Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 101

Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 101



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नीलू और कार्तिक का प्रेम प्रसंग कुछ आगे बढ़ता उससे पहले ही डोरवेल बजी , तो जल्दी से कार्तिक नीलू से अलग हुआ और जा कर देखा तो बेटर था वो खाने के लिए आर्डर लेने आया था |


कार्तिक ने नीलू की ओर देखा और पूछा "खाना आर्डर करना है बताओ क्या क्या मगाना है "

नीलू ने मेनू कार्ड देखा और अपनी पसंद का खाना आर्डर किया |

उसके जाने के बाद नीलू ने फिर से कार्तिक को अपने पास आने को कहा 

कार्तिक नीलू के पास गया और उसके पास बैठ गया नीलू ने उसे पूछा "अच्छा ये बताओ आधे से ज्यादा तो वेलेंटाइन वीक निकल गया न तो तुम्हे पता था और न ही मुझे तो अब बाकी जो डेज निकल गए है है उनकी भरपाई कैसे करोगे "

कार्तिक ने पूछा "तुम्हारा मतलब है की मैं तुम्हे रोज दू , टेडी दू  प्रॉमिस करू , चॉकलेट दू और हग तो आज कर ही लिया "

नीलू कार्तिक की बात सुन कर हसने लगी , बोली "हाँ समझदार होने लगे हो अब तो समझ गए मैं क्या बोलने बाली हूँ "

कार्तिक ने कहा "ठीक है ये सब मिल जायेगा तुम्हे , टेंशन न लो "

नीलू ने कहा "मैं क्यों लू टेंशन , टेंशन ले तुम्हारी गिर्ल्फ्रेंड्स "

कार्तिक सोचने लगा , शायद नायरा इसीलिए मुझे कॉल कर रही होगी , वो पिछले साल की तरह इस साल भी मुझे वेलेंटाइन वीक के बारे में याद दिलाना चाह रही होगी |

मुझे नायरा से बात तो कर ही लेनी चाहिए , आखिर हम दोस्त तो है ही , भले ही उसके दिल में कुछ भी हो लेकिन कहीं न कहीं हम कुलीग और दोस्त है ही ||


कार्तिक ने नीलू का हाथ पकड़ते हुए कहा "एक बात बोलू तुम बुरा तो नहीं मानोगी "

नीलू ने तिरछी आंखे करते हुए कहा "अच्छा चलो बोलो नहीं मानूगी बुरा "

कार्तिक "वो मुझे न नायरा से कुछ बात करनी है "

"क्या बात करनी है , कुछ ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है " नीलू ने आंखे निकलते हुए पूछा 

"हाँ ऑफिस के काम के बारे में कुछ बात करनी है "कार्तिक ने फ़ोन में कुछ देखते हुए कहा 


"जब कोई जरुरी काम है तो कर ही लो बात मुझे क्यों पूछ रहे हो " नीलू ने कहा 

कार्तिक ने नंबर मिलाया और बाहर की ओर जाने लगा , तो नीलू ने कहा बाहर क्यों , यही करो न बात , मैं भी तो सुनू क्या बात करनी है ||

कार्तिक ने कहा "मुझे ऑफिस के काम से सम्बन्धित बात करनी है इसलिए , तुम टेंशन न लो , ज्यादा कुछ बात नहीं करनी है "

नीलू कार्तिक को देखती रह गयी और कार्तिक रूम की बालकिनी में चला गया |

नायरा ने देखा स्क्रीन पर कार्तिक का कॉल आ रहा है |

हेलो कार्तिक 

कार्तिक "हेलो नायरा कैसी हो ?"

नायरा "मैं ठीक हूँ , आज कैसे याद कर लिया "

कार्तिक "वो मैं बस ऐसे ही कर लिया याद , actully मुझे याद नहीं रहा था की वेलेंटाइन वीक चल रहा है इसलिए "

नायरा ने पूछा "अच्छा तो अब याद आ गया ?"

कार्तिक "हाँ अब मुझे याद आया तो तुम्हे कॉल किया है "

नायरा ने पूछा "मुझे ही क्यों , और भी तो है तुम्हारी दोस्त और गिर्ल्फ्रेंड्स"

कार्तिक ने कहा "वो क्या हैं न की मैं सिर्फ हर साल तुम्हे विश करता था इसलिए "

नायरा "अच्छी बात है , तो कब आ आरहे हो बापस , ऑफिस में बहुत काम है और बैसे भी आपके लिए एक खुशखबरी भी है "

कार्तिक ने उत्सुकता से पूछा "क्या खुशखबरी है "

नायरा "तुम्हारे डिपार्टमेंट में एक नयी लड़की की भर्ती हुई है , बहुत खूबसूरत है "

कार्तिक ने कहा "तुम मेरा मजाक बना रही हो न , मैं ऑफिस में काम करने आता हूँ न की लड़कियां देखने समझी "

नायरा ने मुस्कराते  हुए कहा "हाँ मुझे पता है तुम क्या करने आते हो  , अच्छा ठीक है तुम गुस्सा मत करो , और हाँ थैंक यू तुमने हमे याद किया , बरना हम तो केबल जीवन जैसे टकलू के लायक ही है "


कार्तिक ने हताश होते हुए कहा "यार प्लीज ऐसी बात न बोला करो हमे अच्छा फील नहीं होता है "

नायरा ने कहा "ठीक है तुमसे बाद में बात करते है , हमे बॉस का बुलावा आ रहा है , शायद आज कही बहार डिनर पर ले जायेगा "

कार्तिक ने कहा "ठीक है , ध्यान रखना अपना "

नायरा ने सर हिलाया और कुछ नहीं बोला 

कार्तिक "अच्छा एक बात और बताओ , कैसा चल रहा है ऑफिस का काम "

नायरा ने कहा "अब आप जल्दी से लौट आओ और ज्वाइन करो लो जल्दी से बहुत प्रेसर है काम का "

कार्तिक ने कहा "हाँ मैं जल्दी ही आ रहा हूँ बापस "

नायरा ने कहा "ठीक है आजाओ"

कार्तिक "हैप्पी हग डे "

नायरा ने स्माइल पास की और बोली "केबल फ़ोन पर ही या फिर ..."

कार्तिक ने मुस्कान बिखेरते हुए कहा "दिल से "

नायरा ने कहा "ठीक है तुम खुश रहो , और हाँ सुनो जल्दी से ऑफिस आजाओ सीरियसली काम बहुत है "

कार्तिक ने पूछा "सच में तुम जीवन के साथ डिनर पर जा रही हो "

नायरा ने निराश और रूखी अबाज में कहा "पूरा वीक उसने मेरे साथ बुक किया हुआ है रोज जाना पड़ता है उसके साथ "

कार्तिक ने पूछा "तो तुम क्यों जाती हो "

नायरा ने कहा "तो क्या करू , उसका कर्जा है , ब्लैकमेल तो होना ही पड़ेगा न और तुम भी तो नहीं हो किसके साथ जाऊ "

कार्तिक के पास अब कोई जवाव नहीं था , उसने ओके कहा और कॉल डिसकनेक्ट कर दी ||


नायरा समझ गयी थी की कार्तिक को ये बात अच्छी नहीं लगी की वो जीवन के साथ टाइम स्पेंड कर रही है , हालाँकि मेरी तो मजबूरी है उसके साथ जाना , वो तो अपनी मर्जी से अपनी मंगेतर के साथ घूम रहा है , तो अच्छा तो मुझे भी नहीं लगाना चाहिए | लेकिन मैं क्या कर सकती हूँ , वो उसका व्यक्तिगत मामला है |

और वैसे भी कार्तिक तो शादी करने बाला है , मुझे उसके जीवन में दखल नहीं देना चाहिए ..

लेकिन क्या करू ये दिल है की मानता ही नहीं , कभी कभी हद हो जाती है तो कर लेती हूँ कॉल ||

वो बैठी सोच ही रही थी की जीवन उसके पास आया और बोला "तुम अपना जल्दी से काम निपटा लो , आज थोड़ा टाइम से चलेंगे "

नायरा ने हम्म में सर हिलाया और अपने काम में लग गयी ||

Story in Hindi English :

कार्तिक बालकिनी में खड़ा कुछ देर यू ही सोचता रहा , लेकिन अब उसके पास कुछ और ऑप्शन नहीं था , इसलिए उसने नीलू पर ही कंसलट्रेशन करना ही ठीक समझा ||

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