Love Trap 2 - लव ट्रैप 2| Hindi Kahaniyan| Kahani In Hindi| Story In Hindi
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Love Trap - Part 2 - Kahani In Hindi
कुसुम सारी रात इस कसमकस में सो नहीं पाई की वो रोहित को अपनी प्रेग्नन्सी के बारे में कैसे बताएगी ? पता नहीं रोहित क्या सोचेगा , पता नहीं भरोषा करेगा भी या नहीं ? कही वो मुझे गलत न समझने लग जाए ? और पता नहीं क्या क्या ख्याल रात भर उसे परेशान करते रहे !!
अगली सुबह , कुसुम कॉलेज जाने के लिए रेडी हुयी , ब्रेक फ़ास्ट करने के बाद वो घर से निकल गयी , कही भोलू आज फिर से न मिल जाए , यही सोचते हुए कुसुम चौकन्नी होकर चलती जा रही थी !! वो बीच बीच में खड़े होकर अपने आस पास इधर उधर देखती जा रही थी कही भोलू या फिर उसके गैंग का कोई आदमी उसका पीछा या फिर उस पर नजर तो नहीं रख रहा ?
उसका शक यकीन में तब तब्दील हो गया जब उसे सामने बस स्टैंड पर भोलू अपनी बुलेट बाइक पर बैठा पान मसाला चवाते हुए दिखाई दिया , मानो वो कुसुम का ही इंतजार कर रहा हो , उसकी नजरे खुद पर पा कर कुसुम सहम सी गयी उसे अंदर से डर सताने लगा " हे भगवान् आज तो हमारे साथ अंजली भी नहीं है आज तो हम इसे बन्दर घुड़की भी नहीं दे सकते , आज तो हमारा कल्याण हो ही जाना है , हे माता रानी रक्षा करो " कुसुम का बदन पसीना पसीना होने लगा | जैसे ही भोलू ने देखा कुसुम के कदम रुक चुके है अब वो और आगे नहीं बढ़ रही है तो उसने अपनी बाइक स्टार्ट करने लगता है |
अचानक से कुसुम के मुँह से चीख निकल जाती है , क्युकी उसके कंधे पर किसी ने पीछे से हाथ जो रखा था , अंदर से डरी हुई कुसुम ने जब पलट के देखा तो उसके सामने रोहित का मुस्कराता हुआ चेहरा दिखाई दिया !!
एक लम्बी सी राहत भरी सांस लेकर कुसुम ने कहा " आप कब आये ?? मेरी तो जान ही निकल गयी थी " कुसुम ने अपना एक हाथ अपने सीने पर रख लिया !!
रोहित की मुस्कान बड़ी हो गयी " सरप्राइज ... कैसा लगा मेरा सरप्राइज !! "
कुसुम ने इतरा कर कहा " सरप्राइज !! ऐसे कौन देता है !! "
" मैं देता हूँ और कौन देता है ... अच्छा चलो बैठो ..ज्यादा देर करना ठीक नहीं है .. अभी कोई मुझे यहाँ देख न ले ? " रोहित ने जल्दी से अपनी बाइक स्टार्ट की |
जैसे ही भोलू ने देखा की कुसुम किसी लड़के के साथ बाइक पर बैठ कर जा रही है , उसके अंदर एक अलग ही प्रकार की चिंगारी जल उठी , वो आग बबूला हो उठा , उसने अपने कमर पर लगे कट्टे पर हाथ डाला !! उसने कट्टा निकाला ही था की उसके एक साथी ने उसे पकड़ के रोक लिया " क्या बाबरे हो गए हो भोलू , एक लड़की के चक्कर में फिर से अंदर जाना चाहते हो क्या ? याद करो अभी तुम्हे पूरे दो महीने भी नहीं हुए है 6 महीने अंदर रह के आये हो ? "
" लेकिन तुम समझ नहीं रहे हो , हम कुसुम को हासिल करने के लिए कुछ भी कर सकते है , किसी भी हद तक जा सकते है , फिर चाहे किसी भी शहरी बेहरुपीये की जान भी लेनी पड़े तो लेलेंगे !! "
" मेरे दोस्त अभी शांत हो जाओ , हम कुछ सोचते है , इसका क्या करना है !! "
" रोहित जी आप हमें यहाँ कहाँ लेकर आ गए ? हमें ये सब बिलकुल भी पसंद नहीं है , और वैसे भी हमारे पास इतना टाइम कहाँ है , हमें कॉलेज जाकर क्लास भी अटेंड करनी है , आज अंजली नहीं आई है उसे भी नोट्स देने है | " एक बड़े से पांच सितारा होटल की खूबसूरत बिल्डिंग के सामने खड़े रोहित से आश्चर्य से देखते हुए कुसुम ने कहा
रोहित चिरपरिचित अंदाज में मुस्कराया और बोला " ये पढाई बड़ाई और सहेली की फिक्र तो हर रोज करती हो , आज मौका मिला है तो एन्जॉय कर लो !! "
कुसुम आश्चर्य में मुस्कराई " एन्जॉय !! नहीं जी एन्जॉय करने के लिए पूरी लाइफ पड़ी हुई है , अभी वक्त है खुद को कुछ बनते हुए देखने का , वैसे भी लास्ट ईयर है पढाई का , आगे का पता नहीं आप हमें मौके देंगे या नहीं "
रोहित ने बिना किसी झिझक के कुसुम के गाल पर अपना हाथ रखा और प्यार से सहलाते हुए कहा " कैसी बात कर रही यार , तुम जहाँ तक चाहो अपनी पढाई जारी रख सकती हो , हमारे घर में एजुकेशन को बढ़ावा दिया जाता है " रोहित की बात सुनके कुसुम के चेहरे पर चमक और मुस्कान आ जाती है , लेकिन अगले ही पल उसके फेस पर मायूशी छा जाती है |
" क्या हुआ तुम्हे ? उदास क्यों हो गयी , तुम्हे तो खुश होना चाहिए आज तुम अपने मंगेतर के साथ हो !! " रोहित ने कुसुम का हाथ पकड़ा और होटल के अंदर जाने लगा , संकोचित होते हुए कुसुम उसके साथ अंदर चली गयी !!
" सुनो न रोहित जी , प्लीज ये सब करने का क्या जरूरत है , हमें कॉलेज के पास मिलना था आपसे , और आप है की हमें कहाँ ले आये ? "
" क्या कुसुम तुम भी ... थोड़ा खुद को भी टाइम दो , तुम किसी गैर के साथ नहीं हो , तुम मेरे साथ हो , मेरे साथ , तुम अपने होने बाले हस्बैंड के साथ हो " रोहित ने कुसुम को पकड़ के बुक की हुई टेबल पर बिठाया , कुसुम शरमाते हुए मुस्कराई और अपने दोनों हाथो से अपनी आंखे छुपा कर बैठ गयी |
" अच्छा अब शर्माना बंद करो , और बताओ क्या खाओगी ?? " रोहित ने कुसुम का हाथ अपने हाथ में पकड़ लिया , एक पुरुष का स्पर्श महसूस करते ही कुसुम के मुँह से हलकी सी आह सी निकल गयी , उसके रोंगटे खड़े होने लगे !! कुसुम हलके से अपना हाथ छुड़ाया
कुसुम ने एक बार रोहित की ओर देखा और फिर टेबल पर रखे मेन्यू कार्ड पर नजर दौड़ाई .." अरे क्यों आप इतना सारा खर्चा करने पर लगे हुए हो , देखो न कितना मेहगा खाना है इसमें , चलो न बाहर हम किसी स्टाल पर खा लेंगे और तो और वो बहुत टेस्टी भी होता है "
रोहित ने कुसुम का हाथ अपने हाथ में लिया " तुम मेहगे सस्ते की टेंशन मत लो , मेरे लिए ये कुछ भी नहीं है , तुम अपनी पसंद का खाना आर्डर कर दो !! आखिर तुम मेरी होने वाली वीबी हो , मैं तुम्हारे लिए इतना तो कर सकता हूँ !! " , कुसुम थोड़ा सा मुस्कराई और फिर मेन्यू कार्ड पर नजरे दौड़ने लगी !!
कुसुम की पसंद का खाना आर्डर किया गया , खाना खाने के बाद कुसुम ने चलने को कहा तो रोहित ने एक बार फिर से कुसुम को रोका और बैठने को कहा " अभी तो रुको , अभी तो आइसक्रीम का मजा लेना बाकी है "
" क्या रोहित जी आप भी न , अब हमारे पेट में जरा भी जगह बाकी नहीं है , हमने पेट भर के खाना खा लिया है , प्लीज रहने दो .. फिर कभी खायेगे आइसक्रीम " कुसुम ने रोहित को इंसिस्ट किया तो रोहित ने एक प्यारी सी स्माइल दी और आर्डर कैंसिल कर दिया ..
" आप हमारी बात नहीं सुन रहे है , हम जो बात कहने के लिए आपसे मिलने आये है कम से कम वो कहने का मौका तो दीजिये न ? "
" अच्छा बोलो .. क्या बात है ?? " अब कुसुम के चेहरे पर मायुशि छा गयी , संकोचित मन से कुसुम ने कुछ कहना चाहा पर अचानक से वो शांत पड़ गयी || उसका चेहरा सफ़ेद हो गया !! उसकी आंखे लज्जा से नीचे झुक रही थी ||
" क्या हुआ तुम्हे अचानक से तुम्हारा चेहरा सफ़ेद क्यों पड़ रहा है ? " रोहित ने कुसुम का फेस अपनी दोनों हथेलियों में भर लिया !! कुसुम की आंखे अब नम हो चली थी !
" अरे क्या हुआ ?? तुम कुछ बोल क्यों नहीं रही हो ?? कोई प्रॉब्लम हुई है तो हमें बताओ , हम है न ?? " रोहित ने कुसुम को कॉन्फिडेंस देते हुए पूछा ?
कुसुम की ख़ामोशी और नर्वसनेस को देखते हुए रोहित ने कहा " मुझे पता है तुम यहाँ पर कम्फर्ट फील नहीं कर रही हो , एक काम करते है .. आओ मेरे साथ आओ , रोहित ने कुसुम का हाथ पकड़ा और अपने साथ चलने को कहने लगता है |
कुसुम भी बिना कुछ कहे ही रोहित के साथ चली जाती है !! रोहित कुसुम को लिफ्ट से चौथे माले पर रूम नंबर 405 जो की उस होटल का सबसे मेहगा स्वीट था , रोहित ने अपने नाम पर बुक कराया हुआ था ||
रोहित कुसुम को रूम के अंदर लेकर पहुंच गया !! रूम को इस तरह से सजाया गया था जैसे उसे सुहाग रात के लिए तैयार किया गया हो ? सुगन्धित पुष्प अपनी महक फैला रहे थे ! कमरे के अंदर हलकी गुलाबी रंग की रौशनी किसी भी कपल को रोमांटिक करने के लिए काफी थी !! कुसुम की नजर सामने की दीवार पर गयी जहाँ पर बड़े बड़े अक्षरों में लिखा हुआ था " सरप्राइज !! "
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