google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 205

Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 205


Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 205

कार्तिक ने बाइक सिनेमा हाल के सामने ले जा कर रोक दी और नीलू को साइड में खड़े होने को कहने लगा , 

नीलू ने पूछा तो उसने बताया की उसे बाइक पार्क करने जाना है , तो कुछ देर सोचने के बाद नीलू कार्तिक से बोली " मुझे तीन घंटे मूवी देख कर खराब नहीं करने , मुझे न तुमसे बाते करनी है , वो हम शायद अंदर जा कर नहीं कर पाएंगे , उसके लिए हमे एकांत चाहिए होगा ...


कार्तिक मन मन ही भगवान को थैंक्स कहने लगा क्युकी वो खुद नहीं चाहता था की वो मूवी में टाइम स्पेंड करे , वो इस टाइम का फायदा उठाना चाहता था | इसलिए उसने तुरंन्त कहा " हाँ तुम जैसा कहो वैसा कर लेते है "

नीलू ने कहा " पहले तो मुझे बढ़िया सा ब्रेक फ़ास्ट करा के लाओ , मैं घर से जल्दी बिना कुछ खाये निकल आयी हूँ , तुम्हे पता भी है मैं क्या बहाना मार के आयी हूँ "

कार्तिक ने फिर से बाइक स्टार्ट की और बोला " तुम जो भी बहाना मार के आयी हो लेकिन घर बालों को सच्चाई पता होती है "

नीलू ने भी इस बात पर अपनी सहमति जताते हुए कहा " हाँ ये तो है , उन्हें सब पता होता है , इसलिए ज्यादा झूठ नहीं बोलना चाहिए "

कार्तिक ने अपने बाइक एक रेस्टोरेंट के सामने रोकी और दोनों उसके अंदर चले गए |

एक कॉर्नर बाली टेबल पर बैठते हुए कार्तिक ने बेटर को बुलाया और नीलू की और देखते हुए कहा "' तो बताईये हम आपकी खिदमत में क्या पेश करवाए "

नीलू ने अपनी आंखे बड़ी बड़ी की और बोली " खिदमत में अरे वाह , क्या बात है जनाब के अंदर से उर्दू प्रकट हो रही है "

कार्तिक ने कहा " देखती जाओ क्या क्या प्रकट होता है , "

नीलू ने जोर से हस्ते हुए कहा " जो एक्सपेक्ट कर रहे है वो तो अभी तक प्रकट नहीं हुआ हमारे सामने "

कार्तिक ने बेटर की ओर देख कर कहा " बंदा खड़ा है जल्दी बताओ क्या मगाना है "

नीलू " आज तुम जो भी प्यार से खिलाओगे मैं खा लूंगी "

कार्तिक " तुम्हे तो पता ही है मुझे तीखा बिलकुल भी पसंद नहीं है , और तुम खाती नहीं हो "

नीलू " आज मैं खुश भी ख़ुशी ख़ुशी खा लूंगी , जहर भी दोगे तो खा लूंगी "

बेटर ने झुकते हुए कार्तिक के कान में कहा " तो भैया जी एक ला दू  जहर बाला छाछ मलाई मार के ... "

कार्तिक जोर जोर से हसने लगा और नीलू की ओर देखने लगा ...

नीलू ने बेटर की ओर घूरते हुए देखा और कार्तिक से पूछने लगी ... " क्या बोल रहे हो ?"

कार्तिक ने कहा " कुछ नहीं बस ऐसे ही , छोटी सी मजाक कर रहा है "

नीलू ने अब कुछ नहीं कहा और दूसरी ओर देखने लगी ..

कार्तिक " भाई ऐसा कर एक इनकी पसंद के छोले और भटूरे लगवा दे "

नीलू " भैया थोड़ा स्पाइसी रखना "

कार्तिक मन ही मन ही सोचने लगा " आ गयी न अपने बाले स्वाद पर ही तीखा सा "

बेटर मुस्कराते हुए वहां से चला गया और नीलू और कार्तिक की नौक झुक बराबर चलती रही 


अब नीलू ने कार्तिक से मजे लेते हुए पूछा " अरे वो तुम कुछ कह रहे थे कल की नायरा या कोई ओर जिसे मिलवाने बाले थे आप "

कार्तिक ने कहा " तुम न दिमाग गरम करने बाले सावन न ही करो तो अच्छी ही रहेगा "

नीलू " क्यों मैं क्यों गरम करुँगी तुम्हारा माथा "

" क्यों कल तो तुमने ही कहा था की तुम्हे नायरा में कोई दिलचस्पी नहीं है " कार्तिक ने आंखे बड़ी करते हुए कहा 

नीलू " हाँ तो सही तो कहा था , मुझे लड़कियों में कोई इंटरेस्ट नहीं है , मुझे तुम में इंटरस्ट है , क्युकी मैं नार्मल लड़की हूँ "


कार्तिक ने अपना सर हिलाते हुए कहा " हाँ पता है दिख भी रहा है कितनी नार्मल हो तुम "

नीलू ने कहा " हाँ मैं सही कह रही हो मैं कोई ऐसी वैसी शौक नहीं रखती हो "

कार्तिक ने पूछा " ऐसी वैसे शौक से तुम्हरा क्या मतलब "

नीलू ने इधर उधर देखा और धीरे से कार्तिक के कान के पास आ कर कहा " वो जो होती नहीं है जिन्हे लेस्बियन बोलते है "

कार्तिक ने मुँह बनाया और बिलकुल अनजान बन गया और पूछने लगा " ये क्या होता है "

नीलू ने कहा " खाना जल्दी मगाओ , बन के मत दिखायो तुम सब जानते हो "

कार्तिक " हाँ सच में मुझे नहीं पता , ये क्या होता है बताओ न "

 नीलू ने कहा " अच्छा ठीक है , बता दूंगी , जब टाइम आएगा "

कार्तिक " तुम्हारा किसी बात का टाइम आएगा या नहीं , हर बात का यही जवाव होता  है "

नीलू ने कहा " और कोनसी बात तुम्हारी पेंडिंग है जो ऐसे बोल रहे हो "

कार्तिक ने कहा " बहुत है , मैंने घर पर डायरी बना रखी है , जब घर आओगी तो पढ़ा दूंगा "

लो जी मेम साहब आपके स्पाइसी बाले भटूरे आ गए .... बेटर ने टेबल सजा दी ...


शीला जी ने राजेश को जगाते हुए कहा " लो जी तुम तो सो गए ,,, तुमने आज क्या खिलाने का वादा किया था ?"

राजेश जी नींद से बहार आते हुए अपने आंखे मलने लगे और बोले " अरे रात को तुम सोने नहीं देती हो तो दिन में ही सो लेने दिया करो भाई "

शीला जी इधर उधर देखा और बोली " तुम इस उम्र में क्यों अनाप सनाप बाटे करते हो , मैं क्यों नहीं सोने दूंगी , खुद तो खर्राटे मार मार के किसी को नहीं सोने देते हो "

राजेश जी ने कहा " और तुम्हरा क्या , जो ये एक किलो मेक अप हटा देती हो मैं सारी रात डर डर के सोता हूँ , लगता है चुड़ैल के साथ सो रहा हूँ "

शीला जी ने तकिया उठाया हुआ था बो ही उनके सर में मार कर जाते हुए कहा " तुमसे तो बात करना ही बेकार है "


शीला जी कमरे से बहार आयी ही थी की गेट पर रिया फ़ोन लिए खड़ी थी, उसने माँ के हाथ में फ़ोन थमाते हुए कहा " लो माँ बुआ जी का कॉल है , बात कर लो "


शीला जी ने फ़ोन ले लिया और बात करते करते किचन में चली गयी ...

रिया खुश हो कर दादी माँ के पास पहुंची और उन्हें बताने लगी " दादी माँ , बुआ जी कल आ रही है , और उनके बच्चे भी , बहुत मजे आएंगे अब वो भैया की शादी के बाद ही जायेगे यहाँ से "


"रिया लगे हाथो अपने मां के बच्चो को भी बुला लो फिर घर की रौनक बढ़ जाएगी , तब जा के लगेगा की इस घर में शादी हो रही है " राजेश जी ने कहा 

रिया " हाँ पापा जी आप कॉल करके कहिये न "


अब कार्तिक के घर में भीड़ बढ़ाना शुरू हो गयी है , अब घर में शुरू होगा सोशल ड्रामा , इमोशनल , और बुआ फूफा बाला थ्रिलर ... पढ़ने के लिए तैयार रहिएगा ....


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