Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 88

Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 88


नीलू वहां पड़े बिस्तर को झड़ने और साफ करने में लग गयी , कार्तिक खड़ा इधर उधर देखता रहा 

नीलू बिस्तर उठा के साफ करती हुयी बोली "ओह्हो , कित्ता गन्दा है ये बिस्तर , कैसे सो पयोगे इस पर , न जाने कौन और कैसे सो कर गया होगा इस पर "

कार्तिक ठण्ड की बजह से अपने पेण्ट की जेब में हाथ दिए हुए खड़ा था नीलू की बात का जवाव देने लगा "कौन मतलब , हमारे तुम्हारे जैसे लोग ही आते है यहां और वो ही सोते है "

हमारे जैसे से तुम्हारा क्या मतलब है की इस बिस्तर पर कपल्स यानि शादी हो चुकी या होने बाले जोड़े आते है हाँ न 

कार्तिक ने हाँ में अपनी मुंडी हिलायी और बोला "हाँ जी बिलकुल सही समझी हो "

कार्तिक की रहस्यमयी स्माइल देख कर नीलू को डाउट हुआ और उसने बिस्तर को फेकते हुए कहा "छी फिर नहीं मैं इस बिस्तर सो सकती "

कार्तिक को ये देख कर कोई आश्चर्य नहीं हुआ क्युकी वो नीलू के इस रिएक्शन के लिए तैयार था 

वो वोला "अरे इसे क्यों फेक रही हो इसी आज की रात इसी बिस्तर के सहारे गुजारनी है , और ये तुम्हारी छी का क्या मतलब है "


नीलू ने अपनी आंखे दिखाते हुए कार्तिक को कहा "ज्यादा मत बनो इस छी का क्या अर्थ है आप भली भांति समझते हो "

कार्तिक ने कहा "नहीं मैं बिलकुल नहीं समझता हूँ "

नीलू बोली "अच्छा जी , तो क्या समझते हो फिर "

कार्तिक बोला "सिंपल यही की लोग आते है रात बिताते और दुसरी जगह चले जाते है , मैं तो यही समझता हूँ बाकि आप समझा दीजिये "

नीलू एक साइड में बैठती हुयी बोली "जनाब ये बताओ लोग शादियां करके यहां आते होंगे तो थोड़े न सिंगल आते होंगे अपनी वाइफ और गर्लफ्रेंड के साथ आते होंगे "

"हाँ वो तो आते ही है , इसमें छी बाली क्या बात है " कार्तिक ने अनजान बनते हुए पूछा 

नीलू मुस्करायी और बोली "मुझे शर्म आती है बताते हुए यार "

कार्तिक ने फिर से अनजान बनते हुए पूछा "शर्म की कैसी बात यहां मैं और तुम ही तो हो "

नीलू झट से बोली "अरे यार शादी करके आएंगे तो सुहागरात भी तो मानते होंगे न इन्ही बिस्तर में , छी मेरे से नहीं सोया जायेगा "

नीलू की बात सुन कर कार्तिक जोर जोर से हसने लगा , और इतना हसा की उसे भी नीलू के पास जाकर बैठना पड़ा |

उसने नीलू पकड़ के अपनी और खींचते हुए कहा "इसका मतलब आज तुम भी ...."

नीलू ने अपने आप को कार्तिक की पकड़ से छुड़ाने की कोशिश करते हुए पूछा "आज तुम भी से तुम्हारा क्या मतलब "

कार्तिक ने नीलू की आँखों में झांकते हुए पूछा "हम भी तो कपल ही है न "

नीलू ने कहा "तो क्या हुआ , शादी तो नहीं न हुई अभी "

कार्तिक ने कहा "तो होगी न , और यहाँ अनमैरिड कपल भी आते है और वो भी अपनी प्री बेडिंग सुहाग रात मना के जाते है "

अब नीलू ने अनजान बनाने का नाटक करते हुए पूछा "क्या सच्ची में ऐसा करके जाते है "

कार्तिक ने नीलू की बात सुनकर और कस के पकड़ते हुए कहा "हाँ सच्ची में "

नीलू ने चिंता जाहिर करते हुए कहा "शादी से पहले ही सब कुछ कैसे ..."

कार्तिक ने कहा "जैसे शादी के बाद , वैसे ही "

नीलू ने कहा "हम्म वो तो है , लेकिन क्या ये सब जरुरी होता है "

कार्तिक ने कहा "ये तो मैं नहीं कह सकता की होता है या नहीं .. शायद पता नहीं "

बात करते करते दोनों इतने करीब आ चुके थे की दोनों की इंटरनल हीट एक दूसरे को आदान प्रदान होने लगी थी |

नीलू को दो तरह के एहसास की अनुभूति हो रही थी , एक तो उसे ठण्ड लग रही थी अब कार्तिक के चिपक जाने से उसे ठण्ड कम लग रही थी , और दूसरा एक पुरुष का स्त्री से स्पर्श का अलौकिक आकर्षण और घर्षण का जो जन्म होता है वो नीलू फील कर रही थी | सही मायने में उसे कार्तिक का स्पर्श अच्छा लग रहा था |


कार्तिक थोड़ा और आगे बढ़ पाता तब तक नीलू शांत हो चुकी थी , एकाएक दोनों के पास एक बायब्रेशन की आवाज आ रही थी |

कार्तिक ने पूछा "तुम इतनी जोर से कम्प क्यों रही हो , तुम्हे इतनी ठण्ड लग रही है क्या "

नीलू ने कहा "नहीं तो मुझे नहीं लग रही ठण्ड "

कार्तिक ने पूछा "तो ये घनघनाहट कहाँ से आ रही है "

"वो मेरे फ़ोन से आ रही है बुद्धू " नीलू ने छटपटाते हुए कहा 

कार्तिक ने कहा "ओह ये फोन भी अभी बजना था क्या "

अब नीलू कार्तिक की पकड़ से मुक्त हो चुकी थी ...

आमतौर पर हर किसी को मुक्त रहना ही रास आता है, आखिर स्वतंत्रता किसे पसंद नहीं है |

लेकिन कार्तिक से अलग होने पर नीलू को कुछ अच्छा सा फील नहीं हुआ , वो दुबारा से कार्तिक के सीने से लग जाना चाहती थी लेकिन सीमाएं और मर्यादा उसे ऐसा करने से रोकती रही , अब उसने अपना बैग उठाया और उससे अपना फ़ोन निकला तो देखा उसे बेस्ट फ्रेंड पायल कॉल पर थी ...

उसका कॉल देखकर नीलू ने खट्टा मीठा सा फेस बनाया और कॉल रिसीव करके कैंप से बहार चली गयी ...

कार्तिक अब यू ही बैठा रहा ....


नीलू - hello पायल कैसी है 

पायल ने कहा "मेडम हम तो ठीक ही है , अपना बताओ , फ़ोन उठाने में इतनी देर क्यों लगा दी , कही कुछ ..."

नीलू पहले तो हसी और फिर बोली "पागल सी पायल तूने गलत टाइम पर कॉल कर दिया है "

पायल "इसका मतलब लड़की ठरकी बन ही गयी , मेरी ट्रिक काम कर ही गयी "

नीलू ख़ुशी से उछलते हुए बोली "हाँ जी मेडम आप एक्सपर्ट जो हो इन मामलो की "

पायल ने भी अपनी तारीफ खुद करते हुए कहा "और बो तो है ही , हमने कितने ठीक किये है "

नीलू ने कहा "वो तो है "

पायल - यही बोलती रहेगी या फिर थैंक यू भी बोलेगी 

नीलू ने कहा "जी जरूर बोलूंगी मिल कर बोलूंगी "

 पायल "अच्छा चल ठीक है , तो बता क्या कर रहे थे तुम दोनों "

नीलू - चल पागल , कुछ नहीं यहाँ ठंड ज्यादा है इसलिए बस चिपक कर बैठे थे 

पायल बोली "चल कोई नहीं , अब इतना काफी है आज के लिए "

नीलू ने कहा "मुझे पता है "

पायल बोली - यार चल मैं बाद में बात करती हूँ , अंकित का कॉल आ रहा है ..

नीलू ने हस्ते हुए कॉल कट कर दिया |


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