google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Love Story Hindi : Hindi Love Story : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 48

Love Story Hindi : Hindi Love Story : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 48

Love Story Hindi : Hindi Love Story : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 48



शाम हो गयी थी , शीला जी कार्तिक के पास उसके कमरे में गयी , 

शीला जी "कार्तिक , कहाँ हो "

कार्तिक - हाँ माँ यही हूँ 

शीला जी - अच्छा इधर हो , क्या कर रहे हो 

कार्तिक - हाँ माँ , आजाओ 

शीला - क्या कर रहे थे 

कार्तिक - कुछ नहीं माँ जी , मैं ये कपड़े लाया था वही पहन के देखा था |

शीला - अरे वाह , दिखाओ तो क्या लाये हो , कैसा लग रहा है , पहने के देखाओ

कार्तिक - ओह अभी तो पहना ही था  फिर से पहनू

शीला - तो ये तुम्हारी गलती है न , क्यों नहीं बुलाया हमे , बुलाना चाहिए था न दिखाने को 

कार्तिक - कोई नहीं फिर से पहनता हूँ |

शीला ने कहा - ठीक है जल्दी से पहनो , जरा देखू तो क्या लाया है हमारा लड़ला , 

कार्तिक - ठीक है थोड़ी देर के लिए मेरे रूम से बाहर तो जाओ , तभी तो पहनूँगा 

शीला - चल हट रे अभी इतना बड़ा नहीं हुआ है की हमे तेरे रूम से बाहर जाना पड़े , जब बहू आजयेगी तब बोलना ये सब , बचपन से सब देखा है तेरा , क्या है क्या नहीं | जल्दी करो 

कार्तिक माँ की बात सुनकर शर्मा जाता है और बोलता है 

क्या माँ जब देखो बेज्जती कर देती हो , अब मैं बड़ा हो गया हूँ , थोड़ा तो स्पेस दो मुझे 

शीला - हाँ बेटा पता है तुम बड़े हो गए हो , और कितने बड़े हो गए हो ये भी पता है | जाती हूँ जल्दी करो ठीक है | तू नहीं सुधरेगा |

कार्तिक अब जल्दी से अपने कपड़े निकलता है और दुवारा से पहनने लगता है |

इतने में कार्तिक के पापा शीला जी को ढूंढते ढूंढते ऊपर आ जाते है |


उन्हें गलतफैमी हो जाती है , उन्हें  लगता है कि शीला छुप के कार्तिक के कमरे में कुछ देख रही है |

राजेश - shhh ... इधर सुनो , ये क्या है , बेटा बड़ा हो गया है , उसके कमरे में छुप के नहीं देखना चाहिए अब |

शीला जी - क्या तुम भी सच में बुढ़िया गए हो ?? मैं अंदर जाने  का वेट कर रही हूँ , वो नए कपड़े लाया है न तो वही पहन के दिखायेगा ||

राजेश जी - अरे तो ऐसे खड़ी होगी तो कोई भी समझेगा की कुछ देखना छह रही हो , 

शीला जी - तुम चुप ही रहो , तुम्हे तो हमेशा ही कुछ न कुछ गलत दीखता रहता है |

राजेश जी मुस्कराये और फिर मजाकिया अंदाज़ में कहा - मुझे तो अभी भी कुछ दिख रहा है |

शीला ने शरमाते हुए अपने छाती की और देखा और उसे चुन्नी से ढकते हुए कहा , हूँह तुम्हे तो हमेश यही दीखता है और फिर होता कुछ नहीं है | राजेश जी शीला की और उन्हें पकड़ने के लिए झपटे , उन्होंने शीला पकड़ा और बोले - अच्छा तो हम तुम्हे अभी बताते है हम क्या कर सकते है | शीला जी छटपटाते हुए बोली - अजी छोडो हमे , कोई देखेगा तो क्या सोचेगा , बच्चे अब बड़े हो चुके है |

राजेश जी बोले - तो क्या हुआ हमारा दिल अभी बच्चा है जी ||

शीला जी शरमाते हए बोली - हाँ तो तुम क्यों बच्चे बन रहे हो ||

इतने में रिया और उसकी दादी माँ भी ऊपर आ गयी ..... उन्होंने शीला और राजेश को उसी स्थिति में देख लिया ...'

रिया - चचचचचच ... क्या पापा मम्मी ,, जगह तो देख लिया करो.. कही भी शुरू हो जाते हो ||

राजेश जी ने अब छोड़ दिया और बोले - अरे बेटा वो ये तेरी मम्मी न मेरा .........

रिया - हाँ पापा अब आप न रहने ही दो , बहाने भी बनाना नहीं आता आपको तो ...

रेशमा जी ने कहा "अरे बुद्धू थोड़ी सी शर्म करले , अब बच्चे बड़े हो गए है " 

राजेश जी - माँ आप भी न , हम ऐसा कुछ नहीं कर रहे थे , हम तो बस 


शीला जी ने बात बदलते हुए कहा - अच्छा चलो छोडो , देखते है कार्तिक ने कपड़े कैसे खरीदे है |

और सारे लोग कमरे में अंदर प्रवेश कर गए |


ये क्या कार्तिक तो पूरी तरह दूल्हे की तरह सजा हुआ नजर आ रहा था , सब लोगो के चेहरे पर विनोद के भाव थे ,सब खुश और प्रसन्न थे , सब हस रहे थे | 


कार्तिक ने जब सबको एक साथ अंदर पाया तो अचम्भित हो गया , चौकते हुए बोला - क्या हुआ , सारे लोग एक साथ अंदर , आज ही मुझे दूल्हा बना देंगे क्या |

रिया बोली - हाँ भाई आज तो तुम सच में दूल्हा लग रहे हो , आओ आओ जल्दी से सेल्फी लेते है |

एक करके सब खड़े होगये और फोटो क्लिक करने लगे |

बस करो बहुत हो गए फोटो सोटो ये बताओ कैसा लग रहा है ये सूट मेरे ऊपर |

जच रहा है मेरे भाई "राजेश जी ने तपाक से कहा "

कोई नजर तो उतार दो मेरे बच्चे की कही नजर न लग जाये "शीला जी ने राजेश जी का जूता लेते हुए कहा " 

अरे माँ क्या कर रही हो , बच्चा थोड़े हूँ अब मैं "कार्तिक ने माँ को टोकते हुए कहा "

रेशमा जी बोली "कार्तिक बेटा उतर जाने दे नजर , बहुत सुन्दर लग रहा है "

दादी माँ आप भी क्या अब मैं नहीं मानता ये सब "कार्तिक ने रोतु सा चेहरा बनाते हुए कहा "

राजेश जी ने कहा "अच्छा ये सब तो ठीक है , लेकिन ये बता ये दिलवाया किसने है , तेरी तो पसंद है नहीं ये तो मैं दावे के साथ कह सकता हूँ "

कार्तिक ने कहा "पापा जी ऐसे कैसे कह सकते है आप "

राजेश जी ने कहा "तू है तो मेरा ही बेटा "

सब जोर जोर से हसने लगे , तालिया बजाने लगे 

राजेश जी फिर से बोले - मैंने आज तक ऐसी कोई चीज नहीं खरीद पायी तो तू क्या खरीदेगा , आखिर मैं तो तेरा बाप हूँ ||

शीला जी ने अपने बच्चे का बचाव करते हुए कहा "ऐसी तो कोई बात नहीं है , क्यों नहीं पसंद कर सकता मेरा बेटा "

राजेश जी ने कहा "हाँ हाँ , जरूर खरीद सकता है लेकिन किसी की मदद से ,"

आपस में ही लड़ते रहोगे या भैया को भी बताने दोगे किसने पसंद करवाया है ये सूट ||

हाँ सही कह रही है रिया , बता बेटा कहाँ से और किसकी मदद से लिया है ये सूट - राजेश जी ने कहा

कार्तिक ने थोड़ी देर सोचा फिर बोला - यार क्यों सब लोग परेशान हो रहे हो , मेरे फ्रेंड ने खरीदवाया है 

रिया तुरंत बोली - कोनसे वाले फ्रेंड ने , मैं तुम्हारे सारे फ्रेंड्स को जानती हूँ  

कार्तिक ने कहा - ऑफिस का है 

रिया - जरूर नाम तो होगा ही उसका 

कार्तिक - हाँ तुसार ने 

रिया - अच्छा वही बाला जो तुम्हारे साथ उस दिन बार में था |

कार्तिक - पगला गयी है क्या , अब चुप रह 

राजेश ने कहा - क्या तू बार जाने लगा है क्या ??

कार्तिक - नहीं पापा ये तो बदमाश हो गयी है 

रिया - नहीं पापा मैं तो मजाक कर रही थी भैया से |


शीला जी ने कहा - सुनो ऐसा करो इसी हफ्ते रख लेते है प्रोग्राम वहां चलने का , वैसे भी बहुत दिन हो गए |

राजेश जी ने कहा - हाँ सही है , अपने लाडले को पूछ लो कब चलना है , हम तो राजी है |

कार्तिक ने कहा - मुझे थोड़ा सा टाइम दो सोचने का फिर बताता हूँ किस दिन चलना है ||

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