा दी आने में " नायरा ने कहा
कार्तिक अभी भी टकटकी लगाए उसे देखे जा रहा था
"ओह हेलो तुम ही बोल रही हूँ , क्या देख रहे हो , क्या कभी कोई लड़की नहीं देखी" नायरा ने चेहरे पर मुस्कान लाते हुए कहा
कार्तिक ने भी अपने चेहरे पर मुस्कान बिखेरी और फिर कहा "हम्म देखी है लेकिन ऐसी नहीं देखी जैसी मेरे सामने खड़ी है "
नायरा ने थोड़ा सा इठलाते हुए कहा "तो फिर बोल क्यों नहीं देते अपने मन की बात "
कार्तिक थोड़ा सा होस में आते हुए बोला "अब मैं कोई मोदी तो हूँ नहीं जो मन की बात बोलू "
अब नायरा और कार्तिक दोनों हसने लगे
"यही खड़े रहोगे या फिर कही चलना भी है " नायरा ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा
कार्तिक ने अपनी बाइक स्टार्ट की और बैठने को इशारा किया |
नायरा ने बाइक पर बैठते हुए पूछा "तो हम कहाँ चल रहे है ??"
कार्तिक ने अपनी मुंडी घुमाई और कहा "मिलने के लिए किसने बुलाया है "
नायरा थोड़ा सा हसी और बोली "बुद्धू हो तुम इतना भी नहीं समझते , चलो आज बियर पीते है "
कार्तिक बोला "लगता है लड़की आज मरवा के ही मानेगी "
नायरा ने फिर से कहा "तुम कितने फट्टू हो , एक लड़की ऑफर कर रही है और तुम हो की समझ ही नहीं रहे "
कार्तिक ने कहा "नहीं यार ऐसा नहीं है , मैं फॅमिली में रहता हूँ , पापा मेरा मुँह भी सूंघ लेते है "
इस बात पर नायरा ने कार्तिक की खूब हसी उड़ाई , कार्तिक ने भी कुछ नहीं कहा |
थोड़ी देर बाद दोनों , एक बियरबार में पहुंच गए ,
नायरा उतरी और उतरते ही अंदर जाने के दो पास ले आयी ,
"चलो चलो जल्दी करो , आओ न यार , क्या सोच रहे हो , आओ जल्दी करो " नायरा ने कार्तिक को उसके बम्प पर मारते हुए कहा
कार्तिक को ये सब थोड़ा सा अजीब लगा , उसने कुछ बोले बिना ही नायरा को फॉलो किया और बार के अंदर चले गया |
नायरा ने सामने पड़े सोफे पर बैठने को कहा और खुद सामने जाकर दो बियर की बोतल ले कर आयी |
एक बोतल कार्तिक की और बढ़ाते हुए कहा "ये लो आज जी लो अपनी जिंदगी "
कार्तिक ने बोतल तो पकड़ ली लेकिन आज कार्तिक नजर नायरा के चेहरे से हट नहीं रही थी , वो उसे बेतहासा देखे जा रहा था |
नायरा ने गटागट लगभग आधी बोतल एक बार में ही ख़त्म करते हुए कहा "क्या यार तुमने तो अभी अपने होठ भी गीले नहीं किये "
कार्तिक अभी भी नायरा की और देख रहा था तो नायरा ने कहा "ऐसा क्या दिख रहा है आज मेरे चेहरे में "
कार्तिक ने जवाव दिया "जो रोज नहीं दिखता था , आज एक भारतीय परिधान में पश्चिमी लड़की जिसे मैं आज जी भर के देख लेना चाहता हूँ "
नायरा ने अगली बार पूरी बोतल ख़त्म करते हुए कहा "लो देख लो जो देखना चाहते हो , जी भर के देख लो "
कार्तिक ने भी अपनी बोतल से पहला घूट भारा और अजीव सी शक्ल बनाते हुए कहा "अरे यार तुम ये कैसे पी लेती हो एक बार में ही "
नायरा ने बेटर को बुला कर एक और बोतल लाने को कहा
एक और बोतल हाथ में ले कर नायरा ने फिर से पीना शुरू की और बोली "देखो ऐसे पीते है फट्टू इंसान "
नायरा के मुँह से बार बार फट्टू सुन कर कार्तिक भी तैस में आ गया , उसने भी जल्दी जल्दी पीना शुरू करदी , और गटागट बोतल ख़त्म कर दी ,
नायरा और कार्तिक ने बातो ही बातो में दो दो बोतल ख़त्म कर दी थी , अब बियर का नशा अपना जोर पकड़ने लगा था ,
नायरा ने कार्तिक का हाथ पकड़ा और उसे डांस फ्लोर पर ले गई, अब कार्तिक और नायरा एक दूसरे को पदक पकड़ कर डांस करने लगे थे |
दोनों को एक दूसरे का स्पर्श एक अजीव सी फीलिंग का एहसास करा रहा था , दोनों को अच्छा लग रहा था , एक दूसरे के और भी करीब जाने की कोशिश करने लगे थे , दोनों डांस करते करते चिपक रहे थे |
अचानक से कार्तिक का हाथ नायरा की कमर में चला गया , अपनी कमर के पास कार्तिक के हाथ का स्पर्श पा कर नायरा सिहर सी गई | उसने कार्तिक का हाथ हटाना चाहा लेकिन चाहते हुए भी नहीं हटाया |
कुछ देर में दोनों बहुत करीब आ चुके थे | कार्तिक ने अचानक से अपने होठ नायरा के होठो पर रख दिए ||
नायरा ने ये सब इतनी जल्दी एक्सपेक्ट नहीं किया था , इसलिए उसने खुद को कार्तिक की पकड़ से छुड़ाते हुए बाहर दौड़ती हुयी चली आयी | कार्तिक को अभी भी कुछ समझ नहीं आ रहा था आखिर उसने ये क्या कर दिया था | उसने अपना सर पकड़ा और थोड़ी देर के लिए वही पड़े सोफे पर बैठ गया |||||
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