हिंदी कहानिया | हिंदी कहानी कुसुम एक अनसुलझी पहेली -भाग - 33 | Hindi kahaniya
आज सुबह से ही कुसुम की तबियत कुछ ठीक नहीं थी , उसे उल्टियां जैसा फील हो रहा था , उसका जी मचल रहा था , वो बार बार वाशरूम जा रही थी , आज तो उसकी तबियत रोज से ज्यादा बिगड़ती जा रही थी , उसने अपने कमरे में जा कर अंजली को कॉल किया |
कुसुम - हेलो अंजली
अंजली - हाँ कुसुम बोल , सब ठीक तो है न
कुसुम ने कहा - कुछ ठीक नहीं है , हमे आज कुछ प्रॉब्लम हो रही है ,
अंजली - प्रॉब्लम , कैसी प्रॉब्लम ?
कुसुम - हमारा जी मचल रहा है , और हमे उल्टिया आ रही है बार बार
अंजली को हसी के साथ कुसुम के लिए बुरा भी लग रहा था , उसने कहा - यार ये सब तो तेरी प्रेगनेंसी की बजह से हो रहा है ,
कुसुम ने झल्लाते हुए कहा - वो सब तो हमे भी पता है , लेकिन अब हम क्या करे कोई उपाय तो बताओ ?
अंजली ने कहा - अरे वाह पूछ तो ऐसे रही हो जैसे हम चार चार बच्चो की अम्मा बन चुके हो , अरे हम क्या बताये इसमें , देखो नेट पर चेक करो क्या करना चाहिए ताकि उल्टिया न आये |
कुसुम ने झल्लाते हुए कॉल काट दिया | और लगी रोने जोर जोर से |
अंजली सोचने लगी कुसुम प्रेग्नेंट के साथ साथ चिड़चिड़ी भी हो गयी है , पहले बो इसतरह से कभी भी कॉल डिस्कनेक्ट नहीं किया करती थी | आज अंजली कुसुम से मिलना चाहती थी लेकिन उसे उसकी माँ की और से मिलने जाने की अनुमति नहीं थी | वो बेबस थी वो न चाहते हुए भी मिलने न आ सकी |
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कुसुम का अजीव बर्ताव उसके भाई को समझ नहीं आ रहा था , उसने कुसुम की हालत देख कर सुनीता को बुलाया और पूछा ??
क्या कुसुम को कोई दिक्कत है , आज बार बार ऊपर नीचे जा रही है, परेशान भी लग रही है , देखो तो इसका चेहरा भी सफ़ेद पड़ रहा है |
सुनीता आयी और कुसुम की ओर देखकर चाह कर भी कुछ नहीं कह पायी , उसे तो पता था की प्रेगनेंसी में ऐसे लक्षण आते ही आते है, उसने बात को बदलते हुए कहा - अरे नहीं कोई खास बात नहीं है , उसे कोई ऐसे ही लड़कियों बाली दिक्कत होगी , आप जाओ मैं देख के आती हूँ |
सुनीता कुसुम के पास गयी और उसे गले से लगते हुए पूछा "कुसुम कोई दिक्कत है क्या आज "
कुसुम के आँखे नम हो चुकी थी , उसने कहा "हाँ आज बहुत ही जी मचल रहा है "
सुनीता ने कहा "चलो आज तुम तैयार हो जाओ तुम्हे डिस्पेंसरी ले चलेंगे , वहां नर्स से पूछेंगे क्या करना चाहिए "
कुसुम ने रोते रोते सर हिलाया , और नहाने बाथरूम में चले गई |
रियान आज सुबह से ही शीतल के कॉल का इंतजार कर रहा था , जब उसे कोई कॉल या मेसेज न आने पर उसने खुद ही कॉल लगा दिया |
शीतल - हेलो , आ गयी मेरी याद
रियान ने कहा - हाँ , लेकिन तुम भी तो कर सकती थी कॉल
शीतल ने कहा - मैं ये देख रही थी की तुम करोगे या नहीं , कल जाने के बाद से तो कोई कॉल या मेसेज किया नहीं था , ऐसा कहाँ ब्यस्त हो गये थे
रियान ने कहा - कही नहीं थोड़ा काम आ गया था इसलिए बिजी हो गया था |
शीतल ने कहा - क्या कर रहे हो
रियान ने बताया - कुछ नहीं बस फ्री था आज बैठा हूँ
शीतल ने कहा - तो फिर अभी आ सकते हो मेरे पास
रियान ने कहा - इतना मिस कर रही हो मुझे
शीतल ने कहा - हम्म , आजाओ जल्दी से |
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थोड़ी ही देर बाद शीतल और रियान एक साथ उसके कमरे में थे , रियान ने जाते ही शीतल को हाथ मिलाया और उसके हाल चाल पूछा |
शीतल ने भी उसकी आँखों में आंखे डालते हुए उसे विश किया और सामने वाले सोफे पर बैठने के लिए कहा
रियान सोफे पर जा कर बैठ गया , शीतल ने उसे पूछा - व्हिस्की लोगे या फिर वाइन ?
शीतल की बात सुन कर रियान की तो आंखे खुली रह गयी बोला - अरे वाह तुम वाइन लेती हो ?
शीतल ने कहा - हाँ दोस्तों के साथ लेलेती हूँ
फिर शीतल ने दो ग्लास में वाइन डाली और रियान की और बढ़ाते हुए उसी सोफे पर जा कर बैठ गयी |
दोनों ने एक साथ वाइन पीना शुरू किया , थोड़ी ही देर में दोनों ने दो दो ड्रिंक्स पी लिए थे |
अपनी ड्रिंक्स ख़तम करने के बाद , रियान उसे भूखी नजरो से देखने लगा ,
शीतल ने पूछा - क्या देख रहे हो ?
रियान ने कहा - तुम्हारी खूबसूरत आंखे ,
शीतल ने मदहोश होते हुए पूछा - तो क्या दिख रहा है इन आँखों में ?
रियान ने शीतल की बिखरी हुई जुल्फे संभालते हुए कहा - इनमे खुद को डूबते हुए देख रहा हूँ
शीतल ने हसते हुए कहा - अच्छा तो तुम डूबना चाहते हो ??
रियान ने जल्दी से शीतल को किश करने की कोशिश की , शीतल ने अपने होठो पर हाथ रखते हुए कहा - डिअर इतनी भी क्या जल्दी है हमारे पास पूरा दिन और रात है, थोड़ा सा सब्र करो तब करना |
रियान नहीं माना और करने की कोशिश करने लगा |
शीतल ने खुद को दूर करते हुए कहा - कल तो तुमने ये सब किया ही था , आज इतनी जल्दी क्या है ?
सुनते ही रियान की आंखे बड़ी हो गयी , कहने लगा क्या कह रही हो , कल तुमने कहाँ कुछ किया ?
शीतल ने कहा - मेने नहीं लेकिन किसी और से तो किया तुमने
रियान ने शर्म से नीचे की और देखने लगा , शीतल ने कहा - इधर देखो , रियान ने ऊपर की और देखा तो शीतल ने दुवारा पूछा - तुम मेरे साथ वो सब करना चाहते हो तो तुम्हे एक काम करना होगा |
रियान ने तुरंत कहा - बोलो मुझे क्या करना होगा , मैं तुम्हे पाने के लिए कुछ भी कर सकता हूँ |
शीतल मुस्करायी और सोचने लगी , मेने जब तुझे पहली बार देखा था तभी समझ गयी थी की तू सिर्फ एक हवस का भूखा इंसान है , तेरी आंखे साफ साफ कह रही थी की तुझे हवस की प्यास है , और तू उसके लिए कुछ भी करेगा |
शीतल ने कहा - पक्का करोगे न ?
रियान के मन में शीतल को पाने की चाहत उस हद तक थी की वो उसके लिए अगर कत्ल करने के लिए भी कहती तो कर देता |
शीतल ने ग्लास उठाया और एक एक ड्रिंक्स और बना दिया और पीने के लिए रियान को इशारा किया
रियान ने एक साँस में अपना ड्रिंक ख़त्म किया और कहा - बोलो जल्दी क्या करना है ??
शीतल ने अपना टॉप उतारते हुए कहा - पक्का करोगे न
रियान ने जैसे ही शीतल को टॉप लेस्स होते हुए देखा तो उसकी आँखों की चमक और भी बढ़ गयी , ओर बोला ,हाँ मैं सब कुछ करुगा |
शीतल टॉप उतरने के बाद और भी सेक्सी लगने लगी थी , उसने रियान की प्यार को और भी बढ़ा दिया था ,
शीतल ने कहा - कल तुमने जो किया था उसे दुवारा से करना होगा
रियान ने कहा - हाँ यार तो मैं वही सब दुवारा करने की ही तो कशिश कर रहा हूँ
शीतल ने मुस्कराते हुए कहा - लेकिन यहाँ वो लड़की तो नहीं है न
अब रियान की माथे पर सिकुड़न आ चुकी थी , उसने कहा मैं कुछ समझा नहीं साफ साफ बताओ
शीतल ने कहा - साफ तो है तुम्हे मेरे सामने उसी लड़की के साथ वो सब कुछ करना है |
रियान ने कहा - अजीव लड़की हो , ये कैसे हो सकता है , तुम खुद एक लड़की हो , कैसे हो सकता है ,
शीतल मुस्करायी और बोली - मैं ऐसी ही हूँ , मुझे ये सब पसंaद है ,
रियान ने आश्चर्य से पूछा - तो क्या तुम ??
अपनी बात पूरी करता उससे पहले ही शीतल ने कहा - मैं उस टाइप की हूँ , जिसे लड़का और लड़की दोनों में ही इंटरेस्ट है |
अब देख लो अगर तुम्हे मेरी देह से प्यार करना है तो मैं जो कह रही हूँ करना पड़ेगा , नहीं तो मैं अपना टॉप पहन लेती हूँ ....
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