Hindi Story - Kusum ek ansuljhi paheli Part 37

Hindi Story - Kusum ek ansuljhi paheli Part 37 :

 कुसुम - एक अनसुलझी पहेली (भाग - 37 )


एक दिन शाम को फिर से कुसुम को उल्टियां हो रही थी , ये बुरा हाल उसके भाई ने देखा तो देख कर शक तो उन्हें भी हुआ था |

उन्होंने अपना शक दूर करने के लिए आज रात को अपनी पत्नी सुनीता से discuss करने सोचा 

जब रात को संदीप और सुनीता दोनों बिस्तर में थे , तो संदीप ने सुनीता से पूछ ही लिया यार मुझे कुसुम की शक्ल देखी नहीं जा रही है तुम इसे डॉक्टर के पास ले कर गयी थी तो क्या बताया डॉक्टर ने ?


बहुत देर तक तो सुनीता संदीप को इधर उधर की बातो में फसाये रही लेकिन संदीप के बार एक ही सवाल किये जाने पर सुनीता को मजबूरन बताना पड़ा की कुसुम प्रेग्नेंट है |

प्रग्नेंट ??? दिमाग तो ठीक है न तुम्हारा क्या बोल रही हो मेरी बहन के बारे में - संदीप ने सुनीता को डाँटते हुए कहा 

सुनीता ने कहा "हाँ मैं पूरे होश और हवाश में कह रही हो डॉक्टर ने भी यही बताया है "

संदीप अब कुछ बोलने लायक नहीं बचा था , उसने अपना सर पकड़ लिया और फिर बोला ये कैसे संभव है 

फिर उसने सुनीता से कहा "तुमने कुसुम से बात नहीं की इस बारे में "

सुनीता ने कहा "हाँ की है , और ये बात मेरे अलावा अंजली को भी पता है "

संदीप ने पूरी बात बताने को कहा तो सुनीता ने कुसुम और रोहित की मुलाकात का पूरा बर्डन सुनाया , पहले तो संदीप को भरोषा ही नहीं हुआ , उसकी बहन ऐसा कैसे कर सकती है , वो ऐसा सपनो में भी नहीं सोच सकता था |

आज संदीप को ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसी रामायण में सुपनखाँ की नाम नहीं थी वैसे ही वो बिना नाक का इंसान हो गया है , लोगो का छोडो वो खुद से शीशे में जा कर अपनी आंखे नहीं मिला पा रहा था |


आखिर अब वो अपनी बहन का रिस्ता किस मुँह से लेकर जायेगा , क्या कोई उसे अब अपने दरबाजे पर रुकने देगा ?

अगर रोहित ने इस बात से इंकार कर दिया और शादी नहीं की तो क्या वो इस दुनिया में और समाज में जी पायेगा ?


आज पूरी रात इस सोच बिचार में बिना सोये ही गुजर गयी ...

संदीप ने सोचा कुसुम से बात करू , लेकिन अपनी बहन से किस मुँह से बात करू की बहन तूने ये क्या किया , ये गलती नहीं बल्कि तूने ब्लंडर किया है 

अब संदीप दिनों रात चिंतित रहने लगा था .. अब उसका चिड़चिड़ापन भी बढ़ता जा रहा था , पहले से कुछ अजीव सा रहने लगा था |

एक दिन संदीप ने सुनीता से कहा "तुमने डॉक्टर से बात की या नहीं , हमे इस बच्चे को ख़त्म करवाना पड़ेगा नहीं तो कुसुम की शादी नहीं हो पायेगी "

सुनीता ने बड़ी ही लाचारी से जवाव दिया "उसके लिए हमे या तो डॉक्टर को मोती रकम चुकानी पड़ेगी ,क्युकी डॉक्टर भ्रूण हत्या नहीं करते है अब , या फिर ज्यादा पैसे दे कर प्राइवेट तरीके से करना पड़ेगा , और दूसरा दिक्क्त ये है की महारानी की जिद है की वो अपने बेबी को इस संसार में लेकर aayegi , उसका क्या kusur है जो उसे दुनिया में आने से पहले ही ख़त्म कर दू "


सुनीता की बात सुन कर संदीप का माथा सनक गया बोला "क्या ये लड़की पागल हो गयी है , जिसका कोई अश्तित्व ही नहीं , जिसका कोई रिस्ता नाता ही नहीं उसे कैसे ... कोई शादी भी नहीं करेगा इससे "


संदीप ने खुद कुसुम से बात करने की ठानी .. लेकिन उसे सुनीता ने बहुत समझाया और कहा "मैं उसे समझोगी , तुम कुछ मत कहो , वो खुद परेशान है इस सब को लेकर "

संदीप मान गया ..


एक दिन दोपहर की बात है , कुसुम उसकी भाभी और अंजली बैठी बात ही कर रही थी की एक गाड़ी कुसुम के घर के आगे आ कर रूकती है , उसमे से एक सुन्दर सी शाहरु लड़की उतरती है , दिखने से ही शाहरु कपड़े और स्टाइल से पता चल रहा था की कोई शहर से आयी हुई मेडम है ...


उसने संदीप के घर के दरवाजे पर खड़े हो कर घर में अंदर आने के लिए पूछा 

पहले तो सुनीता ने उसे उसका परिचय पूछा तो उसने बताया की बो शहर से आयी है और उसका नाम शीतल है कुछ जरुरी बात करनी है इसलिए यहां आई है |


घर में अंजली और कुसुम सहित उसकी भाभी अचम्भित थी जिससे कोई जानपहिचान नहीं उसे क्या जरूरी काम होगा ...


लेकिन फिर भी उसे अंदर आने दिया और बैठने के लिए कुर्सी दी और उसके लिए चाय पानी की व्यबस्था की गयी , 

चाय पीते पीते उसने बताया की बो कुसुम को कुछ बताना और दिखाना चाहती है 

तो इसपर कुसुम ने कहा "हम तो आपको जानते तक नहीं है तो आप क्या बताना चाहती है "

शीतल ने कहा "हमे जानना जरुरी नहीं है लेकिन उससे ज्यादा जरूरी ये है की हम जिसके बारे में बता रहे है उसे जानो "


उसकी पहेली भरी बाते सुन कर उसकी बातो में सबकी रूचि बढ़ती जा रही थी ...

कुसुम ने कहा "आप जो भी है , जो भी बताना चाहती है साफ साफ कहिये "

तब शीतल ने बताया की वो रोहित की गर्लफ्रेंड है और उसने उसे मंदिर में मंगेतर भी बनाया था ... और वो सब कुछ किया था जिसके चलते आज वो चार महीने की प्रग्नेंट है |


उसकी बात सुन कर घर के सभी सदस्य आश्चर्यचकित रह गए , सबके सब हक्के बक्के थे ,

फिर शीतल ने कहा "घबराओ नहीं मैं ये कहने नहीं आयी हूँ की तुम मेरे रास्ते से हट जाओ , बल्कि मैं तो आपकी हेल्प करना चाहती हूँ , ताकि आप एक ऐसे इंसान से न जुड़ जाओ जो आपको दिक्क़ते दे "


बड़ी ही मुश्किल से पता करते करते यहाँ आयी हूँ , मुझे पता चला था की रोहित अब तुम्हे शादी के झांसे में डाले हुए है ||

अब न तो कोई जवाव कुसुम के पास था और न ही शीतल के , 

कुसुम ने उसे पूरी बात बताने को कहा तो उसने अपनी और रोहित की कॉलेज से लेकर जॉब तक की सारी राश्लीलाओ के बारे में बताया |


अब कुसुम की टेंशन और बढ़ गयी थी , सवाल अब ये था की रोहित की एक साथ दो दो मंगेतर बैठी है बो भी दोनों प्रेग्नेंट ... अगर शादी करेगा भी तो किससे ??


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