google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 94

Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 94

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कार्तिक हक्का बक्का सा नीलू की ओर देख रहा था , नीलू की आंखे ही बता रही थी की उसे कितना गुस्सा आ रहा था |

नीलू का गुस्सा फूटता उससे पहले ही कार्तिक ने माहौल को संभालने की कोशिश की और बोला "अरे तुम , इतनी ठण्ड में बिना स्वेटर के बाहर क्यों आयी ? चलो कुछ गर्म कपड़े पहन लो नहीं तो शर्दी लग जाएगी " कार्तिक ने नीलू को कंधे से पकड़ते हुए उसे अंदर आने को कहा 


नीलू ने बिना आगे बढ़े ही कार्तिक से पूछा "किसका फ़ोन था " नीलू की बात सुनते ही कार्तिक मुस्कराया ओर बोला चलो अंदर तो चलो मैं सब बताता हूँ किसका कॉल था , देखो स्नो फॉल हो रहा है तुम्हारे सिल्की बालों पर जमने लगी है कम से कम टोपी तो लगाई होती , यहाँ का मौसम अपने घर जैसा नहीं है यार चलिए अंदर 


नीलू ने अपना हाथ झटकते हुए कहा "कुछ नहीं होने वाला मुझे , तुम बताओगे मिझे या नहीं "

कार्तिक ने फ़ोन नीलू की ओर बढ़ाते हुए कहा "लो जी अब तुम खुद ही देख लो किसका कॉल था , मेरा तो यकीं ही नहीं करोगी न तो देख लो खुद ही किसका है "

"मैंने पूछा है न की फ़ोन माँगा है , इतना तो फर्क समझ आना चाहिए न " नीलू ने अपने हाथ से फ़ोन को दूर किया और मुँह टेड़ा करके दूर जा कर खड़ी हो गयी ..


कार्तिक के लिए ये अजीव सी सिचुएशन हो गयी थी , वो क्या करे , अगर नीलू को नायरा के बारे बताता है तो उसकी ट्रिप ख़राब होने जा रही थी , और न बताता तो भी तो वो हस्ती खिलखिलाती मॉर्निंग ख़राब हो रही थी |

कार्तिक फिर से नीलू के पास गया और उसे पकड़ के अंदर आने कहा , इस बार नीलू उसके साथ साथ कैंप के अंदर आने लगी , लेकिन उसकी जिद थी की कॉल किसकी थी , और होती भी क्यों न , कार्तिक को दो शव्द बोलने में क्या जा रहा था , बोल देता उसकी फ्रेंड नायरा की कॉल थी , उसका हाल चाल पूछने और ऑफिस के बारे में बताने को कॉल किया था | बस बात ख़त्म हो जाती , 


नहीं नहीं बात यहाँ ख़त्म नहीं होती , बात तो यही से शुरू होती , नीलू और कार्तिक के झगड़े की , क्युकी नीलू को बस एक ही नाम से नफरत थी वो भी बस नायरा से बाकी किसी से इतना कभी गुस्सा नहीं हुई थी |


नीलू को अंदर केम्प में साथ ले जा कर कार्तिक ने उसे अपनी ओर किया , नीलू उसे कुछ कहती उससे पहले ही नीलू के हलके गुलाबी पतले होठो को अपने होठो की गिरप्त में ले लिया , नीलू के लिए ये पहली मर्तवा था की कार्तिक ने इतनी पहल करते हुए नीलू को चुम लिया हो वो भी उसके लिप्स पर ?? 


नीलू का दिमाग काम करना बंद करने वाला था , उसे समझ नहीं आ रहा था आखिर अब वो क्या करे , कार्तिक को धक्का मार कर अलग करे या फिर यु ही खड़ी खड़ी कार्तिक का साथ दे , या फिर इस हसीं पल यादगार बनाने के लिए कार्तिक के हर एक हरकत का पलटबार करते हुए उस पल को और भी रोचक बनाये |


जब नीलू को लगा की उसकी साँस रुकने बाली है तो उसने कार्तिक को पूरी ताकत से धकेलते हुए उससे अलग हो गयी , और जोर से सांसे लेती रही .. और एक ओर जा कर बिस्तर पर बैठ गयी ||

उसे वहां पड़े कपड़े से अपने होठ और उसके आस पास की जगह को साफ करने लगी |


कार्तिक अब कुछ बोले बिना ही उसे देख रहा था , उसे नीलू की ओर से प्रतिक्रिया आने का इंतजार था उसे पक्का लग रहा था की नीलू और भी वाइल्ड होते हुए उस पर अपनी गुस्सा करने बाली है , उसकी गुस्से का ज्वाला मुखी फूटने बाला है , अब वो कैसे नीलू का समाना करेगा , इसके लिए बो लम्बी लम्बी सांसे भरते हुए साहस जुटाने लगा |


हालाँकि उसने ये करने से पहले १०० बार सोचना पहली की तरह सही नहीं समझा , उसे अपने दोस्त की बात याद आ गयी थी , जो करना है बिना सोचे कर दो , अगर सोचोगे की किश करना है या फिर कुछ ओर तो संकोच में पड़ जाओगे और फिर कुछ नहीं होगा |


अब नीलू नार्मल हुई और उसने अपने बाल सही करते हुए कार्तिक को घूरा फिर बोली "क्या था ये सब ?"

कार्तिक "वो तुम गुस्सा कर रही थी इसलिए "

 नीलू उठ के खड़ी हो गयी थी उसने कार्तिक को कहा "तो गुस्सा करने बाला काम किया था न तुमने "

कार्तिक ने कुछ नहीं कहा अपने फ़ोन की ओर देखने लगा , उसमे एक मेसेज शो कर रहा था नायरा का ... कार्तिक का फेस फिर से रेड होने लगा था , उसे लगा अगर नीलू ने फ़ोन ले लिया तो मेरी तो जान ही लेलेगी , आज नायरा को हुआ क्या है , बड़ा मिस कर रही है मुझे |

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नीलू ने अपना गर्म स्वेटर पहनते हुए कहा "कार्तिक जी हमे तुमसे ये उम्मीद नहीं थी " उसने कंबल उठाया और ओढ़ के लेट गयी | अरे ये क्या कर रही हो , अब कोई लेटने का टाइम थोड़े है तैयार हो जाओ चलना नहीं है 

कार्तिक नीलू के पास गया |


मुझे रोना आ रहा है प्लीज मुझे रो लेने दो , नीलू ने कार्तिक से रोने जैसे अबाज में कहा 

"अरे बाबा रोने का मन मतलब तुम्हे ये सब शौक भी है " कार्तिक ने कहा 

"तुमने मेरे साथ सही नहीं किया इसलिए " नीलू ने कंबल के अंदर से ही कहा 

कार्तिक ने पूछा "क्या गलत कर दिया मैंने "

अब नीलू ने कंबल हटाया और कार्तिक को पकड़ के उसके होठो पर किश करने लगी ... अब कार्तिक ने भी अपनी हाथ उसके सर के पीछे ले जाते हुए उसका साथ देने लगा .. बहुत देर तक दोनों किश करते रहे ||


उनका ध्यान तब भंग हुआ जब फिर से बाहर से आवाज आयी , 

भैया जी अपनी तैयारी कर लो आपकी कैब आने बाली है , आपको बापस होटल जाना है ...


कार्तिक ने नीलू की आँखों में झांक कर देखा तो नीलू उसे ही देख रही थी .. दोनों की नजरे मिली तो उनके चेहरे पर शर्म थी , नीलू ने अपनी नजरे झुका ली ...

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