google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 91

Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 91

 

Story in Hindi love : romantic story of love - Arrange Marriage Part - 91


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कार्तिक के घर पर उसके पापा को अच्छा तो फील हो रहा था की चलो उनका बेटा उनसे दूर जरूर गया है लेकिन कम से कम मानसिक तौर पर ठीक तो हो रहा है | सच में उसे एक ब्रेक की जरूरत थी , वो बचपन से लेकर कभी अकेला कही किसी भी ट्रिप पर नहीं गया था , हालाँकि अकेला तो अभी भी नहीं है लेकिन फिर भी खुद की जिम्मेदारी पर गया है | लेकिन कही न कही बो कार्तिक को और उसकी बचकानी हरकतों को मिस तो कर रहे थे |

"क्या पापा आप भी न , बड़े हो गए हो , please grow up " राजेश नरवाल जी ये डायलॉग बहुत मिस कर रहे थे |


रोज की तरह खाना खाने के बाद , राजेश नरवाल जी और शीला जी दोनों रेशमा जी के कमरे में गए , और उनकी तबियत के बारे में जानकारी ली , और कुछ देर उनसे बाते करने के लिए उनके पास बैठ गए .. और बाते करने लगे |


दादी माँ भी कार्तिक को मिस कर रही थी , उन्होंने राजेश जी से पूछा "राजेश अपना कार्तिक कब तक लौटेगा , अब तो उसकी याद आती है "

शीला ने मुस्कराते हुए कहा "हाँ सच में याद तो मुझे भी आ रही है उसकी , जब भी उसके कमरे में जाती हूँ सब चीजे अपनी जगह पर सही से देख कर कुछ अजीब सा लगता है , जब होता है तो कोई भी सामान अपनी जगह नहीं मिल सकता है , लेकिन अभी तो गया है आज तीसरा ही तो दिन है "

राजेश जी ने कहा "हाँ लेकिन उसे जरूरत थी बहार जाने की माँ , अब वो पहले बाला बच्चा नहीं बल्कि बड़ा हो गया है , इतना बड़ा हो गया है माँ कल को उसकी शादी भी होने बाली है "


रेशमा जी ने कहा "राजेश फिर भी वो हमारे लिए तो बालक ही रहेगा न , फिक्र तो होती ही है न "

राजेश जी ने कहा "हाँ वो तो मुझे भी है "

बच्चों की बातो से याद आया , दादी माँ ने कहा "कार्तिक बाहर क्या गया है तब से देख रही हूँ अपनी रिया भी कुछ बिजी सी रहती है या फिर होसकता है उसका भी मन नहीं लग रहा हो , अब तो बात भी नहीं करती है , कल से मुझे नहीं मिली है "


शीला जी ने भी यही नोटिस किया उन्होंने भी कहा "हाँ खाना खाने के बाद से ही अपने कमरे में चली जाती है और फिर सुबह ही कॉलेज के लिए चली जाती है "

राजेश जी ने कहा "अरे बच्चा है , कार्तिक की बजह से वो भी कुछ ऐसी ही रह रही है "


फिर शीला जी और राजेश जी अपने कमरे में आ गए ||

शीला जी ने बिस्तर ठीक किया और दोनों लोग बिस्तर में आ चुके थे , 

तभी शीला जी ने राजेश जी से पूछा "तुम क्यों उदास हो क्या सोच रहे हो "

राजेश ने स्माइल पास की और बोले "यार मुझे ऐसा लग रहा है अपना कार्तिक और नीलू दोनों ही जवान है शादी की बात भी हो ही चुकी है , तो कही ...."

"तो कही , मतलब , क्या कहना चाहते हो साफ साफ बोलो " शीला जी ने शरारत भरी नजरो से देखते हुए पूछा 

राजेश जी ने शीला की ओर देखा फिर बोले "मतलब साफ है , कही दोनों अपनी सीमाएं न लाँघ जाये "

शीला जी ने मुँह मरोड़ते हुए कहा "ऐसी बाते न ही करो तो अच्छा है , तुमने तो शादी होने के बाद भी सीमा नहीं लाँघ पायी थी "

"तो उससे यहां क्या लेना देना है " राजेश जी ने आश्चर्य पूछा

शीला जी राजेश जी और करीब आयी और उनके कान के पास आ कर बोली "लेना देना ये है की वो भी तुम्हारा ही तो बेटा है "

राजेश जी ने कहा "अच्छा , अब वो पहले बाला जमाना नहीं है , आज कल के लड़के लड़कियां शरमाते नहीं है तुम्हारी तरह .. याद है तुम्हे जब हम पहली बार बैडरूम में आये थे तो कैसे पसीना पसीना हो गयी थी तुम "


शीला जी ने राजेश जी की ओर घूरते हुए कहा "अच्छा जी पसीना पसीना कौन हुआ था, खुद की तो हिम्मत नहीं हो रही थी की घूँघट तक की  "

राजेश जी ने कहा "अच्छा जी , इतना कुछ याद है तुम्हे तो अब तक "

शीला जी आंख मारते हुए कहा "हमे सब कुछ याद है जनाब "

राजेश जी ने शीला को अपने बाहो में कसा और होठो पर चार पांच किश करते हुए बोले "अब बोलो क्या क्या याद है "

शीला जी बोली "वो सब कुछ जो आपने पहली बार किया था "

राजेश जी ने शीला जी को थोड़ा और अपनी ओर किया और कमर में हाथ डालते हुए बुल्कुल करीब आ चुके थे ... शीला जी ने आंखे बंद करली थी ...

बंद आंखे किये हुए शीला को काफी देर तक निहारने के बाद राजेश जी ने कहा "आंखे बंद कर लेने से ये रौशनी कम नहीं होगी ... ये लाइट तो ऑफ करके आओ "


कार्तिक के जाने के बाद से रिया अपने फ़ोन में लगी रहती थी ,,, कार्तिक के न होने की बजह से उसे पूरा मौका मिल गया था , वो अपने कॉलेज के फ्रेंड्स और अपने बॉयफ्रैंड से लगी रहती थी ... 

इतनी रात होने के बाबजूद अभी तक वो किसी के साथ कॉल पर व्यस्त थी ... 

किसी के साथ नहीं बल्कि कॉल कॉन्फ्रेंस में थी ,,, कॉलेज के फ्रैंड्स के साथ कल के लिए बंक करके कहाँ जाना है का प्लान बन रहा था |

रिया के फ्रेंड्स उसे चिढ़ाते हुए पूछ रहे थे की अब ऐसा क्या होगया है तुझे तू बड़ी एक्टिव हो गयी है आज कल और हमारे साथ बंक भी बहुत मार रही है फुल मस्ती कर रही है |

रिया ने उन्हें बताया की उसकी मस्ती ज्यादा दिनों की नहीं है , दो चार दिनों बाद उसका भाई बापस घर आ जायेगा तो फिर वो इतनी मस्ती नहीं कर पायेगी | अभी उसका भाई कही आउटिंग करने गया हुआ है , इसलिए .

Story to be continue.....

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