Hindi Kahaniyan Reading | Hindi kahani - Kusum Part 42
रोहित ने अपनी पॉकेट से रुमाल निकलने के लिए हाथ डाला तो उसकी पॉकेट में रुमाल नहीं था , तो कुसुम ने अपना हेंकी रोहित की ओर बढ़ाते हुए उसकी आँखों में देखा ,
रोहित का चेहरा लाल और पसीना पसीना हो रहा था |
उसने एक झटके से कुसुम के हाथ से हेंकी लिया और पसीना साफ़ करते हुए थैंक्स बोला|
कुसुम ने रोहित को खूब देर देखने के बाद कहा "अभी इसकी कोई जरूरत नहीं है "
रोहित ने आश्चर्य से पूछा "किसकी जरूरत नहीं है "
थैंक्स की , और ये हेंकी आप ही रख लीजिये , ताकि इसे use करते समय आपको हमारी कम से कम इसी के बहाने ही सही कुछ तो याद आया करेगी , कुसुम ने एक ही साँस में अपनी पूरी बात कह दी |
रोहित ने हेंकी अपनी जेब में रखा और कार की खिड़की खोल के ड्राइविंग शीट पर बैठ जाता है , इतने में दूसरी ओर से कुसुम बीच गाड़ी के अंदर आ जाती है , गाड़ी स्टार्ट करते हुए रोहित ने पूछा "तुम कोई राज की बात कर रही थी "
कुसुम ने रोहित की आँखों में देखा और कहा "क्यों करते हो ये सब , क्या रखा इस सब में "
रोहित कुसुम की बात समझ नहीं पा रहा था उसके दिमाग में कोई एक बात नहीं कई सारी बाते चल रही थी |
अब चोर ने कोई एक चोरी की हो तो उस पर ध्यान जायेगा और जिस चोर ने सैकड़ो चोरी की हो तो उसका शक तो न जाने कोनसी बाली घटना पर चला जायेगा |
उसी असमंजस की स्थिति में रोहित ने कहा "मुझे कुछ याद नहीं आ रहा है , तुम क्या और कोनसी बात कह रही हो "
कुसुम ने घडी की ओर देखा और फेस एक्सप्रेशन चेंज करते हुए बोली "ओह बहुत टाइम हो गया , आखरी इतनी तेज गाड़ी चला कर कहाँ ले जा रहे हो हमे , और कितना दूर है तुम्हारा होटल "
रोहित गाड़ी चलने में मसगूल था , उसने ज्यादा कुछ नहीं कहा बस सामने की इशारा किया और गाड़ी चलदाता रहा , कुसुम ने कहा "कैसी चल रही है आपके यहां इलेक्शन का तैयारी"
"उसी में तो बिजी चल रहे है , इसीलिए तो मोहतरमा आपको समय नहीं दे पते है और आपकी शिकायत ये है की हम आपको तबज्जो नहीं देते है , तबज्जो ज्यादा देंगे तो पाप का खेल बिगड़ जायेगा , सोच रहे है एक बार पापा को इलेक्शन जीता दे फिर आराम से कही आउटिंग का प्लान करे , क्या कहती हो "
कुसुम ने रोहित की ओर देखा और सोचने लगी , रोहित बिलकुल नार्मल होने जैसे एक्टिंग कर जरूर रहा है लेकिन इसके हाव् भाव देख कर इसकी बेचैनी साफ साफ इसके चेहरे से देखी जा सकती है | कुसुम ने कहा रोहित जी हमे पहले अपनी घर की बहु बनानिये फिर कही चलने का प्लान कीजिये , और है हम तो इस हालत में ज्यादा घूम भी नहीं सकते
रोहित ने अपनी गाड़ी मैं रोड से सबवे की ओर मोड़ी और कुछ दूर चलने के बाद एक शानदार होटल की पार्किंग में खड़ी करके कुसुम के साथ उतरा और सीधा होटल के अंदर रिसेप्शन पर पहुंचा ||
वहां से उसने अपना रूम का पता किया और फिर वो और कुसुम दोनों होटल के एक रूम में पहुंच गए ||
रूम तक होउसकीपर ने उन्हें छोड़ने से पहले पूछा सर आपको या मेम को कुछ चाहिए तो प्लीज आर्डर कर दीजिये |
रोहित ने कुसुम की ओर देखा की अगर कुसुम को कुछ चाहिए तो आर्डर देदो , कुसुम ने दो कोकोनट वॉटर और कुछ स्नैक्स लाने के लिए कहा फिर बेड पर बैठ गई , रोहित ने डोर क्लोज किया कुसुम के पास आ कर बैठ गया | और कुसुम की ओर देखने लगा |
कुसुम ने उसे घूरते हुए कहा "रोहित जी हमने आपको दो question पूछे थे आपने एक का भी जवाव नहीं दिया "
रोहित ने कुसुम का हाथ अपने हाथ में लिया और कुछ देर बाद कहा "दोनों प्रश्न का आंसर यही है की हम शादी करेंगे लेकिन उससे पहले इलेक्शन तो हो जाये , अभी तो पापा और मेरी पूरी फैमिली उसी की तैयारी में ही अस्त व्यस्त है "
कुसुम ने अपना हाथ रोहित के हाथ से अलग किया और अपने पेट पर रखते हुए बोली , देख रहे हो मेरे पेट का उभार ये दिनों दिन अब और भी बढ़ता जा रहा है , कल को लोग मुझसे प्रश्न करेंगे ,बताओ मैं किसे और क्या आंसर करुँगी | और तो और अब तो मेरे भाई और भाभी को भी सब कुछ पता चल ही गया है ||
रोहित के चेहरे पर प्रशसूचक चिन्ह और भी बढ़ते जा रहे थे , उसने थोड़ा सा गुस्सा करते हुए कहा "यार भाई को बताने के क्या आवश्यकता थी , अरे मामला भाभी तक ही ठीक था ,बताओ क्या सोच रहे होंगे संदीप भैया हमारे बारे में "
कुसुम अब लेटना चाहती थी इसलिए उसने रोहित की गोद में सर रख कर लेट गयी , रोहित उसके सर और बालों में अपने हाथ की उंगलियां फेर रहा था , कुसुम ने कहा "अब जो भी सोच रहे हो , लेकिन इस प्रॉब्लम का सलूशन सिर्फ और सिर्फ जल्दी से शादी कर लेना ही होगा , otherwise हमे अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा "
"शशश तुमने ऐसा सोच भी कैसे लिया कुसुम , अभी हम जिन्दा है , ऐसा कभी नहीं होने देंगे चाहे हमे कुछ भी करना पड़े " रोहित ने कुसुम के होठो पर अपनी ऊगली रखते हुए कहा
कुसुम के आँखों में आंसू आ गए थे , कुसुम की पीड़ा छलक कर आँखों के रास्ते बाहर आ रही थी |
कुसुम ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए रोहित से कहा "ये सिर्फ तुम कह ही रहे हो आखिर कर ही क्या लोगे हमारे लिए , ये बताओ हम चार महीने से प्रग्नेंट है अब बचा ही क्या अगर शादी नहीं हुई तो आत्म हत्या करने के अलावा हमारे पास चारा ही क्या है "
रोहित ने गंभीरता दिखते हुए कहा "यार प्लीज ऐसी बाते न करो , हमे बस चुनाव तक का समय दो उसके तुरंत बाद हम शादी कर लेंगे "
कुसुम ने कहा "आपके पापा चुनाव जीतने के बाद इस बात को लेकर अगर मुकर गए की एक प्रेग्नेंट लड़की से शादी नहीं करेंगे तो क्या करोगे "
रोहित "नहीं ऐसा कुछ भी नहीं हो सकता ,,, ये हमारा वादा है "
कुसुम अब उठ कर बैठ गयी और रोहित की आँखों में आंखे दाल कर बोली "चलो मान लेते है की तुम ऐसा नहीं होने दोगे , सब कुछ सही हो जायेगा , लेकिन फिर शीतल का क्या होगा बो भी तो आपके बच्चे की माँ बनाने वाली है "
रोहित का चेहरा अब देखने लायक था , उसके चेहरे की हवाइयां उड़ गयी थी , उसके लिए ये बात किसी सदमे से कम नहीं थी , कुसुम को कैसे पता चल गया की शीतल भी .... कैसे ??
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