google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Love Story Hindi : Hindi Love Story : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 44

Love Story Hindi : Hindi Love Story : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 44

 

Love Story Hindi : Hindi Love Story : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 44



थोड़ी देर नीलू कार्तिक की आँखों में देखती रही और फिर शर्मा के हलकी सी मुस्कान के साथ नजरे झुका ली | कार्तिक अभी भी मौन था , फिर दो कदम आगे आते हुए कहा "चले , क्या हम इधर आ कर बैठे ?"

नीलू ने हाँ में सर हिलाते हुए सहमति जताई |

और फिर दोनों एक सही सी जगह देख कर बैठ गए |


दोनों चुप बैठे थे , किसी के पास कोई टॉपिक नहीं था बात करने को , नीलू कभी अपना हैंडबैग इधर तो कभी उधर रख रही थी 

कार्तिक कभी अपने होठो को दांतो से दबाता तो कभी अपने फ़ोन में देखने लगता | ऐसा करते करते लगभग दो से तीन मिंट हो गए थे | फिर कुछ देर और होजाने के बाद , कार्तिक ने कहा "क्या हम ऐसे ही बैठे रहेंगे  "

अब नीलू हलके से मुस्करायी और कार्तिक की ओर देखने लगी फिर बोली "तो किसी ने मना थोड़े न किया है कुछ कहने या सुनने को "

कार्तिक भी मुस्कराया और बोला "तो बोलो न फिर किसी के इजाजत का इंतजार क्यों हो रहा है "

नीलू अब हसी और बोली "हम्म , मैं तो बोल ही रही हूँ , आपको भी बोलना है "


बार्तालाप शुरू हो चुका था , दोनों के चेहरे पर लालिमा के साथ मुस्कान चमक रही थी , हाँ थोड़ी थोड़ी सी पहली मुलाकात बाली शर्म और हया स्पस्ट निखार कर सामने आ रही थी | कार्तिक के पैर अपने आप हिल रहे थे इससे पता चल रहा था की वो नीलू के सामने थोड़ा सा नर्बस फील कर रहा था | और इधर नीलू भी बार बार अपने हाथ मल रही थी , उसे भी अंदर से घबराहट सी महसूस हो रही थी |

Love Story Hindi:

कार्तिक ने पूछा "तुम्हारे घर पर सब ठीक है , मतलब घर पर क्या बोल के आयी हो "

 नीलू के होठो पर मुस्कान के साथ खुले और बोली "मैं  झूठ बोल के आयी हूँ , मैंने कहा है की मैं अपनी सहेली के घर आयी हूँ "

कार्तिक ने उत्साहित होते हुए कहा "अरे , तो इसकी क्या जरूरत थी , बोल देती कुछ ओर "

नीलू ने कहा "क्या बोलती की मैं जारही हूँ , तुमसे मिलने , पिटना नहीं था मुझे मम्मी से "

कार्तिक को नीलू की बात पर हसी आ गयी , वो हसने लगा ,

नीलू ने मुँह बनाते हुए कहा "आपको मेरी बातो पर हसी आ रही है न , ठीक है अब हम नहीं बतायेगे कुछ भी "

कार्तिक ने कहा "हम हस नहीं रहे , बस ऐसे ही , "

नीलू "अच्छा जी "

कार्तिक "तो अब चले , अंदर माल में , वही कुछ खा भी लेंगे और मुझे कुछ शॉपिंग करनी है "

नीलू थोड़ी देर और कार्तिक के पास बैठना चाहती थी इसलिए उसने कहा "हाँ चलो चलते है , क्या आपको ज्यादा भूख लग रही है "

कार्तिक ने कहा "नहीं नहीं , ज्यादा तो नहीं ,  मैं तो तुम्हारे लिए बोल रहा हूँ "

नीलू ने फिर कहा "अच्छा तो फिर चलेंगे कुछ देर में , अंदर बहुत भीड़ होती है "

कार्तिक ने कहा "ठीक है "

नीलू ने फिर पूछा "आपकी जॉब कैसी चल रही है "

कार्तिक ने कहा "सब ठीक ही चल रही , अपना बताओ क्या करती हो घर पर "

नीलू ने कहा "मेरी तो अभी पढ़ाई ही चल रही है , कॉलेज जाना पड़ता है कभी कभी "

कार्तिक ने कहा "कभी कभी क्यों , रोज क्यों नहीं "

नीलू ने कहा "मैं घर पर ही ऑनलाइन पढ़ती हूँ ,इसलिए "

कार्तिक - अच्छा फिर ठीक है

कार्तिक ने देखा की नीलू बात करते करते अपनी हाथ पैर हिला रही है | तो कार्तिक ने उसे पूछा 

कार्तिक - तुम कांप क्यों रही हो ??

नीलू - नहीं ,,, वो ,,,,मुझे थोड़ी सी नरबसनेस फील हो रही है , इसलिए , पहले ऐसे कभी किसी से मिली नहीं हूँ न |

कार्तिक के चेहरे पर मुस्कान झलकने लगी थी , उसने फिर कहा - इसका मतलब तुमने कभी किसी लड़के से दोस्ती नहीं की 

नीलू सोचने लगी ये कैसा सवाल खड़ा कर दिया इसने मेरे सामने 

नीलू - हम्म , नहीं ऐसा भी नहीं है , हाँ लेकिन ऐसा मान सकते हो |

कार्तिक ने कहा "कैसे मतलब , हाँ या न "

 नीलू - मेरा किसी भी लड़के से एक लड़की बाला कोई रिस्ता नहीं है |

कार्तिक - ओह्ह , मुझे लगा , 

नीलू ने थोड़ा चौड़ा होते हुए पूछा - कैसा कैसा 

कार्तिक - अरे इतना उखड़ने की कोई जरुरत नहीं है , मैं तो बस ऐसे ही बोल रहा था , और आज कल तो दोस्त होना आम बात है |

नीलू - आम बात तो आपके लिए होगी , हमारे यहां तो खास बात होती है , लड़का और लड़की की दोस्ती का मतलब कही न कही गलत ही मानते है |

कार्तिक ने कहा - हम्म ऐसा तो है ही लेकिन अब हम तो जॉब करते है साथ में लड़के भी और लड़कियां भी तो दोस्ती होना तो कोई बड़ी बात नहीं |

नीलू - तो इसका मतलब आपकी भी गिर्ल्फ़्रेडस होगी ?

कार्तिक - नहीं ऐसा तो नहीं है | हम बस दोस्त ही है |

नीलू ने कार्तिक के लड़खड़ाते स्वर को पकड़ते हुए कहा - वैसे अभी मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है , लेकिन शादी के बाद अगर कोई लफड़ा हुआ तो मुझसे बर्दास्त नहीं होगा |

कार्तिक मुस्कराने लगता है , तो नीलू उसे देख कर और थोड़ा सा गुस्सा जैसा मुँह बना लेती है |

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तब कार्तिक कहता है - अरे एक बात बताओ , सिर्फ दोस्त होने भर से ही क्या सब कुछ गलत हो जाता है | हम साथ में काम करते है तो बात चीत होना स्वाभाविक है , और इसमें गलत क्या है |

नीलू ने कहा - हमने गलत नहीं कहा , हम तो बस ये कह रहे थे की बाद में कोई किसी तरह का चक्कर नहीं होना चाहिए |

कार्तिक हसने लगा और बोला - और अगर हुआ तो ??

अब नीलू के चेहरे के भाव बदल चुके थे , और अपनी गुस्सा को कण्ट्रोल करते हुए बनाबटी हसी हस्ते हुए नीलू ने कहा - तो हम आपकी उसके साथ शादी करा देंगे ??

कार्तिक ने एक दम से नीलू की ओर  पलटते हुए कहा - सच्ची न ??

नीलू - मुच्ची , और नीलू वहां से उठ कर जाने लगी ...

अरे क्या हुआ ... रुको तो .. कहा जा रही हो ??? कार्तिक ने नीलू को आगे जाकर रोकते हुए कहा |

नीलू - हटो हमारे आगे से , यहां सब देख रहे है , बाजु हटो |

कार्तिक साइड में हो गया और नीलू आगे आगे जाने लगी ........रुको तो सही तुम तो बुरा मान गई , मैं तो मजाक कर रहा था ,,, बात तो सुनो मेरी .... चलो मैं भी आ ही रहा हूँ ||


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