google.com, pub-3595068494202383, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 138

Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 138

 

Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 138



कार्तिक नीलू और शिवानी तीनों निकलकर बाहर खड़े हो गए थे और उन्होंने पास के ही एक रेस्टोरेंट जाने का प्लान किया था
तीनो लोग पास के ही रेस्टोरेंट में जाकर खाना खाने लगे खाना खाते खाते वे लोग आपस में बातें कर रहे थे ।
हालांकि कार्तिक नीलू से उस लेटर के बारे में बातें करना चाहता था लेकिन शिवानी के होने की वजह से कार्तिक ने उस टॉपिक पर कोई भी बात नहीं की।

कार्तिक चाहता था कि नीलू से अकेली मिले, वो नीलू से अकेले में बहुत ही प्यार के साथ प्रपोज करके , उसे उस लेटर में लिखी नीलू की सच्चाई एक्सेप्ट करना चाहता था ।

कार्तिक नीलू के ठीक सामने वाली चेयर पर बैठा था अब वह नीलू को थोड़ा परेशान करना चाहता था इसलिए उसने अपने पैर से नीलू के पैर पर टच करना शुरू किया । कार्तिक के टच करने से नीलू को गुदगुदी होने लगी। नीलू समझ गई थी यह कार्तिक की हरकतें हैं लेकिन शिवानी की वजह से उसने कार्तिक से कुछ नहीं कहा । नीलू ने कार्तिक की ओर देखा और आंखों ही आंखों में इशारा करते हुए पूछा "क्या कर रहे हो"

जब नीलू ने कार्तिक की ओर देखा तब कार्तिक उसकी तरफ देख कर कुटिल मुस्कान लिए उसे घूर रहा था।
नीलू कार्तिक की शैतानी हंसी के पीछे वो  क्या इरादा लिए हुए बैठा है समझ नहीं पा रही थी इसलिए उसने अपना फोन निकाला और कार्तिक के नंबर पर उसने मैसेज किया मैसेज में उसने लिखा "मैं समझ रही हूं तुम कुछ कहना चाहते हो लेकिन शिवानी की वजह से कह नहीं पा रहे हो।"

कार्तिक ने मेसेज देखा , फिर कार्तिक ने लिखा "मैं तुम्हें अकेले में मिलना चाहता था और तुमसे ढेर सारी प्यार भरी बातें करना चाहता था लेकिन तुमने अपने साथ यह लगेज लाकर अच्छा नहीं किया मुझे बहुत बुरा लग रहा है"

नीलू मुस्कराई और लिखने लगी " सॉरी डियर मैंने पहले भी बताया है मैं इसे कैसे मना करती मेरे घर पर आई हुई है जब उसे पता चला कि मैं तुमसे मिलने आ रही हूं तो यह भी बिना कुछ बताए तैयार हो गई अब मैं इसे कैसे मना करती तुम ही बताओ"
कार्तिक " ठीक है इट्स योर प्रॉब्लम मैं कुछ नहीं जानता मुझे अभी तुम्हें kiss करने का मन कर रहा है और मैं तुम्हें किश करना चाहता हूं , बताओ अब तुम मेरे साथ यहीं पर किश करोगी या फिर वॉशरूम का बहाना बनाकर वहां आओगी"

नीलू के face पर स्माइल आ गई उसने लिखा " dear यह सब जो आप कह रहे हैं अभी पॉसिबल नहीं है इसलिए अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें अति कृपा होगी"

कार्तिक को नीलू की शुद्ध हिंदी पढ़ कर हसी आ रही थी ।
शिवानी ने नोटिस किया नीलू और कार्तिक दोनों अपने अपने फोन में देखकर एक दूसरे की तरह बार-बार इस्माइल पास कर रहे हैं इसका मतलब यह कुछ बातें करना चाहते हैं मेरी वजह से शायद खुलकर बात नहीं कर पा रहे हैं इसलिए मुझे इन्हें थोड़ा सा स्पेस दे देना चाहिए। यह सब सोचकर शिवानी ने नीलू से वॉशरूम जाने को कहा और वहां से चली गई।

शिवानी के वहां से चले जाने के बाद कार्तिक में नीलू का हाथ पकड़ा और अपनी ओर खींचते हुए कहा अब तो तुम्हारा लगेज भी यहां से चला गया है आ जाओ जल्दी से शुरू हो जाओ।

नीलू ने इधर उधर देखा और कहा "पागल हो गए हो क्या , देखो सब हमें ही देख रहे हैं , छोड़ो मुझे , क्या सोच रहे होंगे हमारे बारे में "
कार्तिक ने कहा - सोचने दो लोगों का तो काम है सोचना हम क्यों उन के चक्कर में अपना टाइम बर्बाद करें वैसे भी हमें एक 2 मिनट ही मिलने वाले हैं क्योंकि फिर तो तुम्हारी लगेज आने वाली होगी ।
कार्तिक की बात सुनकर नीलू ने थोड़ा सा गुस्सा करते हुए कहा "क्या कार्तिक तुम भी ना तब से लगेज लगेज बोले जा रहे हो ,लगेज नहीं है मेरी कजन है उसका मन था तुमसे मिलने के लिए इसलिए वह मेरे साथ आ गई।"

कार्तिक ने मुस्कुराते हुए कहा " अरे यार मैं तो मजाक कर रहा था पता है मुझे cousin है तुमारी, तुम् भी न जल्दी से गुस्सा हो जाती हो।"

नीलू मुस्कुराई और बोली यार मैं गुस्सा नहीं कर रही हूं थोड़ा इरिटेट हो गई थी तुम्हारी बार-बार एक ही बात सुनकर अच्छा यह बताओ तुमने उसे बाइक पर अपने से चिपका कर क्यों बिठाया हुआ था ,और नीलू कार्तिक को घूरते हुए देखने लगी।

इधर शिवानी को वॉशरूम जाना तो था नहीं लेकिन उसे बहाना मार के आना पड़ा था इसलिए उसने वॉशरूम में जाकर बस मिरर के सामने खड़ी हो गई और खुद को निहारती रही, अपने बाल संभालते हुए मन में सोच रही थी क्या कार्तिक मेरी ओर आकर्षित हो रहा है अगर हां ऐसा हो रहा है तो भी गलत है और नहीं भी हो रहा है तो भी तो गलत है।

मेरी ऐसी स्टाइलिश लड़की अगर किसी लड़के के ऊपर अपना इंपैक्ट ना छोड़ पाए तो लानत तेरी सूरत पर।
अगर नीलू मेरी कजिन सिस्टर नहीं होती और ऊपर से इतनी भोली भाली भी नहीं होती तो मैं कार्तिक के साथ जरूरी है ना चक्कर चला लेती पर अब क्या करूं बेचारी सीधी सादी है फालतू में रोती रहेगी ।

कार्तिक ने नीलू से कहा - तुम्हारी कजिन वॉशरूम ही गई है ना अभी तक आई क्यों नहीं उसका खाना भी ठंडा हो रहा है वॉशरूम में इतनी देर कौन लगाता है भला।

नीलू - हां यार काफी देर हो गई तुम रुको दो मिनट मैं आती हूं । नीलू भी वॉशरूम की ओर चली जाती है , 
कार्तिक उसे जाते हुए देखता रह जाता है कार्तिक नीलू को जाते हुए देख रहा था , पीछे से नीलू काफी खूबसूरत लग रही थी कार्तिक के मन में अब और भी ज्यादा लालच आने लगा और सोचने लगा काश नीलू तुम आज अकेली आई होती।

नीलू ने वाशरूम में अंदर जाकर देखा तो शिवानी मिरर के सामने खड़ी थी । नीलू ने शिवानी से कहा - अरे शिवानी तुम यहां क्यों खड़ी हो हम लोग तुम्हारा टेबल पर कब से इंतजार कर रहे हैं तुम्हारा खाना भी ठंडा हो रहा है चलो जल्दी खाना खाते है।

शिवानी अपने चेहरे पर झूठी हंसी लाते हुए बोली - अरे यार तुम दोनों अपने मोबाइल में कुछ टाइप कर कर के बातें कर रहे थे तो मैंने सोचा थोड़ा स्पेस दे देना चाहिए । मैं तुम्हारे साथ आकर गलती कर दी मुझे नहीं आना चाहिए था मेरी वजह से तुम दोनों ढंग से बात भी नहीं कर पा रहे हो । मुझे यह सब अच्छा नहीं लग रहा है । शिवानी ने नीलू के साथ इमोशनल कार्ड खेला ।

नीलू अब भावनाओं में बह गई और शिवानी से बोली - क्या यार तू भी ना पागल है क्या , न जाने क्या क्या सोचे जा रही है ऐसा कुछ भी नहीं है तू गलत मत सोच और चलो हमारे साथ खाना खाते हैं वैसे भी अब घर जाने के लिए लेट हो रहा है चल आ जल्दी।

अब नीलू और शिवानी दोनों वापस खाने की टेबल पर आ जाती हैं  । लेकिन अब वहां से कार्तिक गायब था नीलू और शिवानी ने एक दूसरे की ओर देखते हुए कहा- अरे अब यह कार्तिक कहां गया ??
दोनों कार्तिक को इधर-उधर देखने लगे लेकिन घर पर नहीं दिखाई दे रहा था|




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