Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 189
आज तीन दिन बाद कार्तिक से बात करके नीलू का मन हल्का हो गया था , आंखे तो उसकी अभी भी नम थी लेकिन ये आंसू सुकून भरे थे क्युकी कार्तिक और नीलू दोनों ने अपने आरोप और प्रत्यारोप एक दूसरे के प्रति अपने मन में लिए बैठे थे वो अब निकल चुके थे , इसलिए नीलू को अब हल्का हल्का फील हो रहा था , अपने फ़ोन में शादी बाली वीडियोस देखते देखते न जाने कब उसे नींद आ गयी उसे भी पता नहीं चला ||
अगले दिन कार्तिक के ऑफिस में ....
"नायरा मैंने न जीवन के घर का एड्रेस निकलवा लिया है , अब आगे कैसे करना है ?" कार्तिक ने नायरा से कहा
नायरा " ये तो बहुत बड़ी सफलता बाली बात है , अब हमारा काम आसान हो सकता है "
कार्तिक ने कुछ सोचते हुए कहा " हाँ काम तो आसान हो सकता है , लेकिन मैन क्या सोच रहा हूँ , जीवन के द्वारा भेजी गयी अश्लील वीडियो क्लिप अब हमारे लिए ट्रूप का इक्का बनाने बाली है "
" वो कैसे , मुझे भी तो बताओ यार " नायरा ने कार्तिक एक कंधे पर हाथ रखा और उसके फ़ोन में देखने लगी ...
कार्तिक ने हलकी सी कुटिल मुस्कान अपने चेहरे पर लाते हुए कहा " यार अगर हम मेरा मतलब अगर तुम उसकी बीवी से मिल ली और तुमने उसे ये सब दिखा दिया तो उसकी बीबी अपने पति की करतूत देख कर उसकी आरती तो पक्का नहीं उतरने बाली, वो ही क्या कोई भी स्त्री ऐसा करने से खपा ही होगी "
" ओह्ह ग्रेट आईडिया , ये तो मैंने सोचा ही नहीं था " नायरा ने कार्तिक और देखते हुए मुस्कराते हुए कहा
अभी के लिए कार्तिक और नायरा दोनों का मूड थोड़ा सा ठीक हो गया था , और दोनों काम करने के लिए अपना अपना सिस्टम खोल कर बैठ ये और काम में लग गए |
लंच टाइम में नायरा कार्तिक दोनों लंच के लिए कैंटीन में गए और लंच करने लगे , तभी कार्तिक का फ़ोन बजने लगा ... उसने देखा की नीलू से कॉल कर रही है ... कार्तिक एक चेहरे पर मुस्कान आयी और सोचने लगा ... लो जी लगता है मेडम फिर से कही न बिदक जाए , आज कॉल करना ही भूल गया मैन तो ... अब फ़ोन उठाऊ यार फिर खाना सही मूड में खा लेने के बाद ही लेक्चर सुनू ...
नायरा उसके फेस के एक्सप्रेशंस देख रही थी और बोली " उठा लो यार , उसे भी तो मन करता ही है न बात करने का , में चली जाती हूँ तुम बात करलो ..."
कार्तिक ने नायरा की और देखा और बोला " अरे ये क्या ,,, में तो बात कर ही लूंगा तुम पहले अपना लंच फिनिश करलो ... फिर बात करता हूँ "
कार्तिक ने कॉल रिसीव कर लिया " हेलो , "
नीलू " हेलो , हाँ में ये कह रही थी , ओह .. बिजी तो नहीं हो न ?"
कार्तिक " अरे नहीं .. में न बस लंच कर ही रहा था , की तब तक तुम्हारा कॉल आ गया "
नीलू " ओह्ह सॉरी , मैंने तुम्हे डिस्टर्ब कर दिया , ठीक है तुम न लंच करके मुझे कॉल करना "
कार्तिक " अरे नहीं अब बोलो भी क्या कहने बाली थी तुम "
" अरे में न अभी पायल के साथ आयी थी मार्किट ... तो ये बोलने लगी की शादी के लिए लहगे देख ले .. लेना भले ही नहीं बट एक नजर तो मार ही ले " नीलू ने जरा संकोचित होते हुए कहा
कार्तिक मुस्कराते हुए बोला " अरे तो क्या हुआ देख ... अगर पसंद आये तो मुझे बता देना में ऑनलाइन पेमेंट कर दूंगा ||
नीलू " अरे नहीं बाबा , मेरे पास पैसे है ,, मैंने इस लिए फ़ोन किया था की तुम कोनसे कलर की शेरबानी या फिर ड्रेस पहन के आने बाले हो .. तो में उसी कलर का अपने लिए पसंद करू '
कार्तिक " ओह्हो यार ये सब न मुझे नहीं पता .. ये तुम ही डिसाइड करो .. में इन सब झंझटो में नहीं पड़ने बाला "
नीलू " अरे यार , ऐसे थोड़े न होता है , खुद की पसंद नाम की भी कोई चीज होती है के नहीं , बताओ न जल्दी "
कार्तिक हसने लगा और बोला " यार तुम देख लो में क्या बताऊ .. ऐसा करो तुम पसंद करलो में उसी कलर का पहलन लूंगा "
नायरा के चेहरे की हसी नहीं रुक रही थी , नायरा के चेहरे की हसी देख कर उसने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया और नायरा की और देख कर बोला " तुम क्यों हस रही हो "
नायरा ने कहा " नहीं यार कुछ नहीं तुम्हारी ख़ुशी देख कर खुश हो रही थी "
कार्तिक भी मुस्कराते मुस्कराते लंच करने लगा .. और फिर उसने नायरा से कहा " अरे में तो भूल ही गया .. वो संडे क्या कर रही हो ?"
नायरा ने कहा " संडे अभी तो कोई प्लान नहीं है .. घर पर ही बहन और माँ के साथ कुछ टाइम स्पेंड करना चाहती हूँ , क्यों संडे को क्या है , कुछ खास है क्या "
कार्तिक ने कहा " हाँ यार मैंने न नीलू को तुमसे मिलवाने का प्लान बनाया है , इस संडे बो भी रेडी है "
नायरा " क्या .. मेरे से नीलू को क्यों .., नहीं यार .. क्या करुँगी मिल के '
कार्तिक " यार एक बार मिल लो , दिक्कत क्या है , वो कई बार बोल चुकी है , दरअसल मैंने उसे अपने और तुम्हारे बारे में बता दिया है की हम अच्छे दोस्त है "
नायरा ने कहा " क्या यार तुम भी न , यार वो क्या सोचती होगी अपने बारे .. नहीं बताना चाहिए था न "
कार्तिक " कब तक न बताता , एक न एक दिन तो पता चल ही जाना है , और बैसे भी गलत भी क्या है हमारे बीच ,, दोस्त ही तो हैं न "
नायरा का चेरा बन चुका था उसने कहा ' कार्तिक एक लड़की के लिए इतना आसान नहीं होता है ये सब ... सिर्फ कह देने मात्र से ..."
कार्तिक ने कहा " क्या आसान नहीं होता ?"
नायरा " यही की हमारे बीच कुछ नहीं है बस दोस्त है , हाँ दोस्त है फिर भी फीलिंग तो हाँ न "
कार्तिक ने कहा " नायरा प्लीज अब उस सब से बहार निकल जाओ ...मेरी शादी में बस 15 दिन शेष है , और में नहीं चाहता की अब में नीलू के अलावा किसी और को अपनी लाइफ में आने की इजाजत दू .. नायरा में तुम्हे अब अपने आप से थोड़ा दूर , अपनी दोस्त की तरह रख कर सोचने लगा हूँ "
नायरा " कार्तिक मुझे पता है , और में खुद भी यही तो चाहती हूँ , में भी नहीं चाहती लेकिन ... फिर भी तुम न नीलू से प्लीज हमारे बारे में डिस्कस न ही करो तो ठीक रहेगा "
कार्तिक " यार प्लीज "
नायरा ने मिलने के लिए हाँ कह दिया ....
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