Love Story Hindi | कॉल सेंटर ( भाग - १६) - Call center part - 16
नैना अपने फ्लैट की बल्किनी में खड़ी सामने के पार्क में वाकिंग कर रहे कपल्स को देख रही थी , कैसे एक दूसरे के साथ कदम से कदम मिला कर पार्क के एक कोने से दूसरे कोने तक और फिर बापस वहां से इधर तक आ रहे है, कोई अपने प्रेमी के बाल खींच कर उसे परेशान कर रहा है तो कोई छेड़ के आगे की और भाग रहा है और उसका दूसरा साथी उसे पकड़ने की कोशिश में उसका पीछा कर रहा है और फिर थक जाने के बाद शीट पर बैठ कर सॉरी बोल रहे है |
कुछ प्रेमी युगल एक दूसरे की बाहो में पार्क में उपस्थित बाकी लोगो से आंखे चुरा कर एक दूसरे के होठो से काम रस चुरा लेना चाहते थे |
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ये सब देख कर नैना के नैन फिर से सजल हो रहे थे , वो इन सब प्रेमिकाओ के प्रेमी में अपने हिमेश को देख रही थी , उसे अपने कॉलेज के हर एक वो दिन याद आ रहे थे , जिन्हे उसने अपने आप को और हिमेश के साथ जिया था |
कैसे हिमेश को उसका हर रोज बस स्टैंड पर गुलाब का फूल लिए उसका इंतजार करते हुए पाया करती थी |
बस से उतरते ही लोगो से आंखे चुरा कर एक लम्बा बड़ा सा हुग हुआ करता था , फिर उसके बाद दिन की शुरुआत हुआ करती थी |
नैना अपने विचारो में मग्न ही थी की पीछे से उसके पीठ पर उसने किसी का हाथ का स्पर्श महसूस किया |
उसने पीछे मुड़ कर देखा तो सुलेखा अपने मुँह में सिगरेट लिए उसे सिगरेट का इशारा कर रही थी |
फिर से पीछे की और मुड़ते हुए नैना ने न कह दिया
सुलेखा ने नैना से उसके आँखों में आंसू की बजह जानने की कोशिश की , तो नैना शांत और चुप ही रही |
सुलेखा ने स्मोक के चार पांच कस खीचने के बाद कहा "नैना ऐसे कब तक चलता रहेगा , तुम कुछ करती क्यों नहीं हो "
नैना ने अपने आंसू पूछते हुए पूछा "क्या करू मैं , हर रोज टूटती जा रही हूँ "
सुलेखा ने सिगरेट मुँह में ली और फिर से एक कस खीचने के बाद धुआँ को बाहर निकलने के बाद बोली "इस धुएं को देख रही हो "
नैना ने हाँ में सर हिला देती है , तब फिर से सुलेखा ने कहा "इसे हवा लगातार तोड़ने की कोशिस कर रही है , और ये टूट भी रहा है , लेकिन ये लगातार अपनी मंजिल की और बढ़ता ही जा रहा है "
नैना शांत उस धुआँ के गुच्छे को देखती रही हो की ऊपर की और उठता ही जा रहा था |
सुलेखा ने फिर से कहा "देखो ख़त्म होने को aya फिर भी अपने टारगेट की और ही जा रहा है "
सुलेखा ने नैना के कंधे पर अपना हाथ रखा और कहा "बहन इतनी जल्दी मत टूटो , तुम्हे बहुत कुछ करना है "
नैना ने रोते हुए कहा "मुझसे इस दलदल में और नहीं रहा जा रहा है , मुझे यहाँ से निकलना है , सुलेखा बताओ मैं क्या करू"
सुलेखा ने नैना के आंसू साफ किये और फिर कहा "पहले तो तुम रोना बंद करो , और फिर जो तुम्हारा दिल करे वो करो "
थोड़ी देर सोचने के बाद नैना ने सुलेखा को तैयार हो जाने के लिए कहा
सुलेखा ने एक बार पूछा "तैयार हो कर हमे कहा चलना है ?"
नैना ने उसे बताया "हमे आज डेविड ने मिलने के लिए अपने फार्महाउस पर बुलाया है "
एक घंटे बाद , दोनों रेडी हो कर मिस्टर डेविड के फार्महाउस जाने लगी ,
सुलेखा ने पूछा "कोई खास काम है क्या वहां "
"हम्म हो भी सकता है , बरना हमे वहां नहीं बुलाता , कॉल पर ही बता देता " नैना ने कहा
"हम्म वही मैं सोच रही थी " सुलेखा ने अपना सर खुजलाते हुए बोला
करीब आधे घंटे में दोनों डेविड के फार्महाउस के गेट पर पहुंच चुकी थी , गेट में एंट्री करने ही वाली थी की गार्ड ने उन्हें रोक दिया ,
सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें अंदर जाने का कारण पूछा
तो नैना ने उस पर गुस्सा करते हुए कहा "क्या तुमने मुझे पहले यहां आते जाते नहीं देखा है ?"
गार्ड ने कहा "सॉरी मेडम , अब हमे बिना जानकारी के किसी को भी अंदर जाने नहीं देने का आर्डर मिला है , पहले आप अपना नाम और नंबर बताओ "
गार्ड की बात सुन कर नैना और भी गुस्से से लाल पीली होने लगी , उसने बड़े ही तैस में अपने बैग से अपना फ़ोन निकला कहने लगी "रुको तुम्हे अभी बताती , आखिर समझ क्या रखा है "
गार्ड ने कहा "मेडम आप बुरा न माने और हमे अपनी ड्यूटी करने दे , बिना बताये हम नहीं जाने देंगे "
सुलेखा ने नैना से कहा "बता ही देते है यार , क्या फर्क पड़ता है "
नैना ने चिढ़ते हुए गार्ड की और देखा और कहा "नहीं रुक जा सुलेखा , इसे ही बताती हूँ आज मैं कौन हूँ "
माहौल को गर्म होते देख गार्ड को भी गुस्सा आ जाता है वो कहता है "देखिये मेडम आप कोई भी हो , लेकिन मैं बिना नाम और नंबर के नहीं जाने दूंगा "
इतने में नैना ने कॉल लगा दिया ,
हेलो सर , कहाँ है आप ??
डेविड ने बताया वो अंदर उसी का इंतजार कर रहा है , तुम कहाँ हो ?
नैना ने कहा "मैं गेट पर हूँ लेकिन एक आपका बफादार हमे अंदर नहीं आने दे रहा है "
डेविड तुरंत नैना की बात समझ चुका था , उसने तुरंत गार्ड रूम में कॉल किया और बताया की ये स्पेशल है इन्हे ऐसे ही आने दो |
ओके सर कहते हुए गार्ड ने गेट ओपन कर दिया और कहा "मेडम जी अब आप अंदर जा सकते हो "
नैना ने झटके से गेट में धक्का दिया और अंदर चली गयी , उसके पीछे पीछे सुलेखा भी जाने लगे |
नैना अभी भी बड़बड़ाये जा रही थी "जाने क्या समझते है ये दो दो कोड़ी के इंसान "
नैना वैसे कभी इतना हाइपर होती नहीं थी , लेकिन आज सुबह से ही उसका मूड ख़राब था , इसके कारण उसने गार्ड को बुरा भला कहा |
नैना अंदर जा ही रही थी की एक मुस्टंडा उसे बाहर आता दिखा , पास आते ही उसने नैना से पूछा "क्या तुम ही नैना हो "
नैना ने कहा "हाँ मैं ही हूँ "
फिर उसने पूछा ये तुम्हारे साथ में कौन है ??
नैना ने बताया "ये सुलेखा है , सर के कहने पर ही इसे यहां लायी हूँ "
अब उस मुस्टंडे ने कुछ नहीं कहा , और उन्हें अंदर ले जाने लगा |
जब नैना और सुलेखा अंदर पहुंची तो देखा डेविड पहले से ही कुछ लोगो के साथ अपने केविन में मीटिंग में बिजी था , तो उस मुस्टंडे के कहने पर बो केबिन के बाहर सोफे पर उसका इंतजार करने लगी |
थोड़ी देर बाद उसके केबिन से एक लड़की और एक लड़का निकला उनके साथ में डेविड भी निकला ,
डेविड ने उन्हें ऊपर कमरे की और जाने के लिए इशारा करते हुए एन्जॉय योर डे कहा
अब डेविड ने अपने बढ़ी हुयी दाढ़ी पर हाथ फेरते हुए सामने बैठी नैना और सुलेखा की और देखा और उन्हें अंदर केबिन में आने को कहा
दोनों अंदर चली जाती है
"वेलकम सुलेखा " डेविड ने गर्मजोशी में कहा
सुलेखा क्युकी डेविड के सामने पहली बार आयी थी , इसलिए थोड़ी सी सहम सी रही थी , उसने डरे हुए शव्दो में डेविड का धन्यबाद किया |
सुलेखा ने इतना आलीशान केबिन अपनी लाइफ में पहली बार देखा था , केबिन से आती हुए मधहोश करदेने वाली खुशु के साथ सुलेखा उसकी सजी दीवारों में खोई सी जा रही थी |
नैना और डेविड बातें करने लगे , डेविड नैना से काम की बातें करने लगा था , उसने सारी रिपोर्ट्स के बारे में बात करने के बाद , उसे अपने रूम के उस तरफ चलने को कहा
नैना कुछ समझी नहीं , उसे लगा डेविड ठरकी है ही शायद अपनी तर्क मिटाने के लिए बुला रहा होगा , समझ कर अनमने ढंग से जाने लगी
लेकिन जब कमरे के उस तरफ पहुंची तो उसे कुछ और ही देखने को मिला
वहां एक चमचमाती हुयी कार दिखाई दी ,
डेविड ने अपनी जेब से उस कार की चाबी नैना की और करते हुए कहा "this is for you"
नैना पहले तो कुछ बोल ही नहीं पा रही थी , फिर उसने बड़ी हिम्मत करते कहा "सर इसकी क्या जरूरत थी "
डेविड ने कहा "जरूरत तो है ही रख लो मेरी तरफ से तोफा है तुम्हारे लिए "
नैना ने थैंक यू कहते हुए चाभी अपने हाथ में लेली
नैना मन ही मन सोचने लगी , इस हवसी ने अगर इतना बड़ा गिफ्ट दिया है तो जरूर इसके मन में कुछ न कुछ बड़ा ही चल रहा होगा , तभी इसने ये कदम उठाया है |
जरूर इसके बदले कोई बड़ा काम करवाएगा हमसे
डेविड ने दोनों को अपने डाइनिंग रूम में चलने को कहा
वहां जा कर उसने तीन ड्रिंक मगवाई और कुछ फ्रूट्स के साथ स्नैक्स को भी बोला
तुरंत ही ड्रिंक तैयार कर दी गयी थी , दोनों लड़कियों को ड्रिंक पकड़ते हुए उसने एन्जॉय करने को बोला और फिर सुलेखा की और हवस भरी निगाहो से देखने लगा |
नैना समझ चुकी थी की आज सुलेखा इसकी हवस की शिकार बनेगी
एक दो ड्रिंक लेने के बाद डेविड ने सुलेखा को उसके कंधे के पास छूटे हुए कहा "डार्लिंग चलो आज तुम्हे चख के देखता हूँ , कैसा स्वाद है तुम्हारे अंदर , देखने में काफी गदरायी हुई लगती हो "
डेविड की बेतुकी बाते सुनकर सुलेखा सहम सी गयी उसने अपने आप को थोड़ा सा दूर करते हुए नैन की और देखा , नैन भी अपने हाथ में ग्लास लिए बेबस खड़ी नजर आयी , नैना की ख़ामोशी साफ कह रही थी की जाओ सुलेखा आज तुम इस हवसी की प्यास बुझाओ ,
डेविड सुलेखा को लेकर अपने आलीशान कमरे में चला गया
नैना अपना सर पकड़े वही सोफे पर बैठी रही |||||
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