Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 145

 

Story in Hindi to read - Story in Hindi love : Arrange Marriage Part - 145

वीडियो : सुहागरात की कहानी ......

वीडियो :: यक्षिणी का प्रकोप.......


अगले दिन ओमकार जी ने अपनी पत्नी की बात पर अमल करते हुए बात को आगे बढ़ाने का इरादा बनाते हुए राजेश जी को कॉल लगा दिया । राजेश जी ने कॉल रिसीव किया 


राजेश-- हेलो नमस्कार भाई साहब क्या हाल-चाल हैं सब कुशल मंगल

ओमकार जी ने जवाब दिया -- नमस्कार भाई साहब सब कुशल मंगल है ऊपर वाले की कृपा है आप अपने बारे में बताएं

राजेश जी ने भी कहा "सब ऊपर वाले की कृपा है ठीक ठाक चल रहा है और घर में सब बढ़िया है "

ओमकार जी ने कहा "हां सब बढ़िया है "

फिर राजेश जी ने पूछा "बताइए क्या सेवा की जाए क्यों याद किया आपने "

ओमकार जी ने कहा " सेवा का मौका तो आप हमें दीजिएगा सेवा तो हमें करनी है "

राजेश जी हंसने लगे और हंसते हुए बोले "अरे नहीं नहीं भाई साहब यह तो सौभाग्य की बात होती है कि किसको सेवा करने का मौका मिले किसको नहीं" 

फिर ओमकार जी ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा " नीलू की मां कह रही थी कि आप लोग नीलू से मिलने आने वाले थे तो इसी विषय में मैंने सोचा एक बार बात कर लूं" 

राजेश जी हंसते हुए बोले " हां हां बोला तो था लेकिन क्या करूं काम में ऐसा फस गया कि आ ही नहीं पाया उसके लिए माफी चाहूंगा समय निकालकर हमें आना चाहिए था लेकिन नहीं आ सके "

ओमकार जी ने कहा "कोई बात नहीं भाई साहब सबके साथ ऐसा ही है काम ही ऐसे हैं टाइम नहीं कर पाता , दरअसल मैं यह कहना चाह रहा था की बच्चों की सगाई हुए काफी दिन हो चुके हैं बस रस्मे होना बाकी रह गई है वह भी पूरी कर ली जाए , आपका क्या कहना है इस बारे में "

राजेश जी ने कहा "हमें तो कोई एतराज नहीं है आप जब बोले हम तो तैयार हैं, आप बताइए हम पंडित जी से बात करके बारात की तारीफ निकलवा लेते हैं "

ओमकार जी चेहरे पर प्रसन्नता के भाव आ गए उन्होंने कहा "हां मुझे लगता है कि अब शुभ समय है पंडित जी से बात कर ली जाए और शादी की तारीख है कल वाली जानी चाहिए ओमकार जी ने आगे कहा उससे पहले एक बार अपने दर्शन दे दीजिए तो और भी अच्छा रहेगा।"


राजेश जी हंसने लगे और बोले "जी जरूर मैं आज ही घर में बात करता हूं और जैसे भी प्रोग्राम बनता है मैं आपको फोन करूंगा और बाकी काम वगैरह सब ठीक चल रहा है ना" 

ओमकार जी ने कहा "बाकी सब कुशल मंगल चल रहा है बस आप अपने दर्शन दे दीजिए और अकेले नहीं आइएगा बच्चों को और मा जी को साथ लेकर आइए जिससे की एक फैमिली टुगेदर हो जाएगा और मन प्रसन्न में भी हो जाएगा"



राजेश ने कहा "ठीक है मैं आज बात करता हूं घर पर और आपको बताता हूं इस बार तो मैं पक्का आने वाला हूं और भाभी जी से बोलिए कि खाने के लिए कुछ अच्छा बना कर रखें "

ओमकार जी हंसने लगे और बोले "आप आइए तो सही आप की खिदमत में हर वह चीज परोसी जाएगी जो आपको पसंद है " राजेश जी और उनका रास्ते हुए नमस्कार बोलकर फोन कट कर दिया।


राजेश जी जब घर पहुंचे तो उन्होंने अपनी मां और पत्नी शीला को ओमकार जी ने से जो फोन पर बात हुई थी उसके बारे में चर्चा की । तो राजेश की मां ने कहा "बेटा वो सही कह रहे हैं अब यह समय सही है , बारात ले जाकर दुल्हन को घर ले आना चाहिए वैसे भी आजकल के बच्चे कुछ ज्यादा ही एडवांस होते हैं वैसे भी कार्तिक और नीलू दोनों जवान है शादी की उम्र हो चुकी है तो इसमें कोई हर्ज नहीं है , बस एक बार कार्तिक से बात कर लो और फिर पंडित जी से मुहूर्त निकलवा लो ।


राजेश जी ने कहा " मा जी आप हर बार कार्तिक को बीच में क्यों लाते हो, कार्तिक तो राजी है अब थोड़े ना हमसे बोलेगा कि पापा बारात ले चलो वैसे भी वो शर्मिला बच्चा है ।


राजेश मां ने मुस्कान चेहरे पर बिखेरते हुए कहा "बेटा जमाने को समझो , जमाना बहुत आगे निकल चुका है , अब यह तुम्हारा वाला जमाना नहीं रहा जब पापा ने तुम्हारे बिना पूछे ही बारात निकालने की तैयारी कर दी थी , लेकिन अब वह समय नहीं है आजकल के बच्चों को बिना पूछे कोई भी कदम नहीं उठाना चाहिए ।"


शीला ने भी कहा "हां मां जी सही कह रही हैं एक बार कार्तिक से बात करके पंडित जी से बात कर लो "


राजेश जी ने दोनों की बात मानते हुए कहा ठीक है आज शाम को कार्तिक घर आएगा तो डिनर पर बात कर लेंगे और उसी हिसाब से कल पंडित जी को घर बुलाकर शुभ मुहूर्त पूछ लेते हैं।



कार्तिक के ऑफिस में आए दिन नए बवाल होते रहते थे उसे हर रोज ऐसा लगता रहता था कि उसकी जॉब खतरे से खाली नहीं है अब जीवन के लिए बॉस नहीं था लेकिन उनके रास्ते में कांटा बना हुआ था वह किसी न किसी बहाने से सीनियर मैनेजर तक कार्तिक और नायरा को घसीटता रहता था ।

इस सबसे नायरा और कार्तिक परेशान हो चुके थे और जब से कार्तिक और नायरा के ऊपर से जीवन को हटाया गया है तब से कार्तिक की जवाबदेही और भी ज्यादा बढ़ चुकी थी उस पर वर्क लोड होने के साथ-साथ मैनेजमेंट के साथ मीटिंग में भी भाग लेने जाना पड़ रहा था जिसकी वजह से उसका काम हेंपर होने लगा था ।

लेकिन कार्तिक उस सब को किसी तरह मैनेज कर रहा था यह उसके लिए पॉजिटिव मैसेज था हायर मैनेजमेंट उसकी इस काबिलियत पर नजर बनाए हुए था । वैसे भी फाइनेंसियल ईयर खत्म हो चुका था और दूसरा फाइनेंसियल ईयर स्टार्ट हो गया था तो प्रमोशन होने वाले थे इस बार के प्रमोशन के लिए कार्तिक और नायरा दोनों के नाम उस लिस्ट में शामिल थे अब लोगों को इंतजार इस बात का था कि दोनों में से किस को प्रमोट किया जाएगा।


वैसे कार्तिक और नायरा दोनों ही कड़ी मेहनत कर रहे थे और बिना जीवन के ही अपने डिपार्टमेंट को रिप्रेजेंट कर रहे थे उनकी कड़ी मेहनत की वजह से अब उनकी ऑफिस में दो और नए प्रोजेक्ट आ गए थे जिन की भी जिम्मेदारी अब कार्तिक या नायरा में से किसी एक को दी जाने वाली थी लेकिन उससे पहले कमोशन होने वाली बात ऑफिस में जोरों से चल रही थी सभी एंप्लोई आपस में कानाफूसी करते नजर आते थे कि इस बार कितना परसेंट इंक्रीमेंट होने वाला है साथ ही किस-किस को सीनियर लेवल पर प्रमोट किए जाने वाला है।


प्रमोशन प्रक्रिया चल रही थी मैनेजमेंट इस पर काम कर रहा था लेकिन इससे पहले सभी एंपलाई का इंटरनल रिव्यू किया जा रहा था उसके लिए फीडबैक फॉर्म भरे जा रहे थे साथ ही एक दूसरे एंपलाई के फीडबैक भी एक दूसरे से लिए जा रहे थे । अब देखने वाली बात यह थी कि कार्तिक और नायरा के सपोर्ट में कितने लोग थे और कितने अगेंस्ट , जहां तक नायरा और कार्तिक को उम्मीद थी कि उनके अगेंस्ट में ही ज्यादातर लोग होंगे सपोर्ट में एकाध कोई हो तो उससे कुछ फर्क पड़ने वाला नहीं है।


नायरा " कार्तिक कितना और काम करोगे 2:00 बजने को है यार सब ने लंच कर लिया , तुम अभी तक सीट पर बैठे हुए हो चलो यार पहले लंच करते हैं उसके बाद काम करना 


कार्तिक ने पीछे घूम कर देखा तो नायरा अपना लंच बॉक्स उठाकर उसे को खाने के लिए कह रही है 


कार्तिक ने अपना हाथ अपनी आंखों पर मिलते हुए "कहा यार 10 मिनट का और काम बचा है मैं सोच रहा था कंप्लीट कर लूं उसके बाद ही लंच करूं "


नायरा ने कार्तिक के सिस्टम को लॉक करते हुए कहा "यार हो जाएगा काम चलो लंच कर लो नहीं तो फिर किसी मीटिंग में बुला लिए जाओगे और आज का लंच तुम्हारा लास्ट टाइम की तरह रखा ही रह जाएगा ,चलो लंच करते हैं ।"

और नायरा ने अपने लंच बॉक्स के साथ कार्तिक का भी लंच बॉक्स उठाकर कैंटीन की ओर चल दी।



वीडियो : सुहागरात की कहानी ......

वीडियो :: यक्षिणी का प्रकोप.......

Reactions

Post a Comment

0 Comments