google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 147

Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 147

 

Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 147



वीडियो : सुहागरात की कहानी ......

वीडियो :: यक्षिणी का प्रकोप...


कार्तिक ऑफिस में बैठकर आज जल्दी-जल्दी अपने काम निपटा रहा था , उसके हाथ आज रोज से भी ज्यादा तेजी से चल रहे थे उसने 12:00 बजे के लगभग लगभग अपना काम निपटा लिया था जो बहुत जरूरी था,  

नायरा ने जब उसे देखा कार्तिक आज कुछ ज्यादा ही जल्दी में है ना किसी से बात कर रहा है बस अपने कंप्यूटर में घुसा पड़ा है, तो उसने कार्तिक से पूछा "कार्तिक आज ऐसी क्या बात है ज्यादा जल्दी में लग रहे हो क्या हुआ"

कार्तिक ने नायरा की ओर देखा और स्माइल पास करते हुए बोला "हाफ डे में जाना है आज "

नारा मुस्काई और बोली "नीलू से मिलने "

कार्तिक का चेहरा विलिस करने लगा कार्तिक ने हां में सिर हिलाया और चेहरे पर स्माइल बिखेर दी ।

नारा बोली "तो इतने परेशान क्यों हो रहे हो मुझे बता दो मैं कर लूंगी तुम्हारा काम ,आराम से चले जाना" 

कार्तिक ने कहा "कोई नहीं जो जरूरी काम होते हैं डेली वाले वह तो मैंने खत्म कर लिए हैं, अब ज्यादा काम नहीं बचा है वो मैं कर लूंगा वैसे भी 2:00 बजे निकलना है और थोड़ा बचेगा तो मैं तुम्हें बता कर जाऊंगा।"

नायरा ने कहा "गुड बॉय "

कार्तिक "थैंक यू डार्लिंग "

नायरा " डार्लिंग मैं नहीं डार्लिंग से तो तुम आज मिलने जा रहे हो "

अब कार्तिक घूम कर बैठ गया और कुर्सी पर इठलाते हुए बोला "डार्लिंग तो तुम भी हो " 

नायरा ने कहा " अच्छा सपनों की दुनिया में ?"


कार्तिक "नहीं हकीकत की दुनिया में "

नायरा ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और बोली " तो पकड़ो मेरा हाथ और चले हाफ डे में कही बाहर आउटिंग करने "

कार्तिक का चेहरा लाल हो गया और शर्माते हुए बोला "आज तो मैंने किसी और से अपॉइंटमेंट कर लिया है मैं तुम्हें यह मौका फिर किसी दिन के लिए देता हूं, आज के अलावा किसी भी दिन रख लो यह मीटिंग "

नायरा आंखें तरेरती हुए बोली " रहने दो आपकी बात का कोई भरोसा नहीं है आप सोचते क्या हो करते क्या हो किसी को नहीं पता, हमें हमारे हाल पर छोड़ दो , भतेरे हैं हमारे लिए तो जीवन जैसे"


कार्तिक ने नायरा का हाथ पकड़ा और अपनी ओर खींचते हुए बिल्कुल पास में बैठ गया और बोला देखो नायरा ऐसी बात नहीं है अब मैं क्या करूं, मैं घर बालों की वजह से शादी के चक्कर में पड़ गया हू वैसे तुम्हें तो पता ही है मुझे तुमसे कितना लगाव है मैं तुम्हें अब क्या बताऊं तुम नहीं समझोगे"


नायरा ने कहा " इसमें समझने वाली कौन सी बात है तुमने कभी प्यार से समझाने की कोशिश ही नहीं की , कभी अपने दिल की बात मेरे दिल के सामने रखी ही नहीं तो कैसे पता चलेगा कि तुम्हारे दिल में कुछ था या नहीं, अब यह तो दिल बहलाने वाली बात कहते रहते हो कि घर वालों के चक्कर में यह सब हो रहा है , कार्तिक मैं यह नहीं चाहती कि तुम घर वालों की बात नहीं मानो या तुम जो करने जा रहे हो वो ना करो , लेकिन कार्तिक मैं बस यह चाहती हूं कि तुम अब मेरे वो इमोशन दोबारा से ना ही जगाया करो तो ठीक रहेगा, फिर मुझे अच्छा नहीं लगता मुझे खुद पर गुस्सा आता रहता है और फिर मेरा काम पर भी मन नहीं लगता इसलिए प्लीज यह डार्लिंग डार्लिंग या फिर अपनी पुरानी कोई भी याद मत दिलाया करो बस तुम मेरे दोस्त बने रहो इतना ही काफी है।


कार्तिक ने नायरा से कहा मेरा तुम दिल छोटा मत किया करो ऊपर वाले ने तुम्हारे लिए मेरे से भी अच्छा कोई जरूर ढूंढ के रखा होगा जो सही समय आने पर तुम्हें मिल जाएगा और रही बात हमारे तुम्हारे बीच रिश्ते की तो हम अच्छे दोस्त थे और अच्छे दोस्त रहेंगे कार्तिक और भी आगे कुछ बात करता उससे पहले उसका फोन बजने लगा उसने देखा नीलू से कॉल कर रही थी,


नायरा ने अपना हाथ छुड़ाया और बोली अपनी होने वाली बीवी को संभालो कार्तिक नील नायरा की ओर देखते ही रह गया अब उसने अपना फोन उठाया और कॉल रिसीव करके केबिन से बाहर चला गया।


कार्तिक - हेलो तो आ रही हो ना , मैं निकल रहा हूं यहां से थोड़ी देर में 

नीलू -- हां हां बाबा आ रही हूं क्यों इतना उतावले हो रहे हो 

वहीं पर मिलूंगी जहां लास्ट टाइम मिले थे 

कार्तिक -- हंसते हुए बोला हां हां ठीक है लेकिन इस बार किसी दूसरे लड़के से चिपकी हुई ना मिलना मुझे वरना मेरा मूड खराब हो जाएगा 

नीलू जोर से हंसने लगी और बोली -- अगर तुम टाइम से ना पहुंचे तो किसी ना किसी से जरूर चिपक जाऊंगी टाइम से आ जाना मैं भी यहां से बस निकल ही रही हूं तैयार हो चुकी हूं कार्तिक ने पूछा "इस बार तुम्हारी कजिन तो नहीं आ रही साथ" नीलू इधर-उधर देखते हुए हंस के बोली "नहीं यार आज मैंने किसी को कुछ बताया ही नहीं है जब निकलूंगी तब अचानक से बोलूंगी कि मुझे अपनी फ्रेंड से मिलने जाना है उसे कुछ अर्जेंट काम है मुझसे मैंने अभी घर पर किसी को कुछ बताया ही नहीं है "

कार्तिक "तो घरवाले आने देंगे तुम्हें "

नीलू ने कहा "मैं बोल दूंगी मेरी फ्रेंड है पायल उससे मिलने जा रही हूं "

कार्तिक ने कहा "ठीक है निकलो घर से तो मुझे एक मैसेज कर देना ओके "

नीलू ने कहा "ओके तुम भी निकल जाओ जल्दी से" 

और कॉल डिस्कनेक्ट हो जाता है।


कार्तिक के चेहरे पर बहुत सारी स्माइल्स थी जब वह केबिन में अंदर इंट्री कर रहा था, नीलू घूम कर बैठी हुई थी मानो वो केबिन से बैठी हुई शीशे के बाहर खड़े, कार्तिक को ही निहार रही थी ,

जैसे कार्तिक अन्दर आया। तो उसने देखा नायरा की आंखों मे आंसू हैं,


कार्तिक ने आश्चर्य से पूछा " नायरा क्या हुआ अचानक से तुम उदास और तुम्हारी आंखों में आंसू क्यों "

नायरा ने कहा "नहीं कुछ नहीं वो मेरी आंख में कुछ गिर गया था इसलिए आंख से आंसू आ गया है, बस बाकी कुछ नहीं मैं ठीक हूं"


 कार्तिक अब चुपचाप खड़ा हो गया , कार्तिक समझ गया था कि नायरा की आंख में कुछ गिरा है या फिर क्या है।

  वह समझ रहा था कि नारा के इमोशन जाग गए हैं और उसे अच्छा नहीं लग रहा है कि मैं उसके सामने और खासकर उसे बता कर ही किसी से मिलने जा रहा हूं , अगर एक लड़की किसी लड़के को पसंद करती है और वह उसी से बोल कर जाए कि किसी दूसरी लड़की से मिलने जा रहा है तो उसे लाजमी है बुरा तो लगेगा ही।


अब कार्तिक नायरा के पास बैठ गया और उसका हाथ अपने हाथ में लेते हुए बोला" नायरा मैं समझ रहा हूं कि तुम अभी क्या सोच रही हो लेकिन सच्चाई जानकर और इस सब से बाहर निकल कर लाइफ में आगे तो बढ़ना ही पड़ेगा, अब बार-बार एक ही इमोशन को लेकर बैठे रहो तो भी तो काम नहीं चलने वाला इसलिए प्लीज अपने आप को संभालो और जिंदगी में आगे बढ़ो , नायरा मैं यह नहीं कह रहा कि तुम मुझे छोड़ दो या मुझसे बात करना ही बंद कर दो , हम अच्छे दोस्त थे और हम अच्छे दोस्त रहेंगे लेकिन अब पुरानी चीजों को ज्यादा रिपीट ना करो।

 नायरा ने अपने आंसू पोछे और घूम कर अपने सिस्टम पर बैठ गई और सिस्टम ओपन करके अपना काम करने लगी नायरा ने अब कुछ नहीं कहा,,,, कार्तिक उसे देखता ही रहा......

वीडियो : सुहागरात की कहानी ......

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