Hindi kahaniya | Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 65
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बाइक के रुक जाने के बाद , जब कार्तिक ने नायरा को बाइक से उतरने के लिए कहा तो , नायरा ने एक पल के लिए तो संकोच किया और फिर बाइक से उतर गयी , और आश्चर्य से पूछा - क्या हुआ अचानक से ऐसे ..... क्यों ??
नायरा ने ये भी महसूस किया की कार्तिक उसे कुछ अजीव तरीके से ही देख रहा है |
जब नायरा उतर गयी तो कार्तिक ने उसे पकड़ के सामने किया और पूछा "नायरा हम जान रहे है की तुम हमसे बहुत कुछ छुपा रही हो , बता नहीं रही हो "
कार्तिक का अचानक बाइक रोकना , फिर ऐसा सवाल करना जो नायरा एक्सपेक्ट नहीं कर रही थी तो उसे कुछ अनकम्फर्टेबल फील करा रहा था |
नायरा ने हिचकिचाते हुए कहा - नहीं तो ,ऐसा तो कुछ नहीं है , हमने क्या छुपाया है ?? और तुमने ये अँधेरी जगह पर बाइक क्यों रोक दी है , देखो तो कितना सन्नाटा है ?
"घबराओ नहीं हमारे होते हुए तुम्हे कुछ नहीं होगा " कार्तिक ने दिलासा देते हुए कहा
नायरा ने कहा - तब भी ऐसी जगह रुकना ही क्यों है , चलो जल्दी से , हमे लेट हो रहा है ,घर जाने के लिए |
कार्तिक ने कहा - पहले हमने जो पूछा उसका जवाव दो
नायरा ने कहा - हमने कुछ नहीं छुपाया , सब तो सामने है तुम्हारे
कार्तिक ने कहा - तो उस दिन , तुम्हारे बर्थडे बाले दिन तुम हमारे साथ क्यों नहीं आई ??
नायरा ने बिना वक्त जाया किये कहा - वो उस दिन हम बहुत बिजी थे इसलिए , फॅमिली के साथ प्रोग्राम बन गया है अचानक से इसलिए ||
कार्तिक ने बाइक से उतरते हुए कहा - क्यों और कितना झूठ बोलोगी नायरा .... तुम्हारी नजरे साफ साफ कह रही की तुम झूठ बोल रही हो , इसीलिए तुम मुझसे नजरे मिला के बात तक नहीं करती हो अब ??
"ऐसा किसने कह दिया तुमसे , हमने कोनसा किसी की चोरी कर ली जो नजरे न मिला पाएंगे , और हम कही गलत नहीं , और हाँ एक और बात प्लस हमारी पर्सनल लाइफ में न घुसो , प्लीज ..."
कार्तिक चाहे जैसा भी था लेकिन वो पत्थर दिल तो बिलकुल भी नहीं था, उसे नायरा के शब्दों में दर्द महसूस हो रहा था | वो समझ चुका था की जरूर कोई तो बेबसी है नायरा झूठ क्यों बोल रही है , अपने और बॉस जीवन के बारे में कुछ बता क्यों नहीं रही है ||
कार्तिक ने पूछा - तो तुम अपने बर्थडे वाले दिन अपने बॉस के साथ नहीं गयी थी ...
नायरा के पास अब कोई जवाव नहीं था , उसने कहा - कार्तिक क्या तुम यही सब करने के लिए मुझे अपने साथ यहाँ सूनसान जगह पर लाये हो ??
कार्तिक ने कहा - नायरा मेरे मन में तुम्हारे लिए कोई भी गलत भावना नहीं है और न ही कुछ गलत नियति है , मुझे तो बस सच जानना है ..
नायरा ने कहा - कार्तिक तुम क्यों जानना चाहते हो सच , मैंने तो नहीं जानने की कोशिश की तुम्हरा सच , तुम ही तो अमन के साथ .....
कार्तिक - क्या , अमन के साथ ...
नायरा ने कहा - देखो कार्तिक मुझे सब पता है , तुम और अमन रिलेशन में हो , और साथ ही सुहानी को भी डेट कर रहे हो ||
कार्तिक ने कहा - तो इसीलिए तुमने अपने बॉस के साथ सैक्रिफाइस कर लिया ??
नायरा ने फिर से कहा - नहीं कार्तिक मैंने कोई सैक्रिफाइस नहीं किया , शायद तुम गलतफैमी में हो |
"गलतफैमी में तो बिलकुल भी नहीं हूँ मैं " कार्तिक ने कहा
नायरा ने कहा - मैं और ज्यादा बहस नहीं करना चाहती , प्लीज मुझे मेरे प्लेस पर छोड़ दो ..
चलो ... लेकिन एक बात ... ये अपने दिमाग से निकल दो की मैं सुहानी को डेट कर रहा हूँ .. - कार्तिक ने कहा
नायरा ने कहा - और अमन के बारे में क्या सोचु फिर ..
कार्तिक ने कहा - वो मैं .... जानबुझ कर नहीं ... बस तुम बात नहीं कर रही थी उसने इसी बात का फायदा उठा लिया .. या फिर संयोग ऐसा बन गया की हम थोड़ा नजदीक आ गए ||
नायरा "तो तुम उसे प्यार नहीं करते "
कार्तिक ने कहा "क्या अट्रेक्शन या थोड़ा करीब आजाने को प्यार कहते है तो शायद "
नायरा ने कहा - तुम इतने भोले नहीं हो जितने बनाने की कोशिश कर रहे हो .. चलो जल्दी ..
और हाँ सुनो ... जल्दी से शादी करलो नहीं तो भवरो की तरह इधर उधर भटकते ही रहोगे |
"हाँ हम भी यही सोच रहे है " कार्तिक ने भी हामी भरते हुए कहा
नायरा "क्या सच में , अमन से या सुहानी से ??, "
हाहाहाहा ... नायरा हसने लगी ...
कार्तिक ने कहा - वो तो तुम्हे समय आने पर पता चल ही जायेगा |
कार्तिक ने बाइक स्टार्ट की और उसे बैठने को कहा
बाइक चलने लगी थी , तो नायरा ने कहा - अपनी शादी में मुझे नहीं invite करोगे
कार्तिक ने कहा "हाँ करुगा न , तुम्हे तो जरूर ही करुगा "
अब नायरा चुप रह गयी और शंट बैठी रही ....
कार्तिक ने कहा "एक बात पुछू नायरा "
नायरा ने कहा "हम्म "
कार्तिक "तुम जीवन से परेशां हो न "
नायरा ने कहा "हाँ बस यू ही समझ लो मैं जीवन से ही परेसान हूँ "
कार्तिक ने कहा - यार , मजाक से हट के
नायरा ने कहा - अब मैं मजाक नहीं करती
कार्तिक ने पूछा "क्यों अब क्या हो गया है "
नायरा "यार मेरा अभी ये सब बाते करने का मन नहीं मैं अपनी शाम ख़राब नहीं करना चाहती , फिर कभी बाइक पर बिठा के लाना तब करेंगे बात "
कार्तिक ने कहा - और फिर बिठा के लाने का मौका ही नहीं मिला तो ??
नायरा ने कहा - फ़ोन पर बात कर लेंगे पर अभी नहीं ...
कार्तिक ने कहा - ओके ||
मुझे यही छोड़ दो , मैं यहां से चली जाऊगी.. मुझे मेडिकल स्टोर पर भी जाना है कुछ मेडिसिन्स लेनी है ||
कार्तिक देखना चाहता था की दवाइयां बहुत खरीदती है ये लड़की , आज देखता हूँ , उसने जिद की चलो मैं छोड़ देता हूँ मेडिकल स्टोर तक |
नायरा भी कार्तिक की जिद मान गयी और उसने साथ चलने दिया ..
जब उसने मेडिकल स्टोर पर दवाइयां मांगी और बिल पे किया तो कार्तिक की आंखे फटी रह गयी ...
उसने नायरा को पूछा "ये क्या और किस के लिए "
नायरा ने दुखी होते हुए कहा - मेरी माँ के लिए ....
"माँ ,,,," कार्तिक शॉक्ड रह गया ...
2 Comments
Mast shandaar
ReplyDeleteUltimate part..... 66 no. Part
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