Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 190
" यार कार्तिक सोच रही हूँ कल ऑफ कर लू और ये जीवन से मुक्ति पाने का काम ही कर लू " नायरा ने अपना लैपटॉप बंद करते हुए कहा
कार्तिक भी अपना सिस्टम बंद करके उठ ही रहा था तो उसने नायरा से कहा " हाँ करलो लेकिन बड़ी ही सबधाणी से करना है तुम्हे ये काम क्युकी , जीवन कोई मामूली इंसान नहीं है "
जीवन अब भी दोनों का अपनी केबिन से बैठे बैठे ही पीछा करवाया करता था , उसने ऑफिस बॉय को पैसे दे कर पता लिया था ... और कार्तिक और नायरा के पल पल की खबर रखता था .....
नायरा ने अपना बैग उठाया और निकल गयी .... कार्तिक ने अपना फ़ोन निकला और नीलू का नंबर लगा कर ऑफिस से बहार निकल गया ||
नीलू " हेलो , आज हमारी इतनी जल्दी याद कैसे आ गयी , शायद अभी तो आप ऑफिस में ही होंगे "
"हाँ लेकिन अब मैं ऑफिस से निकल गया हूँ , टाइम हो गया है , मैंने तो इसलिए याद कर लिया क्युकी आज तुम कलर के बारे बात कर रही थी "
नीलू " हाँ यार गयी थी मैं , पायल के साथ तो कुछ ज्यादा घास समझ आया नहीं , फिर से जाऊगी किसी दिन , कुछ डिसाइड किया तुमने ?"
" नहीं अभी तो नहीं , लेकिन आज सोचता हूँ कोनसा रंग का सूट मुझ पर ज्यादा जचेगा , और वैसे भी तुम मैंचिग का पहनना चाह रही हो तो तुम भी तो बताओ की कोनसा कलर तुम्हे पसंद है मैं भी उसी कलर का पहन लूँगा '
बात करते करते कार्तिक अब अपनी बाइक तक पहुंच गया था , उसने कहा " अब मैं निकल रहा हूँ , पहुंच कर बात करुगा , तब तक तुम इंतजार करो "
नीलू " ठीक है , अच्छा सुनो न .. तुम संडे को आ रहे हो न मेरे पास "
कार्तिक " हाँ बाबा आ रहा हूँ , और हाँ याद रखना तुम्हारी फेवरिट नायरा को भी साथ लेके आ रहा हूँ "
नीलू कुछ देर तक शांत रही फिर बोली " वो मेरी फेवरिट नहीं बल्कि तुम्हारी फेवरिट ज्यादा है , लेकिन हाँ अगर तुम्हारी फेवरिट है तो मेरी भी हो ही जाएगी "
" अच्छा ठीक है , अब मैं घर के लिए निकल रहा हूँ ..."
"तो निकल जाइये न , तुम्हारे पास एअरवोर्ड्स नहीं है क्या आज कल तो लोग बाइक पर भी कण में लगा कर बात करते करते चले जाते है" नीलू ने कहा
" यार अब लेने पड़ेगे , बैसे मैं कभी भी बाइक पर चलते हुए बात नहीं करता हूँ इसलिए " कार्तिक ने शरमाते हुए कहा
नीलू ने कहा " ठीक है कोई बात नहीं , अब तुम घर पहुंच के ही बात करना "
ठीक है कहते हुए कार्तिक ने कॉल डिस्कनेक्ट की और अपनी निकाल कर जाने लगा ... की उसे पीछे से कोई आवाज सुनाई दी ... कार्तिक .....
उसने पीछे मुड़ कर देखा तो उसे अपने पीछे अमन कौर और जीवन दोनों ही आते हुए दिखाई दिए
अमन उसके पास आ कर बोली " कार्तिक अगर आप माइंड न करे तो मुझे नेक्स्ट स्टॉप तक ड्राप कर देंगे ?"
कार्तिक ने पहले तो जीवन की और देखा और फिर कहा " दरअसल वो मैं किसी का इंतजार कर रहा हूँ और बैसे भी आज मैं उस रुट नहीं जाने बाला ... मुझे कुछ काम है इसलिय मैं दूसरे रस्ते से जाउगा ... और बैसे जीवन जी तो शायद उसी रास्ते से जायेगे आप जीवन जी के साथ क्यों नहीं चली जाती
जीवन अपने चिरपरिचित अंदाज में हँसा और बोला " दरअसल मेरे साथ में कोई और जा रहा है , इसलिए ... "
कार्तिक " तो क्या हुआ सर आपके पास तो गाड़ी है उसमे तो पांच लोग बैठ सकते है "
जीवन " हाँ इसमें कोई दोराय नहीं है की गाड़ी में पांच लोग बैठ सकते है , लेकिन आज हम सिर्फ दो लोग ही जायेगे इसलिए "
अब कार्तिक ने मुँह बनाया और अमन को पीछे बैठने का इशारा किया और बाइक स्टार्ट कर दी ... मन में सोच रहा था साला आज पहली बार इससे झूठ बोला लेकिन झूठ चला नहीं ...
अमन उसकी बाइक पर बैठ गयी और बाइक चलने लगी ...
कार्तिक ने अमन से पूछा " बैसे आप जीवन जी के साथ आज क्यों नहीं गयी "
अमन ने कहा " दरअसल आज जीवन जी का मूड रोमांटिक है तो आज वो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ जा रहे है किसी रेस्टोरेंट और फिर होटल , वैसे अब आपका मूड नहीं बनता क्या "
कार्तिक " क्या मतलब है तुम्हारा , हमारे बीच जो भी था बो सब महज एक सयोग था ,, मैं सब कुछ भूल चुका हूँ "
अमन " लेकिन हमे सब कुछ अच्छे से याद है , और इतनी आसानी से भूलेंगे भी नहीं "
कार्तिक समझ रहा था की जीवन ने जानबूझ कर कोई न कोई प्लान बना कर ही इसे मेरे साथ भेजा है इसलिए वो जल्दी से बस स्टैंड तक पहुंच जाना चाहता था ... उसने बाइक रफ़्तार बढ़ा दी ,,,,
अमन आगे ज्यादा कुछ कहती सुनती उससे पहले ही कार्तिक ने बाइक रोकी और बोला " लो जी तुम्हारा स्टैंड आ गया है आपको यहाँ से बस मिल जाएगी .. मुझे जरा देरी हो रही है इसलिए मैं यहाँ से निकालता हूँ
अमन ने कार्तिक को रोकते हुए कहा " क्या अब आप हमारे लिए दो मिंट नहीं रुक सकते है , जब तक बस नहीं आ जाती कम से कम बात तो कर ही सकते है "
कार्तिक ने कहा " नहीं अमन ऐसे बात नहीं है , मेरा कोई इंतजार कर है ,, थोड़ा अर्जेन्ट है इसलिए "
अमन ने कार्तिक की और देखा और कहा " ठीक है जाइये तो फिर अगर आपको कोई अर्जेन्ट है तो "
कार्तिक ने जल्दी से बाइक स्टार्ट की और निकल लिया सोचने लगा ... एक आफत टली , खामखा की सर पर पड़ने बाली थी एक बार तो बड़ी मुश्किल से निपटारा हुआ है
कार्तिक ने रास्ता बदलते हुए अपनी बाइक तेजी से दौड़ाई और अपने घर का रास्ता नापने लगा .....
जीवन ने अमन को कॉल किया और पूछा " क्या हुआ डिअर शिकार हाथ से निकल दिया क्या ?"
अमन ने कहा " सर क्या करते इमोशनल हो रहा था जाने दिया साला आज , लेकिन बकरा कब खैर मनाएगा ?"
जीवन ने थोड़ा सा गुस्सा किया और बोला " लग रहा है तुम लोग मेरे किसी काम के नहीं हो , उस सुहानी की बच्ची ने साफ मना कर दिया और तुमने कोई काम किया नहीं "
अमन ने कहा " सर आप हम पर भरोषा रखिये आपको आपका काम जल्दी पूरा हो कर मिल जायेगा "
जीवन " क्या भरोषा , खैर छोडो , अभी कहाँ हो .."
" मैं यही हूँ स्टैंड पर "
जाना मत मैं आ रहा हूँ , चलो आज हम लोग चलते है कही बाहर
अमन " सर आप मेरे साथ जायेगे , लेकिन कहाँ "
जीवन हस्ते हुए बोला " डिअर रेडिशन ब्लू में मेरा हमेशा एक कमरा बुक रहता है ,, मैं आ रहा हूँ
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