Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 141

 

Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 141


वीडियो : सुहागरात की कहानी ......

राजेश और शीला दोनों बिल्कुल चिपके हुए एक दूसरे के हाथों में हाथ लिए बैठे अपनी पुरानी यादें ताजा कर रहे थे। राजेश जी ने मुस्कुराते हुए शीला को बताया यह वही जगह है जब हम कॉलेज में थे , तब ग्रुप बनाकर कॉलेज बंक करके हम यहां आया करते थे और इन्हीं पेड़ों के नीचे घंटों बैठकर बातें किया करते थे ।बहुत ही सुंदर दृश्य हुआ करते थे तब यह नदी कुछ ज्यादा ही बहा करती थी , अब तो इसमें पानी भी कम है और इसके आसपास हरियाली भी कम है।


शीला जी मुस्कुराते मुस्कुराते राजेश जी की बातों को सुन रही थी जब से लागी ने कहा मेरा मन आपकी गोद में सर रख कर लेटने का कर रहा है । 

राजेश जी ने शीला को अपनी गोद में सर रखकर लेटने के लिए कह दिया और वह अब शीला के सिर की मसाज करने लगे । तभी शीला जी ने हंसते हुए राजेश से कहा "आपको याद है लास्ट टाइम जब आप मुझे अपने घर के पीछे वाले पार्क में ले गए थे और वहां पर मेरे सिर की मसाज कर रहे थे तब शर्मा अंकल ने हमें देख लिया था और उन्होंने घर पर आकर मां जी को सब कुछ बता दिया था।"


राजेश जी हंसने लगे और बोले "हां मुझे याद है फिर हम जब घर आए थे तो मां ने हमारी जमकर खबर ली थी, और कहा था कि यह रोमांटिक सीन हम अपने कमरे में बनाया करें ना कि खुले में पब्लिक प्लेस पर।"



शीला जी नहीं कहा " ये अंकल टाइप के लोग भी ना कितने खडूस होते हैं , तब हम नए थे शादी को बहुत ज्यादा दिन नहीं हुए थे , तो हम लोग कुछ खास तो नहीं कर रहे थे लेकिन हां मैं तुम्हारे गोद में सर रखकर लेटी हुई थी , यह शर्मा अंकल को अच्छा नहीं लगा था इसलिए उन्होंने घर पर हमारी शिकायत कर दी थी । 

फिर शीला जी ने मुंह बनाते हुए कहा - और फिर उसके बाद आप मुझे घर से बाहर ले जाना ही बंद कर दिए।"


राजेश मुस्कुराए और बोले "यार मुझे ना मां ने डांटा था तो बहुत ही ज्यादा शर्मिंदगी फील हुई, उसके बाद मेरी कभी भी हिम्मत ही नहीं हुई मा से बोलूं कि मैं और तुम बाहर घूमने जा रहे हैं, जब भी मन में ऐसा कुछ आता तो मां से क्या बोलूंगा सोच कर भी अपना मन बदल लिया करता था।"


तभी उनकी सामने वाले पेड़ के नीचे बैठे कपल पर नजर पड़ी वे दोनों नए अविवाहित प्रेमी प्रेमिका थे, शायद ऐसा लग रहा था कि वह कई महीनों के बाद मिले हैं । दोनों एक दूसरे को अपनी बाहों में लिए हुए बैठे थे लड़का लड़की के होठों पर अपनी उंगली फिर आ रहा था और फिर थोड़ी देर बाद अपना आपा खोने के बाद वे दोनों चुम्बन करने लगे। यह सब होते देख राजेश और शीला के अंदर भी अपने जवानी के दिन दोबारा से जिंदा होने लगे।


राजेश जी अपने होठों पर जीभ फेरते हुए कामुक नजरों से शीला जी की ओर देखने लगे। शीला भी राजेश जी की इस हरकत पर आत्मसमर्पण के भाव से मुस्कुराने लगी । राजेश जी को ग्रीन सिग्नल मिल चुका था वह समझ गए थे शीला आज उन्हें पब्लिक प्लेस पर भी किश और रोमांस करने से नहीं रुकेगी , क्योंकि यहां पर न तो शर्मा अंकल जैसे कोई लोग हैं और नहीं उनके मोहल्ले का कोई भी पड़ोसियों के पास है।


राजेश जी ने शीला जी को अपनी बाहों में कस कर भरते हुए अपनी और खींचा और दोनो बिल्कुल चिपक कर बैठ गए अब राजेश जी ने शीला जी को इशारा करते हुए उस कपल की ओर देखने के लिए कहा , वे दोनों अभी भी अपने प्रेम में मग्न थे वे दोनों कुछ ना कुछ ऐसी हरकतें कर रहे थे ,जिसे देखकर राजेश और शीला भी अपना आपा खो देना चाहते थे।


अचानक उस कपल में से लड़की की नजर शीला जी और राजेश जी पर पड़ी तो वो लड़की बहुत ही ज्यादा शर्मा गई और उसने अपने प्रेमी से अलग होते हुए पेड के उस तरफ जाकर बैठ गई,

शीला ने उसे ऐसा करते देख तो थोड़ा आश्चर्य जरूर हुआ वह सोचने लगी कि उनकी वजह से उस कपल को प्रॉब्लम हो रही है ।

दोनो इस क्वालिटी टाइम को इंजॉय नहीं कर पा रहे हैं इसलिए शीला जी ने राजेश जी से कहा कि थोड़ा हम साइड में चलते हैं हमारी वजह से इन दोनों को प्रॉब्लम हो रही है।

 राजेश जी मुस्कुराते हुए बोले छोड़ो ना यार वह खुद ही वहां से उठकर पेड़ के पीछे छुप कर बैठ गए हैं तुम आओ ना हम अपना क्वालिटी टाइम बेस्ट मेमोरी टाइम बनाते हैं।


उस लड़के ने अपनी प्रेमिका से पूछा "क्या हुआ तुम अचानक वहां से उठकर क्यों आ गई कोई प्रॉब्लम है क्या "

तो उस लड़की ने कहा "यार बहुत बड़ी प्रॉब्लम है पहले तुम यहां से चलो, मैं बाद में तुम्हें बताऊंगी"


 लड़के ने कहा "यार बताओ तो सही प्रॉब्लम क्या है , वैसे भी तो हम पिछले 3 महीनों में मिले हैं, बताओ ना "

 

 लड़की ने कहा "ये अंकल है ना यह मेरी फ्रेंड रिया के पापा है यह अक्सर रिया को कॉलेज ड्रॉप करने आते हैं , मुझे तो डर लग रहा है कहीं मुझे पहचान लिया हो , अगर यह बात रिया को पता चलेगी कि हम यहां पर चुपके से मिलने आए हैं तो वह मुझसे बहुत गुस्सा करेगी , मैंने अपने रिश्ते के बारे में कुछ नहीं बताया है।"


लड़के ने कहा " यार तुम भी ना डर रही हो , अगर ऐसा होता तो अंकल खुद यहां से चले जाते , उन्होंने तुम्हें नहीं पहचाना है, और दूसरा वह कौन सा कम है वह भी तो बहुत बड़े वाले ठरकी हैं ।इतनी बड़ी बेटी की बात होने के बावजूद किसी औरत के साथ में यहां पर आए है। अगर यह बात इनकी बीवी को पता चलेगी तो वह क्या सोचेगी। डराना तुम्हें नहीं बल्कि इन्हें चाहिए अगर इनके घर पर पता चलेगा कि इस उम्र में भी औरतों के साथ में पब्लिक प्लेस पर पकड़े जाते समझे।


लड़की ने फिर कहा "तब भी यार यहां से चलते हैं कहीं दूसरी जगह बैठेंगे मुझे ठीक नहीं लग रहा है "

और वे दोनों वहां से उठकर वहां से दूर चले गए,

 लड़की और लड़का के चले जाने के बाद राजेश जी ने अपने दिमाग पर जोर डालते हुए कहा यार मुझे ना कुछ गड़बड़ लग रही है।

  शीला जी ने आश्चर्य से पूछा " कैसी गड़बड़ "

  तो राजेश जी ने कहा "मुझे लगता है मैंने उस लड़की को कहीं देखा है "

  शीला जी ने फिर से आश्चर्य से कहा "हां तो देखा होगा तो तुम अपना मूड क्यों खराब कर रहे हो इतना बड़ा शहर है चारों तरफ घूमते रहते हो , देखा होगा कहीं पर भी "

  राजेश जी ने कहा "कहीं पर भी नहीं इसे मैंने रिया के कॉलेज में रिया के साथ देखा है ,"

  अब शीला जी ने हैरानी से राजेश की ओर देखा और पूछा " इसने तुम्हे पहचान तो नही लिया ?"

अब राजेश जी शांत होकर नीचे निगाह किए हुए बैठे थे।।

देखा है।

शीला जी ने चौक कर कहा "क्या रिया के साथ , ये रिया की फ्रेंड तो नहीं है ? कहीं यह तुम्हें पहचानते तो नहीं ?"

अब राजेश जी चुपचाप नीचे नजर में बैठे थे और शीला जी ने बोल रही थी घूर रही थी।


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