Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 148
वीडियो : सुहागरात की कहानी ......
वीडियो :: यक्षिणी का प्रकोप...
कुछ देर और काम करने के बाद जब कार्तिक ने घडी में देखा तो 1 बजने को था , उसने अपना सामान और सिस्टम इकट्ठा किया और अपना बैग रेडी करने लगा , नायरा एक आंख से उसे ही देख रही थी की कार्तिक अपना सामान बांधना शुरू कर दिया है | कुछ पंद्रह मिंट बाद कार्तिक ने अपना टिफिन बॉक्स नायरा की ओर खिसकाते हुए कहा " नायरा ये मेरा लंच बॉक्स है , आज माँ ने तुम्हारे फेवरिट राजमा और पराठे पैक किये थे , मुझे तो नीलू के साथ लंच पर जाना है इसलिए अगर तुम चाहो तो मेरा लंच ले सकती हो "
नायरा ने कुछ नहीं कहा जैसे उसने कुछ सुना ही न हो , कार्तिक थोड़ी देर तक उसे यू ही बैठा देखता रहा और फिर जब नायरा की ओर से कोई रिस्पांस न मिला तो उसने इग्नोर करना ही समझा , उसे लगा आज नायरा कुछ ज्यादा ही परेशान है इसलिए , उसने अपना बैग उठाया और जाने लगा |
जब कार्तिक केबिन के गेट पर पहुंच गया और गेट ओपन करके जाने लगा तो नायरा ने कार्तिक को अबाज लगाई " कार्तिक "
कार्तिकं ने पीछे मुड़ के देखा तो नायरा के आँखों में आंसू तो नहीं थे लेकिन उसके चेहरे पर अजीव सी शिकन थी उसने कार्तिक की आँखों में चाहत भरी नजरो से देखा और कहा " कार्तिक ऑल द बेस्ट "
कार्तिक कुछ देर तक तो कुछ समझ ही नहीं पाया आखिर ये इमोशनली चल क्या रहा है , वो नायरा के पास गया और नायरा के बिखरे बाल सही करते हुए बोला " थैंक्स नायरा , होप यू अंडरस्टैंड माय इमोशन "
नायरा ने आंखे बंद करली और उसकी आँखों से आंसू निकल गए |
अब कार्तिक ने गेट ओपन किया और बिना पीछे मुड़ कर देखे वहां से चला गया , क्युकी उसकी भी आंखे गीले हो चली थी |
कार्तिक ने अपनी बाइक निकली और ऑफिस से निकल गया , नायरा बैठी कार्तिक के बारे में बहुत कुछ सोचती ही रही , जबकि वो भली भांति समझ चुकी थी की अब कार्तिक उसकी गिरफ्त से बाहर जा चुका है फिर भी उसका दिल उसकी बात मानाने को तैयार ही नहीं था |
तभी उसके केबिन के दरवाजे पर किसी ने नोक किया , और अंदर आने के लिए पूछा , ये कोई और नहीं बल्कि उनका दुश्मन जीवन सिंह नेगी था |
नायरा समझ गयी थी की आज कार्तिक के चले जाने का फायदा उठाने ये आया है लेकिन आज मैं इसे सबक सीखा ही दूंगी |
नायरा ने खुद को कम्फर्ट जोन में करते हुए कहा " हाँ जी जीवन जी आइये "
जीवन " अरे वाह आज जीवन सर से जीवन जी बन गए हम तो , इसका मतलब जल्दी ही हमारा तुम्हारी नजरो में प्रमोशन होने बाला है "
नायरा ने झूठी हसी हसते हुए कहा " प्रमोशन जैसे हरकते तो हैं नहीं आपकी , डिमोशन जरूर हो सकता है , कहिये आज कैसे याद आ गयी इस केबिन की "
जीवन " याद तो इस केबिन में बैठने बालों की हमे हर पल आती रहती है , लेकिन समय हमारा ठीक नहीं चल रहा है, इसलिए बरना हम बता देते की कितना याद करते है हम तुम्हे "
नायरा ने कहा " ठीक है सही समय आने का इंतजार करिये और अभी यहां आने की जहमत क्यों की ये बताइये "
जीवन " दरअसल तुम्हारे आशिक़ मिस्टर कार्तिक को हमारे साथ क्लाइंट के पास मेरे साथ मीटिंग के लिए सुकेश सर ने बुलाया है , सुकेश सर भी वही पहुंच रहे है | तो अब देख तो तुम्हरा नुमाइंदा तो यहाँ दिख नहीं रहा , और सिस्टम देख कर लग भी नहीं रहा की आज ऑफिस में है भी या नहीं "
नायरा ने कहा " मिस्टर जीवन सीधा सीधा बोलिए , ये पहेलियाँ मत बुझाइये ये ऑफिस है किसी का घर नहीं , काम की बात करो "
जीवन ने कहा " काम की बात ये है मिस नायरा की अब आपको हमारे साथ चलना होगा , या फिर आप सर से बात करलो "
नायरा ने कहा " ठीक है मैं सर से बात कर लेती हूँ , तब तक आप यहाँ से अपने डिपार्टमेंट में पधारिये "
जीवन ने आंखे निकाली और घुर्राते हुए बोला " नायरा जरा तमीज से पेश आओ , मैं अभी भी तुम्हारा सीनियर हूँ "
नायरा ने सुकेश सर का नंबर डायल करते हुए कहा " होंगे सीनियर लेकिन तुम्हारी काली करतूतों ने मेरे दिल में तुम्हरे लिए इज्जत छोड़ी कहाँ है "
जीवन आगे कुछ कहता उससे पहले नायरा सुकेश सर से बात करने लगी , उसे पता चला की आज उसे दुस्ट जीवन साथ ऑफिस से बाहर जाना ही पड़ेगा , क्युकी कार्तिक ऑफिस में नहीं है तो उसकी अनुपस्थिति में काम तो संभालना ही होगा |
जीवन मन ही मन मुस्कराने लगा , और सोचने लगा की आज तो डार्लिंग में तुम्हारे रसीले होठो का राश पान करके ही रहुगा , देख लेना |
कार्तिक बाइक चला रहा था उसे महसूस हुआ की उसका फ़ोन बज रहा है , बाइक उसकी बहुत ही तेज चल रही थी , उसने सोचा ये कॉल नीलू ही कर रही होगी | इसलिए उसने बाइक नहीं रोकी और लगातार चलता ही रहा |
करीब आधे घंटे बाद , जब कार्तिक बताई हुई जगह पर पंहुचा तो उसने देखा की किसका फ़ोन था चेक करलू
तो उसे पता चला की नायरा उसे कॉल कर रही थी , अब कार्तिक को लगा हो सकता है नायरा ने अपने इमोशन को कण्ट्रोल नहीं कर पायी होगी इसलिए कॉल किया होगा , शाम को घर जा कर आज इससे बात करुगा , इसलिए उसने कॉल नहीं किया | और वो अब नीलू को खोजने लगा |
उसने नीलू को कॉल किया , तो नीलू ने उसे कहा की अभी उसे दो चार मिंट और वेट करना होगा क्युकी उसकी कैब अभी जाम में फांसी हुई है , इसलिए थोड़ा टाइम लग रहा है | कार्तिक ने पार्क में बैठ कर नीलू का वेट करने से अच्छा कॉफ़ी पीने का सोचा , इसलिए बो पास में कॉफ़ी बार में चला गया | और उसने कॉफ़ी आर्डर करदी |
वो कॉफ़ी पीने ही बैठा की उसकी नजर सामने बैठी एक लड़की पर पड़ी , उसने उसे देखा सोचा अरे ये लड़की तो कही देखी हुई लग रही है , फिर उसने अपने दिमाग पर जोर डाला तो उसे पता चला अरे ये तो वही लड़की है जो उस दिन ट्रैन में मैंने जगाई थी , वार्ना कही ओर चली जाती |
कार्तिक पर जब उस लड़की की नजर पड़ी तो उसने मुस्कराते हुए उसे हाय कहा , और उसे अपनी टेबल पर आने को कहा |
कार्तिक उठ कर उसकी टेबल पर चला गया और आश्चर्य से पूछा " आप तो ??"
उस लड़की ने मुस्कराते हुए कहा "हाँ मनाली ,"
और दोनों हसने लगे ....
उसने कहा बैठो , और दोनों बैठ कर बाते करने लगे ||
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